परिणाम
फ़ाइनल (N), अहमदाबाद, June 03, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

RCB
190/9

PBKS
(20 ov, T:191) 184/7
RCB की 6 रन से जीत
परिणाम
क्वालिफ़ायार 2 (N), अहमदाबाद, June 01, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
203/6

PBKS
(19/20 ov, T:204) 207/5
PBKS की 5 विकेट से जीत, 6 गेंद बाकी
परिणाम
क्वालिफ़ायर 1 (N), मुल्लांपुर, May 29, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
101

RCB
(10/20 ov, T:102) 106/2
RCB की 8 विकेट से जीत, 60 गेंद बाकी
परिणाम
69वां मैच (N), जयपुर, May 26, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
184/7

PBKS
(18.3/20 ov, T:185) 187/3
PBKS की 7 विकेट से जीत, 9 गेंद बाकी
परिणाम
66वां मैच (N), जयपुर, May 24, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
206/8

DC
(19.3/20 ov, T:207) 208/4
DC की 6 विकेट से जीत, 3 गेंद बाकी
परिणाम
60वां मैच (D/N), जयपुर, May 18, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
219/5

RR
(20 ov, T:220) 209/7
PBKS की 10 रन से जीत
परिणाम
54वां मैच (N), धर्मशाला, May 04, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
236/5

LSG
(20 ov, T:237) 199/7
PBKS की 37 रन से जीत
परिणाम
49वां मैच (N), चेन्नई, April 30, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

CSK
190

PBKS
(19.4/20 ov, T:191) 194/6
PBKS की 4 विकेट से जीत, 2 गेंद बाकी
कोई परिणाम नहीं
44वां मैच (N), कोलकाता, April 26, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
201/4

KKR
(1/20 ov, T:202) 7/0
परिणाम नहीं
परिणाम
37वां मैच (D/N), मुल्लांपुर, April 20, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

PBKS
157/6

RCB
(18.5/20 ov, T:158) 159/3
RCB की 7 विकेट से जीत, 7 गेंद बाकी
पंजाब किंग्स क्रिकेट टीम न्यूज़ और मैच
कप्तान : श्रेयस अय्यर
कोच : रिकी पोंटिंग
घरेलू मैदान : महाराजा यादविंद्र सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, न्यू चंडीगढ़
IPL ख़िताब : शून्य
मालिक : KPH ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड
कोच : रिकी पोंटिंग
घरेलू मैदान : महाराजा यादविंद्र सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, न्यू चंडीगढ़
IPL ख़िताब : शून्य
मालिक : KPH ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड
पंजाब किंग्स (पूर्व में किंग्स XI पंजाब) को 2008 में मोहित बर्मन, नेस वाडिया, प्रीति ज़िंटा और करण पॉल ने 304 करोड़ में ख़रीदा था। इससे कम राशि में सिर्फ़ राजस्थान रॉयल्स (268 करोड़) और कोलकाता नाइट राइडर्स (300 करोड़) को ख़रीदा गया था। 2021 से पहले फ़्रैंचाइज़ी ने अपना नाम बदल लिया और अब तक इस टीम ने सिर्फ़ दो बार ही फ़ाइनल खेला है।
पंजाब किंग्स का इतिहास
पहले सीज़न में उनकी शुरुआत अच्छी रही, लेकिन उन्हें लगातार सफलता नहीं मिली, क्योंकि उनके पास स्थिर कोर नहीं था। अक्टूबर 2010 में, IPL गवर्निंग काउंसिल ने शेयरहोल्डिंग और स्वामित्व मानदंडों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए पंजाब और राजस्थान रॉयल्स को लीग से बाहर कर दिया। मामला अदालतों तक पहुंचा और दोनों फ़्रैंचाइज़ी को बहाल कर दिया गया, लेकिन अनिश्चितता ने 2011 में नीलामी के लिए पंजाब की योजनाओं को प्रभावित किया, जहां उनके पास अपनी टीम को फिर से बनाने का मौक़ा था। उनके कोच, माइकल बेवन को नीलामी से सिर्फ़ चार दिन पहले नियुक्त किया गया था और उन्होंने किसी भी खिलाड़ी को रिटेन नहीं किया।