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आयरलैंड दौरे पर उमरान मलिक या अर्शदीप सिंह को मिलेगा मौक़ा ? कौन होगा विकेटकीपर ?

भारत को आयरलैंड के ख़िलाफ़ 26 और 28 जून को दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय खेलना है

दिनेश कार्तिक ने फ़िनिशर का रोल बख़ूबी निभाया है  AP Photo

भारत ने हाल ही में अपने प्लेइंग-XI में एक भी बदलाव किए बिना पूरी पांच मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ खेली है। अब वे आयरलैंड में एक ऐसी टीम के साथ सीरीज़ खेलने जा रहे हैं जो कई मायनों में एक जैसी दिखती है लेकिन पिछली वाली सीरीज़ की तुलना में इस बार कुछ चीज़े थोड़ी अलग है।। इंग्लैंड में भारतीय टेस्ट दल में शामिल होने के बाद ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर टीम के साथ नहीं हैं। राहुल द्रविड़ भी इंग्लैंड में हैं, इसलिए वीवीएस लक्ष्मण टीम में मुख्य कोच की ज़िम्मेदारी संभालेंगे। हार्दिक और लक्ष्मण के नेतृत्व में भारत की एकादश कैसी होगी?

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कौन करेगा नंबर तीन और चार पर बल्लेबाज़ी?

भारत के लिए सबसे मुश्किल चयन नंबर तीन और चार के लिए हो सकता है, जो श्रेयस और पंत के जाने के बाद खाली हो गया है। इन दो स्थानों के लिए टीम में पांच उम्मीदवार हैं। इन पांच में वे भी खिलाड़ी भी हैं जो साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पूरी सीरीज़ में बेंच पर रहे थे, जबकि सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन टीम में वापसी कर रहे हैं।

सूर्यकुमार संभवत: सीधे नंबर 3 पर वापसी करेंगे। वह साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सीरीज़ से चूक गए थे क्योंकि उनके बाएं हाथ में चोट लगी थी। सूर्यकुमार ने अब तक के अपने छोटे अंतर्राष्ट्रीय करियर में 12 टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारियों में 39 की औसत और 165.56 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। देखा जाए तो मध्यक्रम में जगह बनाने के लिए क़तार में खड़े श्रेयस से वह आगे हैं।

अन्य स्लॉट से कहीं ज़्यादा नंबर चार के लिए चयन सबसे मुश्किल है। सैमसन और अनकैप्ड राहुल त्रिपाठी में समान ख़ूबियां हैं। दोनों अपनी पारी की शुरुआत में गेंदबाज़ों पर कड़ा प्रहार करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, और दोनों ही पेस और स्पिन के ख़िलाफ़ समान रूप से अच्छे हैं। सैमसन का स्ट्राइक रेट थोड़ा बढ़िया है। इस बीच दीपक हुड्डा ने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए नंबर तीन पर लगातार रन बनाकर टीम में अपनी जगह बनाई। एक्सट्रा कवर के ऊपर से आकर्षक शॉट लगाने के अलावा वह ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी भी कर सकते हैं। भारत को यह उपयोगी लग सकता है, क्योंकि अन्य भारतीय स्पिनर अपनी स्टॉक बॉल को दूसरी दिशा में टर्न कराते हैं (हालाँकि यह केवल तभी सही माना जाएगा जब आप गूगली के बजाय लेगब्रेक को रवि बिश्नोई का स्टॉक बॉल मानते हैं)।

वेंकटेश भी मध्यक्रम में जगह बनाने के दावेदार हैं  BCCI

वेंकटेश नंबर 3 या 4 पर बल्लेबाज़ी करने वाले पांचों में से सबसे अप्रत्याशित लगते हैं। यह देखते हुए कि उन्हें आमतौर पर या तो सलामी बल्लेबाज़ या फ़िनिशर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उनका बाएं हाथ का होना - एक ऐसी चीज़ जिसकी पंत की अनुपस्थिति में भारतीय मध्य क्रम में कमी है - उन्हें बाक़ियों से थोड़ा अलग करता है।

हालांकि, टीम मैनेज़मेंट शायद वेंकटेश को शीर्ष चार विकल्प के बजाय हार्दिक के बैक-अप के रूप में देखता है। हार्दिक टीम की कप्तानी कर रहे हैं, वेंकटेश को केवल तभी मौक़ा मिल सकता है जब भारत, आयरलैंड की परिस्थितियों में दो तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडरों के साथ जाने का फ़ैसला करता है और स्पिन-गेंदबाज़ी ऑलराउंडर अक्षर पटेल को बाहर बिठा देता है।

विकेट कीपर कौन होगा?

