जॉनी बेयरस्टो: मैं बस गेंद को ज़ोर से मारने की कोशिश कर रहा था
PBKS के कप्तान सैम करन ने कहा कि क्रिकेट अब बेसबॉल जैसा खेल हो गया है
वसीम: IPL का ये सीज़न गेंदबाज़ों के लिए मुश्किल समय लेकर आया है
कोलकाता में PBKS की KKR पर जीत का सटीक विश्लेषण वसीम जाफ़र के साथकोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के ख़िलाफ़ मैच में रिकॉर्ड जीत दर्ज करने के बाद पंजाब किंग्स (PBKS) के कप्तान सैम करन ने कहा है कि क्रिकेट का खेल पूरी तरह से बदल गया है और बेसबॉल जैसा हो गया है।
मैच के बाद प्रजेंटेशन के दौरान करन ने कहा, "क्रिकेट, बेसबॉल में बदल रहा है। यह अश्विसनीय है। ऐसे मैचों के लिए कुछ भी नहीं कहा जा सकता। एक टीम के लिए पिछले कुछ सप्ताह हमारे लिए बहुत कठिन गए थे। लेकिन इस मैच में हमने विपक्षी टीम को आड़े हाथों लिया और हम यह जीत डिज़र्व करते थे।"
करन अपने सलामी बल्लेबाज़ जॉनी बेयरस्टो की फ़ॉर्म वापसी से भी बहुत ख़ुश नज़र आएं। बेयरस्टो इस पूरे सीज़न रनों के लिए जूझ रहे थे और उन्हें टीम से बाहर भी होना पड़ा था। इस मैच में लियम लिविंगस्टन की जगह पर आए बेयरस्टो ने 48 गेंदों पर आठ चौके और नौ छक्कों की मदद से नाबाद 108 रनों की पारी खेली और अपनी टीम को एक रिकॉर्ड जीत दिलाई।
करन ने कहा, "मैं जॉनी के लिए बहुत ख़ुश हूं। वह कुछ मैचों के लिए टीम से बाहर थे तो उनमें टीम में आने की भूख दिख रही थी।"
नाबाद शतकीय मैच-जिताऊ पारी खेलने वाले बेयरस्टो ने मैच के बाद कहा, "मैं बस गेंद को ज़ोर से दूर मारने की कोशिश कर रहा था। मैं इससे पहले कभी ऐसे मैच में नहीं रहा, जब एक पारी में 260 रन बने हो। जब गेंद आपके पाले में आती है तो आपको प्रहार करना ही होता है।"
IPL इतिहास के शीर्ष आठ रिकॉर्ड स्कोर में से सात इसी साल आए हैं और 300 का स्कोर भी अब संभव दिख रहा है।
करन ने कहा, "बहुत कुछ बदल रहा है। जिस तरह से बल्लेबाज़ अब ख़ुद को ट्रेन करते हैं, वे अधिक समय तक लंबे हिट मारने में सक्षम हो रहे हैं। यह कॉन्फ़िडेंस का भी मामला है। इसके अलावा ओस और छोटे मैदानों का भी फ़र्क पड़ता है। मैं यह नहीं कह रहा कि यह अब बल्लेबाज़ों का खेल बन गया है, लेकिन ऐसा दिख रहा है। मुझे पता है कि लोग बस छक्कों की बारिश देखना चाहते हैं और अब कोई भी रिकॉर्ड सुरक्षित नहीं है।"
28 गेंदों पर नाबाद 68 रन बनाने वाले शशांक सिंह से भी करन बहुत प्रभावित नज़र आए।
उन्होंने कहा, "वह हमारे लिए इस सीज़न की खोज रहे हैं। उन्हें इस मैच में नंबर चार पर भेजकर एक अतिरिक्त ज़िम्मेदारी दी गई थी, जिसे उन्होंने बख़ूबी निभाया। वह और आशुतोष शर्मा इस साल अविश्वसनीय रहे हैं और मैं दोनों के लिए बहुत ख़ुश हूं। पिछले दो सप्ताह हमारी टीम बहुत कठिन दौर से गुजरी है, इसलिए हम छोटी-छोटी ख़ुशियों का भी लुत्फ़ उठाने जा रहे हैं। यह कोई छोटी जीत भी नहीं है और मुझे अपनी टीम पर गर्व है।"
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