तीन और औसत सीज़न के बाद, 2014 की नीलामी में वे एक बेहतरीन स्थिति में पहुंच गए, जहां उन्होंने संजय बांगर के कोच के रूप में एक मज़बूत टीम बनाई और लीग चरण में शीर्ष पर पहुँचे। लेकिन KKR के ख़िलाफ़ एक करीबी मुक़ाबले में फ़ाइनल हार गए, जबकि चैंपियंस लीग T20 के सेमीफ़ाइनल में भी पहुंचे।
हालांकि 2020 आते-आते वे अपनी मज़बूत बल्लेबाज़ी लाइन-अप के कारण उच्च-रेटेड टीमों में से एक थे लेकिन इसके बावजूद पंजाब की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। 2022 में एक नए कप्तान मयंक अग्रवाल ने उनकी किस्मत बदलने में मदद नहीं कर पाए और 2023 में उनकी जगह शिखर धवन ने ले ली। 2025 में उन्होंने रिकी पोंटिंग को कोच और श्रेयस अय्यर को कप्तान बनाया और यह जोड़ी उन्हें 11 साल बाद पहली बार IPL फ़ाइनल तक ले गई।
पंजाब किंग्स की सफलता
जॉर्ज बेली की कप्तानी वाली नई टीम ने 2014 में शानदार प्रदर्शन किया। ग्लेन मैक्सवेल - जो प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहे - ने कई धमाकेदार पारियां खेलीं, जिसमें डेविड मिलर ने भी अच्छा साथ दिया। पंजाब की टीम ने 14 मैचों में 11 जीत के साथ तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया, लेकिन 199 रन बनाने के बावजूद वे फ़ाइनल में मामूली अंतर से हार गए। हालांकि 2025 का फ़ाइनल भी कुछ वैसा ही रहा। लीग चरण में वे अंक तालिका में शीर्ष पर रहे थे, लेकिन फ़ाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ 191 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वे छह रनों से हार गए।पंजाब किंग्स का लचर प्रदर्शन
2010, 2015 और 2016 पंजाब किंग्स के लिए ख़राब सीज़न रहे, 2015 ख़ास तौर पर लचर इसलिए भी रहा क्योंकि यह सीज़न 2014 में फ़ाइनल खेलने के ठीक अगले साल आया था। 2015 में वह केवल तीन मैच ही जीत पाए जबकि 11 मुक़ाबलों में उन्हें हार मिली।पंजाब किंग्स सीज़न दर सीज़न
2025 – उपविजेता
मैच 17, जीत 10, जीत 58.8%
अय्यर ने सामने से टीम की अगुवाई करते हुए टीम के लिए सबसे अधिक रन बनाए। लेकिन पंजाब के अनकैप्ड बल्लेबाज़ों प्रभसिमरन सिंह, प्रियांश आर्या, नेहाल वढेरा और शशांक सिंह के लिए भी यह सीज़न बेहतरीन गया और सब ने कम से कम 350 रन बनाए। टीम ने सीज़न में आठ बार पारी में 200 या उससे अधिक रन बनाए, जो कि गुजरात टाइटंस के साथ एक संयुक्त रिकॉर्ड है। अर्शदीप सिंह, मार्को यानसन और युज़वेंद्र चहल उनके प्रमुख विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे। हालांकि फ़ाइनल में पंजाब के बड़े हिटर लय नहीं पकड़ पाए और सिर्फ़ शशांक ही चमके, वो भी तब, जब बहुत देर हो चुकी थी।
मैच 17, जीत 10, जीत 58.8%
अय्यर ने सामने से टीम की अगुवाई करते हुए टीम के लिए सबसे अधिक रन बनाए। लेकिन पंजाब के अनकैप्ड बल्लेबाज़ों प्रभसिमरन सिंह, प्रियांश आर्या, नेहाल वढेरा और शशांक सिंह के लिए भी यह सीज़न बेहतरीन गया और सब ने कम से कम 350 रन बनाए। टीम ने सीज़न में आठ बार पारी में 200 या उससे अधिक रन बनाए, जो कि गुजरात टाइटंस के साथ एक संयुक्त रिकॉर्ड है। अर्शदीप सिंह, मार्को यानसन और युज़वेंद्र चहल उनके प्रमुख विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे। हालांकि फ़ाइनल में पंजाब के बड़े हिटर लय नहीं पकड़ पाए और सिर्फ़ शशांक ही चमके, वो भी तब, जब बहुत देर हो चुकी थी।
