आंकड़े झूठ नहीं बोलते: लखनऊ को रहना होगा शिखर से सावधान
एक बार फिर रवि बिश्नोई पर होंगी निगाहें

आईपीएल की नई नवेली टीम लखनऊ सुपर जायंट्स ने बेहतरीन शुरुआत की है। आठ मैचों में पांच में जीत दर्ज कर तालिका में चौथे स्थान पर काबिज़ लखनऊ अच्छी लय में है। वहीं पंजाब किंग्स का इस सीज़न का अब तक मिला-जुला प्रदर्शन रहा है। उन्हें आठ मुक़ाबलों में चार में जीत और इतनी ही हार मिली है। पिछले सीज़न तक पंजाब किंग्स के लिए पारी की शुरुआत कर रहे दो दोस्त - केएल राहुल और मयंक अग्रवाल पुणे में एक दूसरे के सामने होंगे। आइए देखते हैं आंकड़े किसके पक्ष में है।
पंजाब की जीत की गारंटी है शिखर का पचास प्लस स्कोर
आईपीएल 2019 के बाद से शिखर धवन ने जब भी 50 से अधिक का स्कोर बनाया है उनकी टीम का जीत प्रतिशत 80 फ़ीसदी से ज़्यादा रहा है। आईपीएल 2019 के बाद से शिखर ने 16 बार पचास का आंकड़ा पार किया है जिसमें 13 मैचों में उनकी टीम को जीत मिली है। दीपक हुड्डा और दुश्मांता चमीरा को छोड़ दें तो लखनऊ के किसी भी गेंदबाज़ ने शिखर को टी20 में आउट नहीं किया है। इसे देखते हुए शिखर से एक बड़ी पारी की उम्मीद की जा सकती है।
पावरप्ले में विकेट बचाए रखना है लखनऊ की जीत का मंत्र
जब भी लखनऊ ने पावरप्ले में एक या उससे कम विकेट खोया है, उन्हें हर मुक़ाबले में जीत मिली है। लेकिन, जब उन्होंने पावरप्ले में दो से ज़्यादा विकेट गंवाए हैं, तो तीन मुक़ाबलों में दो में हार झेलनी पड़ी है। लखनऊ की सलामी जोड़ी राहुल और क्विंटन डिकॉक का पंजाब के गेंदबाज़ों के विरुद्ध शानदार रिकॉर्ड है।
एक बार फिर बिश्नोई पर होंगी निगाहें
अपने आईपीएल डेब्यू के बाद से ही रवि बिश्नोई ने अपनी टीम की सफलता में छाप छोड़ा है। आंकड़े कहते हैं कि जब भी बिश्नोई ने दौ से ज़्यादा विकेट लिए हैं उनकी टीम का जीत प्रतिशत 80 फ़ीसदी रहा है। उन्होंने अब तक 10 मुक़ाबलों में ये कारनामा किया है जिसमें उनकी टीम को आठ मैचों में जीत मिली है।
कुणाल किशोर ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर हैं।
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