सूर्यकुमार और गंभीर के साथ मिलकर T20 विश्व कप 2026 के लिए टीम बनाना चाहते हैं अक्षर
भारत के नए T20 उपकप्तान ने कहा कि इस फ़ॉर्मैट में ओपनर्स के अलावा किसी भी बल्लेबाज़ का पोज़िशन निश्चित नहीं
Axar: Shami's return a 'big positive'
India's newly appointed T20I vice-captain also speaks about what the role means to himइंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले T20I सीरीज़ में पहली बार भारतीय टीम के उपकप्तान बनाए गए अक्षर पटेल का मानना है कि इस भूमिका में टीम लीडरशिप को बहादुरी के साथ कुछ कड़े फ़ैसले लेने होंगे। साथ ही टीम के स्टाफ़ और अन्य खिलाड़ियों के साथ उन्हें एक सहज रिश्ता बनाना होगा, जिससे टीम की एकजुटता बनी रहे।
अक्षर ने उपकप्तान बनाए जाने के बाद कहा, "यह मेरे लिए एक अतिरिक्त ज़िम्मेदारी है। इसके बारे में कप्तान (सूर्यकुमार यादव) और कोच (गौतम गंभीर) से भी बात हुई है। ऐसा नहीं है कि बहुत ज़्यादा दबाव है, क्योंकि हमारी टीम पहले से ही काफ़ी स्थिर है। लेकिन इसके बावजूद मुझे कुछ फ़ैसलों का हिस्सेदार बनना होगा। मैच के दौरान सूर्या के साथ मुझे कुछ इनपुट देना होगा। जब आप लीडरशिप ग्रुप में आते हैं तो आपको कुछ कड़े फ़ैसले भी लेने होते हैं। ऐसे में टीम के सभी सदस्यों के साथ हम जितना अच्छा रिश्ता बना कर रखेंगे, हमारी टीम के लिए उतना ही अच्छा है।
पिछले कुछ महीनों में भारतीय T20 टीम एक बेहतरीन फ़ॉर्म में रही है। पिछले साल उन्होंने पहले T20 विश्व कप अपने नाम किया और उसके बाद भारत ने ज़िम्बाब्वे, बांग्लादेश, श्रीलंका और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ कुल चार सीरीज़ खेले और उन सभी सीरीज़ में जीत हासिल की। इस दौरान भारत ने कुल 14 मैच खेलें और उन्हें 12 मैचों में जीत मिली है।
अक्षर पटेल का मानना है कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारतीय टीम उसी लय को बरकरार रखने का प्रयास करेगी, ताकि अगले साल होने वाले T20 विश्व कप के लिए एक बेहतर बेस तैयार किया जा सके।
उन्होंने कहा, "इस सीरीज़ में हमारी पहली कोशिश है कि अपने पुराने लय को बरकरार रखा जाए। अगले साल T20 विश्व कप भी आएगा तो हम यह देखेंगे कि इस टीम में और क्या-क्या चीज़ें कर सकते हैं। हम उस समय जो चीज़ें भी करना चाहते हैं, उसे हम अभी से ही करने का प्रयास करेंगे। साथ ही अभी जो हमें लय मिली है, उसे विश्व कप तक बरकरार रखना काफ़ी ज़रूरी है। हमने 2024 में जिस तरीक़े का खेल दिखाया है, अब हमें वैसे ही आगे खेलते रहना है। हमें बस यही याद रखना है कि पिछले साल हमें इतनी सफलता क्यों मिली थी, तभी हम आगे अच्छा कर पाएंगे "
भारतीय टीम ने अपने पिछले जो तीन सीरीज़ खेले हैं, उसमें पहले छह ओवर में भारत औसतन 10.15 के रन रेट से रन बनाए हैं। इससे यह साफ़ प्रतीत होता है कि भारत शुरुआत में ही काफ़ी आक्रामक रूप से खेलने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा अगर पिछले तीन T20I सीरीज़ में पहले 10 ओवरों में भारत के रन रेट के बारे में बात की जाए तो यह भी 10.47 रहा है।
अक्षर सहित कई बल्लेबाज़ों को पिछले एक साल में कई पोज़ीशन पर बल्लेबाज़ी करते हुए देखा गया है। जब अक्षर से पूछा गया कि इस तरह के आक्रामक अप्रोच के साथ वह अपनी बल्लेबाज़ों को किस तरह से देखते हैं और क्या अब वह एक स्थाई बल्लेबाज़ी क्रम चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि अभी हमारे टीम में सिर्फ़ ओपनर्स की बल्लेबाज़ी क्रम स्थाई है।
उन्होंने कहा, "बल्लेबाज़ी में ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ मेरी ही बल्लेबाज़ी पोज़ीशन बदल रही है। मुझे ऐसा लगता है कि 2024 में ही यह बात हुई थी कि हमारे टीम में अभी सिर्फ़ सलामी बल्लेबाज़ी कौन करेगा यह तय है लेकिन उसके बाद कौन बल्लेबाज़ी करने आएगा, वह मैच की परिस्थिति पर निर्भर करेगा। तीन से सात नंबर तक सभी बल्लेबाज़ों को यह बात बता दी गई है। इसी कारण से सभी बल्लेबाज़ों को पता है कि कोई भी कहीं भी बल्लेबाज़ी कर सकता है। इस सीरीज़ में भी ऐसा ही है। हम नेट्स में अभ्यास के आधार पर और मैच की परिस्थिति के अनुसार इस सीरीज़ में भी बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव कर सकते हैं।"
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं
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