2024 - नौवां
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
पंजाब की गाड़ी पूरे सीज़न में सुस्त रफ़्तार में चली और उनकी टीम सीज़न में लगातार दो मैच ही जीत पाई। उन्होंने सीज़न की शुरुआत में लगातार चार हार के दौरान अपने नियमित कप्तान शिखर धवन को चोट के कारण खो दिया। उनके सीज़न का मुख्य आकर्षण KKR के ख़िलाफ़ आठ विकेट शेष रहते 262 रन बनाना था, इस जीत को हासिल करते हुए उन्होंने सबसे सफल T20 चेज़ का विश्व रिकॉर्ड बनाया। पंजाब किंग्स के तेज़ गेंदबाज़ हर्षल पटेल ने 24 विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम किया।
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
पंजाब की गाड़ी पूरे सीज़न में सुस्त रफ़्तार में चली और उनकी टीम सीज़न में लगातार दो मैच ही जीत पाई। उन्होंने सीज़न की शुरुआत में लगातार चार हार के दौरान अपने नियमित कप्तान शिखर धवन को चोट के कारण खो दिया। उनके सीज़न का मुख्य आकर्षण KKR के ख़िलाफ़ आठ विकेट शेष रहते 262 रन बनाना था, इस जीत को हासिल करते हुए उन्होंने सबसे सफल T20 चेज़ का विश्व रिकॉर्ड बनाया। पंजाब किंग्स के तेज़ गेंदबाज़ हर्षल पटेल ने 24 विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम किया।
2023 - आठवां
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
पंजाब किंग्स का सीज़न उतना ख़राब नहीं था जितना कि अंक तालिका में उनकी स्थिति बताती है - उन्होंने किसी भी समय लगातार दो से अधिक मैच नहीं हारे, लेकिन वे कभी भी मज़बूत स्थिति में भी नहीं पहुंच पाए। उन्हें चोटिल जॉनी बेयरस्टो की विस्फोटकता की कमी खली और लियम लिविंगस्टन फ़िटनेस समस्याओं के कारण पहले छह मैच नहीं खेल सके। लेकिन उनकी जगह दो अनकैप्ड बल्लेबाज़ों प्रभसिमरन सिंह और जितेश शर्मा ने कदम रखा।
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
पंजाब किंग्स का सीज़न उतना ख़राब नहीं था जितना कि अंक तालिका में उनकी स्थिति बताती है - उन्होंने किसी भी समय लगातार दो से अधिक मैच नहीं हारे, लेकिन वे कभी भी मज़बूत स्थिति में भी नहीं पहुंच पाए। उन्हें चोटिल जॉनी बेयरस्टो की विस्फोटकता की कमी खली और लियम लिविंगस्टन फ़िटनेस समस्याओं के कारण पहले छह मैच नहीं खेल सके। लेकिन उनकी जगह दो अनकैप्ड बल्लेबाज़ों प्रभसिमरन सिंह और जितेश शर्मा ने कदम रखा।
2022 - छठा
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
लगातार चौथे साल छठे स्थान पर रहने के कारण पंजाब अपने बड़े हिटिंग लाइन-अप का फ़ायदा उठाने में विफल रहे। 10 टीमों के सीज़न में सात जीत काफ़ी नहीं साबित हुईं, क्योंकि व्यक्तिगत प्रदर्शन टीम के प्रयासों में तब्दील नहीं हो पाए। उन्हें क़रीबी हार का पछतावा करना पड़ा और वह संभवतः प्लेऑफ़ स्थान से सिर्फ़ एक जीत दूर रह गए।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
लगातार चौथे साल छठे स्थान पर रहने के कारण पंजाब अपने बड़े हिटिंग लाइन-अप का फ़ायदा उठाने में विफल रहे। 10 टीमों के सीज़न में सात जीत काफ़ी नहीं साबित हुईं, क्योंकि व्यक्तिगत प्रदर्शन टीम के प्रयासों में तब्दील नहीं हो पाए। उन्हें क़रीबी हार का पछतावा करना पड़ा और वह संभवतः प्लेऑफ़ स्थान से सिर्फ़ एक जीत दूर रह गए।
2021 - छठा
