क्या शुभमन गिल का रक्षात्मक अंदाज़ सही था?
मैच जिताऊ अर्धशतक के बावजूद इयन बिशप और संजय मांजरेकर को लगा कि उन्हें थोड़ा और आक्रामक होना चाहिए था
हां या ना : टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला ही जीत का कारण बन गया
लखनऊ के ख़िलाफ़ गुजरात की जीत से जुड़े कुछ अहम सवालों पर संजय मांजरेकर का फ़ैसलाइयन बिशप चाहते हैं कि शुभमन गिल अपनी बल्लेबाज़ी में अतिरिक्त गियर का समावेश करें। संजय मांजरेकर को लगा कि अर्धशतक के क़रीब पहुंचने के बाद उन्हें तेज़ गति से रन बनाने चाहिए थे। हालांकि गिल का मानना है कि उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के विरुद्ध पुणे की मुश्किल पिच पर सही तरीक़े से अपनी पारी को आगे बढ़ाया।
पुणे की पिच पर स्पिनरों की गेंद पिच पर फंस रही थी और घूम रही थी। इसके अलावा तेज़ गेंदबाज़ों के लिए अतिरिक्त उछाल मौजूद था। गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया और पारी की शुरुआत में ही गिल को पता चल गया कि उन्हें एक बड़ी और लंबी पारी खेलनी होगी।
पहले ओवर में अपनी पहली गेंद खेल रहे गिल को जीवनदान मिला जब उनका कैच टपकाया गया। इसके बाद उन्होंने 49 गेंदों पर नाबाद 63 रन बनाए। 40 गेंदों में अपना अर्धशतक बनाने वाले गिल ने कुल मिलाकर 128.58 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। पारी के अंत में राहुल तेवतिया की छोटी पारी ने गुजरात को 144 के स्कोर तक पहुंचाया।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के स्मार्ट स्टैट्स के अनुसार गिल की पारी का मूल्य 74 रन था, जो कि उनके द्वारा बनाए गए रनों से पूरे 11 रन ज़्यादा है। इसके बावजूद बिशप चाहते हैं कि गिल अपनी बल्लेबाज़ी में एक और गियर जोड़ें।
बिशप ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के टी20 टाइम आउट कार्यक्रम में कहा, "व्यक्तिगत रूप से मुझे पारंपरिक एंकर पसंद नहीं है। मैं पूरी तरह से ग़लत भी हो सकता हूं। मुझे लगता है कि जॉस बटलर और केएल राहुल पारी को अच्छी तरह से एंकर करते हैं। वह 120-125 के स्ट्राइक रेट से खेलते हैं और फिर पारी के अंतिम क्षणों में 140 और 150 के स्ट्राइक रेट पर पहुंच जाते हैं। मुझे नहीं पसंद कि एक बल्लेबाज़ पूरी पारी में 100 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करें, वह मेरे लिए सही नहीं बैठता हैं। मैं देखना चाहता हूं कि गिल अपने खेल में यह गियर लेकर आए।"
गुजरात टाइटंस के क्रिकेट निदेशक विक्रम सोलंकी ने इस चीज़ को अपने नज़रिए से देखा। उन्होंने कहा, "उन्होंने कमाल की बल्लेबाज़ी की। वह एक उच्च कोटी के बल्लेबाज़ हैं और उनकी मानसिकता अद्भुत है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि भारतीय क्रिकेट में उनका इतना नाम लिया जाता है। मुझे लगा कि उन्होंने अच्छी तरह से पिच का आकलन किया और फिर अपनी पारी को आगे बढ़ाया।"
सोलंकी ने आगे कहा, "मैं जानता हूं कि उन्होंने क्रीज़ पर आने वाले हर एक नए बल्लेबाज़ की मदद की होगी। पिच मुश्किल थी और यह हमारे स्कोर से साफ़ झलकता है। हमारा आकलन यही था कि यह एक कठिन पिच होगी और बल्लेबाज़ी में एक खिलाड़ी ज़िम्मेदारी लेकर पारी को संभालेगा और बाक़ी सब उसके इर्द-गिर्द अपनी भूमिका निभाएंगे। शुभमन ने ठीक ऐसा ही किया और दिखाया कि क्यों वह एक उच्च-स्तरीय खिलाड़ी हैं। शुभमन और राहुल की पारी से ही हम एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाए। हमें पता था कि लखनऊ के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा। हम जानते थे कि अगर हमने हमेशा की तरह बढ़िया गेंदबाज़ी की, तो हम उन्हें रोक लेंगे।"
12वें ओवर की समाप्ति पर गुजरात ने तीन विकेट के नुक़सान पर 76 रन बना लिए थे। गिल 32 गेंद पर 40 रन बनाकर खेल रहे थे और यहां से अपना अर्धशतक पूरा करने में उन्होंने 10 गेंदों का इस्तेमाल किया। इस दौरान उन्होंने बाउंड्री लगाने का प्रयास ही नहीं किया। मैच के बाद गिल ने अपनी इस रणनीति के बारे में बताया।
गिल ने कहा, "मैंने उम्मीद नहीं की थी कि गेंद शुरुआत में इतनी हरकत करेगी। उसके बाद मुझे नहीं लगा कि स्पिनरों को इतनी मदद मिलेगी। मुझे लगा कि उन्होंने ऊपर गेंदबाज़ी नहीं की। अगर वह ऐसा करते तो और कठिन हो जाता। क्रुणाल (पंड्या) रक्षात्मक होकर गेंद को पीछे रख रहे थे। इससे हमारे लिए गेंद को गैप में धकेलना और सिंगल लेना आसान हो गया।"
उन्होंने आगे कहा, "बहुत अच्छा लगता है जब आप अंत तक रहकर अपनी टीम को मैच जिताते हैं। मैच से पहले गैरी के साथ मैंने यही चर्चा की थी। मैंने उनसे कहा था कि मैं टीम के लिए कम से कम तीन-चार मैच ख़त्म करना चाहता हूं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।
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