विलियमसन जल्द ही अपनी छाप छोड़ेंगे : टॉम मूडी
सनराइज़र्स हैदराबाद के कोच अपने कप्तान को बल्लेबाज़ी क्रम में नीचे भेजने से सहमत नहीं हैं
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हैदराबाद के ख़िलाफ़ बेंगलुरु की जीत से जुड़े कुछ अहम सवालों पर रवि शास्त्री का फ़ैसलाउन सभी बल्लेबाज़ों में, जिन्होंने इस सीज़न कम से कम 150 गेंदों का सामना किया है, केन विलियमसन 100 से कम के स्ट्राइक रेट से रन बनाने वाले इक़लौते बल्लेबाज़ हैं। 11 पारियों के बाद वह 20 के कम की औसत से बल्लेबाज़ी कर रहे हैं।
रविवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु द्वारा दिए गए 193 के लक्ष्य का पीछा करने के लिए जब सनराइज़र्स हैदराबाद की सलामी जोड़ी मैदान में उतरी, विलियमसन बिना कोई गेंद खेले ही रन आउट हो गए। वह करो या मरो के मुक़ाबले में 67 रनों से हार गए। प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए उन्हें अब अपने बाक़ी बचे तीनों मुक़ाबलों में जीत दर्ज करनी होगी।
विलियमसन की फ़ॉर्म और उनके बल्लेबाज़ी स्थान में बदलाव की गुंजाइश को लेकर टीम के मुख्य कोच टॉम मूडी उतने चिंतित दिखाई नहीं देते। उन्हें भरोसा है कि विलियमसन जल्द ही इस सीज़न में अपना प्रभाव छोड़ेंगे।
विलियमसन की जगह राहुल त्रिपाठी से पारी की शुरुआत कराने के सवाल पर मूडी ने कहा, "हमने इस बारे में सोचा ज़रूर था, लेकिन हमें लगा कि त्रिपाठी, एडन मारक्रम और निकोलस पूरन तीन-चार और पांचवें नंबर पर हमारी बल्लेबाज़ी को अधिक मज़बूती प्रदान कर सकते हैं। आज केन ने एक भी गेंद का सामना नहीं किया, लिहाज़ा आज के बिनाह पर उनके फ़ॉर्म को लेक सवाल खड़ा करना कतई उचित नहीं है। हम उन्हें बैक करते हैं, वह एक वर्ल्ड क्लास प्लेयर हैं। इस सीज़न में ज़रूर एक पल आएगा जब वह अपनी छाप छोड़ जाएंगे।"
फ़ॉर्म को लेकर सिर्फ़ विलियमसन पर ही सवाल खड़े नहीं हो रहे हैं। हैदराबाद के तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक जिन्होंने अपनी गति से सभी को प्रभावित किया है, वह पिछले तीन मुक़ाबलों में डाले दस ओवरों में एक भी विकेट नहीं ले पाए हैं। इस दौरान उन्होंने 125 रन लुटाए हैं। मूडी ने उमरान की फ़ॉर्म को लेकर धैर्य बरतने की बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले और जारी सीज़न के बीच उमरान ने सिर्फ़ एक लिस्ट ए मैच और सात टी20 मुक़ाबले ही खेले थे।
मूडी ने कहा, "यह अनुभव उनके लिए वास्तविक सीख है। आपको यह देखना होगा कि उमरान ने बहुत ज़्यादा क्रिकेट नहीं खेला है। वह इसके अभ्यस्त नहीं है। उन्होंने निरंतरता के साथ क्रिकेट नहीं खेली है। हां, यह बात सही है कि उन्होंने पिछले मुक़ाबलों में रन दिए हैं, लेकिन वह सीख रहे हैं और हम उन्हें बैक करते हैं।"
रविवार को मिली हैदराबाद की हार, जिसने उनके लिए प्लेऑफ़ की राह को कठिन कर दिया, उस पर मूडी ने कहा कि हैदराबाद के गेंदबाज़ों ने 20 से 25 अधिक रन ख़र्च कर दिए। शुरुआत और अंत में कुल दो कैच ड्रॉप हुए, जिसने हैदराबाद को और मुश्किल में लाकर खड़ा कर दिया। फ़ाफ़ डुप्लेसी जब 26 के निजी स्कोर पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तब त्रिपाठी ने आठवें ओवर में उनका कैच छोड़ दिया। जीवनदान मिलने के बाद डुप्लेसी ने 73 रनों की पारी खेली। अंतिम ओवर में दिनेश कार्तिक का कैच भी त्रिपाठी ने टपका दिया और उस समय कार्तिक सिर्फ़ आठ रनों पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे। अगली तीन गेंदों पर कार्तिक ने दो छक्के और एक चौका जड़ दिया।
मूडी ने कहा, "अगर हमने वह दो महत्वपूर्ण कैच नहीं छोड़े होते तो शायद हमें इतने बड़े लक्ष्य का पीछा नहीं करना पड़ता। हम इसके बाद दबाव में आ गए। हम अपनी योजनाओं को लागू करने में भी नाक़ामयाब रहे। एक तो जब आप पहले से ही 20-25 अधिक रनों का पीछा कर हों और पहले ही ओवर में आप रन आउट हो जाएं, इसके ठीक बाद एक और विकेट गिरने पर हम बैकफ़ुट पर चले गए। इसने लक्ष्य को और भी अधिक बड़ा बना दिया। हमने अधिकतर मैचों में अच्छी बल्लेबाज़ी की है। कुछ मुक़ाबलों में हमने ज़रूरत से ज़्यादा रन ख़र्च किए, जिस वजह से बल्लेबाज़ी पर दबाव आ गया।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।
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