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
लगातार तीसरे सीज़न वह 12 अंकों के साथ अंक तालिका में छठे स्थान पर रहे। पिछले वर्षों से कुछ भी महत्वपूर्ण रूप से नहीं बदला: सलामी बल्लेबाज़ों ने अभी भी अधिकांश स्कोरिंग की (राहुल टूर्नामेंट में शीर्ष स्कोररों में से एक रहे) और टीम ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन कुल मिलाकर वे पर्याप्त ठोस प्रदर्शन करने में सक्षम नहीं थे।
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
लगातार तीसरे सीज़न वह 12 अंकों के साथ अंक तालिका में छठे स्थान पर रहे। पिछले वर्षों से कुछ भी महत्वपूर्ण रूप से नहीं बदला: सलामी बल्लेबाज़ों ने अभी भी अधिकांश स्कोरिंग की (राहुल टूर्नामेंट में शीर्ष स्कोररों में से एक रहे) और टीम ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन कुल मिलाकर वे पर्याप्त ठोस प्रदर्शन करने में सक्षम नहीं थे।
2020 - छठा
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
पंजाब ने छह जीत और 12 अंकों के साथ सीज़न का अंत किया। उनका सीज़न उतार-चढ़ाव भरा रहा, पहले हाफ़ में कई बेहद करीबी मुक़ाबलों में से सिर्फ़ एक जीत मिली, उसके बाद प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए लगातार पांच जीत हासिल की, लेकिन वे उस गति को बनाए रखने में असमर्थ रहे।
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
पंजाब ने छह जीत और 12 अंकों के साथ सीज़न का अंत किया। उनका सीज़न उतार-चढ़ाव भरा रहा, पहले हाफ़ में कई बेहद करीबी मुक़ाबलों में से सिर्फ़ एक जीत मिली, उसके बाद प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए लगातार पांच जीत हासिल की, लेकिन वे उस गति को बनाए रखने में असमर्थ रहे।
2019 - छठा
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
पंजाब ने छह जीत और 12 अंक हासिल किए, लेकिन पिछले साल की तुलना में तालिका में एक स्थान ऊपर रहे। अगर एक क़रीबी हार जीत में बदल जाती, तो वे प्लेऑफ़ में होते, लेकिन राहुल, आर अश्विन और मोहम्मद शमी के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद वे लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
पंजाब ने छह जीत और 12 अंक हासिल किए, लेकिन पिछले साल की तुलना में तालिका में एक स्थान ऊपर रहे। अगर एक क़रीबी हार जीत में बदल जाती, तो वे प्लेऑफ़ में होते, लेकिन राहुल, आर अश्विन और मोहम्मद शमी के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद वे लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
2018 - सातवां
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
एक और बड़ी नीलामी के बाद टीम में एक और बदलाव हुआ और आर अश्विन को कप्तान नियुक्त किया गया। उन्होंने अपने पहले छह मैचों में से पांच जीते लेकिन फिर उनकी क़िस्मत पलट गई, उन्हें अगले आठ मैचों में से एक में जीत मिली। सबसे अच्छी बात के एल राहुल के 659 रन थे, जो इस सीज़न तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ थे।
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
एक और बड़ी नीलामी के बाद टीम में एक और बदलाव हुआ और आर अश्विन को कप्तान नियुक्त किया गया। उन्होंने अपने पहले छह मैचों में से पांच जीते लेकिन फिर उनकी क़िस्मत पलट गई, उन्हें अगले आठ मैचों में से एक में जीत मिली। सबसे अच्छी बात के एल राहुल के 659 रन थे, जो इस सीज़न तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ थे।