भारतीय टीम में दिनेश कार्तिक, इशान किशन और सैमसन के रूप में तीन विकेट कीपर हैं। नियमित कीपर पंत की अनुपस्थिति में विकेट कीपिंग का विकल्प शायद शुद्ध कीपिंग कौशल पर कम निर्भर करेगा, जो कि इन तीन दावेदारों में से एक का एकादश में जगह बनवा सकता है। यह शायद सैमसन की दावेदारी को ख़ारिज कर देगा, जो साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सीरीज़ में टीम का हिस्सा नहीं थे, और ऊपरी मध्यक्रम में सीमित जगह के लिए दावेदारी पेश कर रहे कई खिलड़ियों में से एक हैं।

जब सभी रेगुलर खिलाड़ी टी20 अंतर्राष्ट्रीय सेट-अप पर लौटेंगे, तो कार्तिक शायद तीनों विकेट कीपरों में से एकमात्र ऐसे हैं, जो फ़र्स्ट च्वाईस एकादश में रहेंगे। उन्होंने फ़िनिशर के रोल को अच्छी तरह से निभाकर इस रेस में ख़ुद को आगे कर लिया है। किशन शायद रोहित शर्मा और केएल राहुल के बाद बैक-अप ओपनर बने रहेंगे, भले ही उन्होंने साउथ अफ़्रीका सीरीज़ के दौरान किसी और की तुलना में अधिक रन बनाए।

आयरलैंड में बतौर विकेट कीपर कौन खेलेगा यह टीम के घोषणा वाली बीसीसीआई के विज्ञप्ति में ही पता चल गया था। दल में भले ही तीन विकेट कीपर हों, लेकिन सिर्फ़ कार्तिक के नाम के आगे "(विकेट कीपर)" लगा था।

क्या अर्शदीप और उमरान को आख़िरकार मिलेगा मौक़ा?

जब भारत ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपनी टीम की घोषणा की तो बाएं हाथ के डेथ गेंदबाज़ी विशेषज्ञ अर्शदीप सिंह और मिडिल ओवर्स के तूफ़ानी गेंदबाज़ उमरान मलिक का चयन सबसे अधिक योग्य चयन थे, लेकिन उस सीरीज़ में दोनों को एक भी मैच खेलने को नहीं मिला। जिस तरह से सीरीज़ गुज़री उसे देखते हुए टीम मैनेज़मेंट को अपनी फ़र्स्ट च्वाईस गेंदबाज़ी आक्रमण पर टिके रहना पड़ा। भारत 0-2 से पिछड़ गया था, लेकिन अब शायद कुछ प्रयोगों का समय हो सकता है।

भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल का चयन इस साल के अंत में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए शायद पहले से ही निश्चित है, वैसे ही स्पिन डिपार्टमेंट में युज़वेंद्र चहल हैं। सीरीज़ के दौरान भारत इन तीनों खिलाड़ियों को अलग-अलग समय पर आराम दे सकता है, और अर्शदीप, उमरान और बिश्नोई का टेस्ट कर सकता है।

यह सीरीज़ अनजान परिस्थितियों में अपने कौशल का परीक्षण करने के लिए भारत के सबसे अच्छे अवसर का प्रतिनिधित्व कर सकती है, दोनों अनकैप्ड तेज़ गेंदबाज़ और बिश्नोई को अभी तक घर से बाहर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना बाक़ी है।

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कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo में सीनियर सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कुणाल किशोर ने किया है।