जाडेजा का बल्ले, गेंद और क्षेत्ररक्षण में अच्छा प्रदर्शन नहीं, टीम का ख़िताब बचाने का सपना भी अंधेरे में
संपत बंडारुपल्ली
रवींद्र जाडेजा ने आईपीएल 2022 के बीच में ही कप्तानी के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है, इस दौरान आठ मैचों में बल्ले और गेंद से, साथ ही क्षेत्ररक्षण में उनका प्रदर्शन कैसा रहा, क्योंकि कप्तान और टीम दोनों के लिए ही अभी तक का यह सीज़न भुलाने वाला रहा है।
Loading ...
रवींद्र जाडेजा की चेन्नई सुपर किंग्स ने अपना पहला मैच कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ खेला था BCCI
कप्तान के तौर पर पदार्पण मैच में जाडेजा ने 28 गेंद में नाबाद 26 रन की पारी खेली (स्ट्राइक रेट 92.8)। इसमें उनकी एकमात्र बाउंड्री पारी की आख़िरी गेंद पर आंद्रे रसल पर छक्के के रूप में आई। 11 ओवर में चेन्नई ने पांच विकेट 61 रन पर गंवा दिए थे, जिसके बाद उनकी एमएस धोनी के साथ 70 रनों की साझेदारी की वजह से टीम 131 रनों तक पहुंची। उनके क्रीज़ पर रहते, दूसरे छोर के बल्लेबाज़ों ने 46 गेंद में 54 रन बनाए (स्ट्राइक रेट 117.4)।
गेंदबाज़ी में जाडेजा ने कोई विकेट नहीं लिया और चार ओवर में 25 रन दिए।
लखनऊ सुपर जायंट्स के एविन लुईस और आयुष बदोनी की साझेदारी ने बड़े स्कोरिंग मैच में चेन्नई को हराया BCCI
जब उन्होंने लियम लिविंगस्टन (तेज़ गेंद पर कट लगाने गए और गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया और शॉर्ट थर्ड मैन पर खड़े खिलाड़ी ने कैच लिया) को आउट किया तो यह उनका इस सीज़न का पहला विकेट था। लिविंगस्टन ने 32 गेंद में 60 रन बनाकर टीम को 180 रन तक पहुंचाया।
तीन गेंद खेली और शून्य पर आउट हुए। छठे ओवर में वह अर्शदीप सिंह की गेंद पर चिप शॉट खेलने गए थे और आउट हो गए।
अभिषेक शर्मा ने 50 गेंद में 75 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई, लेकिन जाडेजा ने उन्हें मौक़ा दिया था BCCI
15 गेंद में 23 रन की पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया, टीम को 154 रनों के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। चेन्नई ने हैदराबाद की अच्छी गेंदबाज़ी के आगे आख़िरी तीन ओवर में 37 रन जोड़े।
चार मैचों में तीसरी बार बिना विकेट लिए गए, तीन ओवर किए और 21 रन दिए।
जब 39 गेंद में 63 रन बनाकर क्रीज़ पर थे तो अभिषेक शर्मा का कैच छोड़ा। इससे पहले 14वें ओवर में जब हैदराबाद को 37 गेंद में 48 रन चाहिए थे तो ड्वेन ब्रावो ने कैच टपकाया।
महीश थीक्षणा ने चार विकेट लिए और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को हराकर टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की BCCI
12 गेंद में 22 रन बनाकर अपनी टीम को 169 रन तक पहुंचाया। फ़ाइनल ओवर में उन्होंने लॉकी फ़र्ग्युसन पर एक कमाल का छक्का भी लगाया।
तीन ओवर में उन्होंने 25 रन दिए और ऋद्धिमान साहा का विकेट लिया, जो डीप स्क्वेयर लेग में कैच थमाकर आउट हुए। गुजरात लक्ष्य का पीछा करते हुए एक बार डगमगा गई थी लेकिन डेविड मिलर और राशिद ख़ान ने 42 गेंद में 83 रन जोड़कर टीम को जीत दिला दी।
मुंबई के ख़िलाफ़ ख़राब रहा रवींद्र जाडेजा का दिन, साथियों ने अच्छा प्रदर्शन किया BCCI
उन्होंने चार ओवर में 30 रन दिए और एक भी विकेट नहीं लिया।
मिचेल सैंटर की गेंद पर उन्होंने डेवाल्ड ब्रेविस का दूसरे ओवर और 12वें ओवर में ऋतिक शौक़ीन का कैच छोड़ा।
आठ गेंद में मात्र तीन रन बनाए और 16वें ओवर में आउट हो गए। तब उनकी टीम को 26 गेंद में 50 रन चाहिए थे। एमएस धोनी ने ड्वेन प्रिटोरियस के साथ साझेदारी करके टीम को जीत दिलाई।
धोनी और जाडेजा 188 रनों के लक्ष्य का नहीं कर सके पीछा BCCI
केवल दो ओवर किए और 18 रन दिए। उन्होंने पूरे चार ओवर इसलिए नहीं किए क्योंकि मध्य ओवरों में शिखर धवन और भनुका राजापक्षा बल्लेबाज़ी कर रहे थे।
लक्ष्य का पीछा करते हुए 16 गेंद में नाबाद 21 रन बनाए। पहली 10 गेंद में उन्हों केवल सात रन बनाए थे और 19वें ओवर के अंत तक 14 गेंद में 14 रन ही बना सके थे। आख़िरी ओवर में छह गेंद में 27 रन चाहिए थे। उन्होंने 20वें ओवर में छक्का लगाया, लेकिन जीत नहीं दिला सके।
जाडेजा की बल्लेबाज़ी फ़ॉर्म बुरी तरह प्रभावित
कुल मिलाकर इस सीज़न में जाडेजा ने 22.4 के औसत और 121.7 के स्ट्राइक रेट से 112 रन बनाए हैं। वहीं पिछले दो आईपीएल में उन्होंने 57.3 के औसत और 157.7 के स्ट्राइक रेट से 459 रन बनाए थे।
मध्य ओवरों (7-16) में उनका स्ट्राइक रेट 63.1 का रहा, जबकि 2020 और 2021 में यह 93.2 का था।
डेथ ओवरों (17-20) में उनका स्ट्राइक रेट 172.5 का है, जबकि पहले यह 204.8 का हुआ करता था।
उनके गेंदबाज़ी आंकड़ों में ज़्यादा फ़र्क नहीं आया। पिछले दो सीज़न में उन्होंने 34.9 के औसत और 7.7 के इकॉनमी से 19 विकेट लिए। इस सीज़न उन्होंने 42.6 के औसत और 8.1 के इकॉनमी से पांच विकेट लिए।