2017 - पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
मैक्सवेल को कप्तान बनाया गया और पंजाब ने अपने पिछले दो सीज़न की तुलना में कुछ बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन वे राइज़िंग पुणे सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ 73 रन पर आउट हो गए, जो IPL में उनका अब तक का सबसे कम स्कोर था, प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए उनका यह मैच जीतना ज़रूरी था।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
मैक्सवेल को कप्तान बनाया गया और पंजाब ने अपने पिछले दो सीज़न की तुलना में कुछ बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन वे राइज़िंग पुणे सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ 73 रन पर आउट हो गए, जो IPL में उनका अब तक का सबसे कम स्कोर था, प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए उनका यह मैच जीतना ज़रूरी था।
2016 - आठवां
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
एक और निराशाजनक सीज़न। पंजाब की क़िस्मत उनके अंतिम लीग मैच में राइज़िंग पुणे सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ दिखी। दोनों टीमें आठ-आठ अंकों पर थीं और निचले पायदान पर आने से बचने के लिए संघर्ष कर रही थीं। पंजाब ने अंतिम ओवर के लिए 23 रन बचाकर बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन एम एस धोनी ने आख़िरी तीन गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाकर पुणे की जीत पक्की कर दी।
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
एक और निराशाजनक सीज़न। पंजाब की क़िस्मत उनके अंतिम लीग मैच में राइज़िंग पुणे सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ दिखी। दोनों टीमें आठ-आठ अंकों पर थीं और निचले पायदान पर आने से बचने के लिए संघर्ष कर रही थीं। पंजाब ने अंतिम ओवर के लिए 23 रन बचाकर बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन एम एस धोनी ने आख़िरी तीन गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाकर पुणे की जीत पक्की कर दी।
2015 - आठवां
मैच 14, जीत 3, जीत प्रतिशत 21.4%
यह एक भूलने योग्य सीज़न रहा। मैक्सवेल ने 11 पारियों में 13 की औसत से रन बनाए । हालांकि मिलर उनके सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे लेकिन लीग चरण में केवल तीन जीत का मतलब था कि पंजाब तालिका में सबसे नीचे था।
मैच 14, जीत 3, जीत प्रतिशत 21.4%
यह एक भूलने योग्य सीज़न रहा। मैक्सवेल ने 11 पारियों में 13 की औसत से रन बनाए । हालांकि मिलर उनके सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे लेकिन लीग चरण में केवल तीन जीत का मतलब था कि पंजाब तालिका में सबसे नीचे था।
2014 - उपविजेता
मैच 17, जीत 12, जीत प्रतिशत 70.5%
ग्रुप स्टेज में वे 11 जीत के साथ स्पष्ट रूप से अग्रणी थे। मैक्सवेल और मिलर ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया; वीरेंद्र सहवाग ने दूसरे क्वालिफ़ायर में महत्वपूर्ण शतक लगाया, लेकिन फ़ाइनल में, ऋद्धिमान साहा के शतक के बावजूद पंजाब KKR के ख़िलाफ़ रोमांचक अंतिम ओवर में हार गया।
मैच 17, जीत 12, जीत प्रतिशत 70.5%
ग्रुप स्टेज में वे 11 जीत के साथ स्पष्ट रूप से अग्रणी थे। मैक्सवेल और मिलर ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया; वीरेंद्र सहवाग ने दूसरे क्वालिफ़ायर में महत्वपूर्ण शतक लगाया, लेकिन फ़ाइनल में, ऋद्धिमान साहा के शतक के बावजूद पंजाब KKR के ख़िलाफ़ रोमांचक अंतिम ओवर में हार गया।
2013 - छठा
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
उनके सीज़न का सबसे बढ़िया पल तब आया जब डेविड मिलर ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ख़िलाफ़ 38 गेंदों में नाबाद शतक बनाकर बड़े मंच पर अपनी पहचान बनाई, लेकिन कुल मिलाकर पंजाब का प्रदर्शन औसत रहा, जिसमें आठ जीत और आठ हार शामिल थीं।
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
उनके सीज़न का सबसे बढ़िया पल तब आया जब डेविड मिलर ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ख़िलाफ़ 38 गेंदों में नाबाद शतक बनाकर बड़े मंच पर अपनी पहचान बनाई, लेकिन कुल मिलाकर पंजाब का प्रदर्शन औसत रहा, जिसमें आठ जीत और आठ हार शामिल थीं।
2012 - छठा
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
परविंदर अवाना और पीयूष चावला की अगुवाई में गेंदबाज़ों ने इस सीजन में बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन किया, हालांकि उनके शीर्ष स्कोरर मंदीप सिंह को इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर का पुरस्कार मिला। पंजाब नौ टीमों में से छठे स्थान पर रहा, हालांकि चौथे और पांचवें स्थान पर रहने वाली टीमों के पास उनसे केवल एक अंक अधिक था।
मैच 16, जीत 8, जीत प्रतिशत 50%
परविंदर अवाना और पीयूष चावला की अगुवाई में गेंदबाज़ों ने इस सीजन में बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन किया, हालांकि उनके शीर्ष स्कोरर मंदीप सिंह को इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर का पुरस्कार मिला। पंजाब नौ टीमों में से छठे स्थान पर रहा, हालांकि चौथे और पांचवें स्थान पर रहने वाली टीमों के पास उनसे केवल एक अंक अधिक था।
2011 - पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
पंजाब नॉकआउट में जगह बनाने से चूक गया। एडम गिलक्रिस्ट ने एक नई टीम का नेतृत्व किया; मार्श बने रहे और उनके लिए यह एक और शानदार सीज़न गया। बाकी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी ने उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया जिसका असर उनकी अंतिम स्थिति पर भी पड़ा।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
पंजाब नॉकआउट में जगह बनाने से चूक गया। एडम गिलक्रिस्ट ने एक नई टीम का नेतृत्व किया; मार्श बने रहे और उनके लिए यह एक और शानदार सीज़न गया। बाकी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी ने उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया जिसका असर उनकी अंतिम स्थिति पर भी पड़ा।
2010 - आठवां
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
महेला जयवर्दने और कुमार संगकारा ने मिलकर 800 से ज़्यादा रन बनाए और इरफ़ान पठान ने हरफ़नमौला योगदान दिया, लेकिन पंजाब ने अहम मौकों को खो दिया। उन्होंने अपने पहले आठ मैचों में से सिर्फ़ एक में जीत हासिल की। हार अक्सर नज़दीकी रही, लेकिन अंत में सबसे निचले पायदान पर आ गए।
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
महेला जयवर्दने और कुमार संगकारा ने मिलकर 800 से ज़्यादा रन बनाए और इरफ़ान पठान ने हरफ़नमौला योगदान दिया, लेकिन पंजाब ने अहम मौकों को खो दिया। उन्होंने अपने पहले आठ मैचों में से सिर्फ़ एक में जीत हासिल की। हार अक्सर नज़दीकी रही, लेकिन अंत में सबसे निचले पायदान पर आ गए।
2009 - पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
वे डेक्कन चार्जर्स के साथ अंक तालिका में बराबरी पर थे, लेकिन उनका नेट रन रेट काफ़ी कम था, और इसलिए वे सेमीफ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाई नहीं कर पाए। साउथ अफ़्रीका में खेले गए टूर्नामेंट में पंजाब ने कोई असाधारण प्रदर्शन नहीं था, और अगर मुंबई इंडियंस ने उनके ख़िलाफ़ मामूली लक्ष्य का पीछा कर लिया होता, तो वे सातवें स्थान पर होते।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
वे डेक्कन चार्जर्स के साथ अंक तालिका में बराबरी पर थे, लेकिन उनका नेट रन रेट काफ़ी कम था, और इसलिए वे सेमीफ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाई नहीं कर पाए। साउथ अफ़्रीका में खेले गए टूर्नामेंट में पंजाब ने कोई असाधारण प्रदर्शन नहीं था, और अगर मुंबई इंडियंस ने उनके ख़िलाफ़ मामूली लक्ष्य का पीछा कर लिया होता, तो वे सातवें स्थान पर होते।
2008 - तीसरा
मैच 15, जीत 10, जीत प्रतिशत 66.6%
शॉन मार्श ने एक ब्लॉकबस्टर सीज़न के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया, जिसमें उन्होंने 616 रन बनाए और पंजाब को नॉकआउट में पहुँचाया। उन्होंने अपने 14 लीग मैचों में से 11 जीते और सेमीफ़ाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स से नौ विकेट से हार गए।
मैच 15, जीत 10, जीत प्रतिशत 66.6%
शॉन मार्श ने एक ब्लॉकबस्टर सीज़न के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया, जिसमें उन्होंने 616 रन बनाए और पंजाब को नॉकआउट में पहुँचाया। उन्होंने अपने 14 लीग मैचों में से 11 जीते और सेमीफ़ाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स से नौ विकेट से हार गए।
पंजाब किंग्स के अहम खिलाड़ी
के एल राहुल
उन्हें 2018 की नीलामी में 11 करोड़ रुपये में ख़रीदा गया था और तब से वे हर सीज़न में फ्रैंचाइज़ी के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, और 2021 में राहुल उनके सर्वकालिक सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स में जाने से पहले उन्हें 2020 और 2021 सीज़न के लिए कप्तान नियुक्त किया गया था।
उन्हें 2018 की नीलामी में 11 करोड़ रुपये में ख़रीदा गया था और तब से वे हर सीज़न में फ्रैंचाइज़ी के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, और 2021 में राहुल उनके सर्वकालिक सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स में जाने से पहले उन्हें 2020 और 2021 सीज़न के लिए कप्तान नियुक्त किया गया था।
क्रिस गेल
2018 की नीलामी के आखिर में ख़रीदे गए गेल T20 में कुछ औसत प्रदर्शन के बावजूद टीम के लिए बल्लेबाज़ी की धुरी बन गए। उन्होंने टीम के लिए 41 मैचों में 1300 से ज़्यादा रन बनाए हैं और अगर उन्होंने 2021 सीज़न के दूसरे चरण में बबल थकान के कारण ब्रेक नहीं लिया होता तो वे इस संख्या में इज़ाफ़ा कर सकते थे।
2018 की नीलामी के आखिर में ख़रीदे गए गेल T20 में कुछ औसत प्रदर्शन के बावजूद टीम के लिए बल्लेबाज़ी की धुरी बन गए। उन्होंने टीम के लिए 41 मैचों में 1300 से ज़्यादा रन बनाए हैं और अगर उन्होंने 2021 सीज़न के दूसरे चरण में बबल थकान के कारण ब्रेक नहीं लिया होता तो वे इस संख्या में इज़ाफ़ा कर सकते थे।
शॉन मार्श
मार्श ने टीम के साथ 10 साल से ज़्यादा समय में एक भी ख़राब सीज़न नहीं बिताया, उन्होंने प्रभावी ढंग से रन बनाए। उनके करियर की शुरुआत पहले IPL से हुई, लेकिन जहां उन्होंने अन्य जगहों पर उतार-चढ़ाव का सामना किया, वहीं पंजाब के लिए वे मज़बूती से खेले, जैसा कि लगभग 2500 रन भी यह कयानी बयां करते हैं।
मार्श ने टीम के साथ 10 साल से ज़्यादा समय में एक भी ख़राब सीज़न नहीं बिताया, उन्होंने प्रभावी ढंग से रन बनाए। उनके करियर की शुरुआत पहले IPL से हुई, लेकिन जहां उन्होंने अन्य जगहों पर उतार-चढ़ाव का सामना किया, वहीं पंजाब के लिए वे मज़बूती से खेले, जैसा कि लगभग 2500 रन भी यह कयानी बयां करते हैं।
डेविड मिलर
पंजाब के लिए अपने कारनामों से दुनिया भर का ध्यान खींचने वाले एक और बल्लेबाज़। उन्होंने टीम की कप्तानी भी की है, हालांकि बहुत ज़्यादा सफलता नहीं मिली और आठ सीज़न तक वे लगातार उतार-चढ़ाव वाली टीम में कुछ स्थिर खिलाड़ियों में से एक रहे।
पंजाब के लिए अपने कारनामों से दुनिया भर का ध्यान खींचने वाले एक और बल्लेबाज़। उन्होंने टीम की कप्तानी भी की है, हालांकि बहुत ज़्यादा सफलता नहीं मिली और आठ सीज़न तक वे लगातार उतार-चढ़ाव वाली टीम में कुछ स्थिर खिलाड़ियों में से एक रहे।
अर्शदीप सिंह
बाएं हाथ का यह तेज़ गेंदबाज़ डेथ ओवरों में पंजाब के लिए सबसे पसंदीदा गेंदबाज़ बन गए हैं, जिन्होंने 2021 सीज़न की शुरुआत से ही मुख्य गेंदबाज़ों में सबसे ज़्यादा विकेट और सबसे अच्छी इकॉनमी हासिल की है।
बाएं हाथ का यह तेज़ गेंदबाज़ डेथ ओवरों में पंजाब के लिए सबसे पसंदीदा गेंदबाज़ बन गए हैं, जिन्होंने 2021 सीज़न की शुरुआत से ही मुख्य गेंदबाज़ों में सबसे ज़्यादा विकेट और सबसे अच्छी इकॉनमी हासिल की है।
प्रभसिमरन सिंह
एक विस्फ़ोटक बल्लेबाज़, जिसके लिए पंजाब ने 2019 में ₹4.8 करोड़ खर्च किए थे। उस समय तक प्रभसिमरन ने एक भी सीनियर T20 मैच तक नहीं खेला था। प्रभसिमरन पावरप्ले में हमेशा ख़तरनाक रहे, लेकिन समय के साथ उन्होंने नई शैली अपनाई और मुश्किल पिचों पर अच्छी गेंदों को संभाल कर खेलने की क्षमता भी विकसित की। उन्होंने 2023 में अपना पहला IPL शतक लगाया और लगातार तीन सीज़न तक टीम के टॉप दो रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में शामिल रहें।
एक विस्फ़ोटक बल्लेबाज़, जिसके लिए पंजाब ने 2019 में ₹4.8 करोड़ खर्च किए थे। उस समय तक प्रभसिमरन ने एक भी सीनियर T20 मैच तक नहीं खेला था। प्रभसिमरन पावरप्ले में हमेशा ख़तरनाक रहे, लेकिन समय के साथ उन्होंने नई शैली अपनाई और मुश्किल पिचों पर अच्छी गेंदों को संभाल कर खेलने की क्षमता भी विकसित की। उन्होंने 2023 में अपना पहला IPL शतक लगाया और लगातार तीन सीज़न तक टीम के टॉप दो रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में शामिल रहें।
पंजाब किंग्स स्क्वॉड
- श्रेयस अय्यर
- अर्शदीप सिंह
- प्रियांश आर्य
- पायला अविनाश
- अज़मतउल्लाह ओमरज़ाई
- जेवियर बार्टलेट
- युज़वेंद्र चहल
- प्रवीण दुबे
- लॉकी फ़र्ग्युसन
- ऐरन हार्डी
- हरनूर सिंह
- हरप्रीत बराड़
- जॉश इंग्लिस
- काइल जेमीसन
- मार्को यानसन
- ग्लेन मैक्सवेल
- मुशीर ख़ान
- मिचेल ओवेन
- प्रभसिमरन सिंह
- कुलदीप सेन
- शशांक सिंह
- मार्कस स्टॉयनिस
- सूर्यांश शेडगे
- विष्णु विनोद
- विजयकुमार वैशक
- नेहाल वढेरा
- यश ठाकुर