ऋतुराज गायकवाड़ : हम बीच के ओवरों में तेज़ी से रन नहीं बना पाए
LSG के कप्तान के एल राहुल ने भी अपनी टीम की ख़ास रणनीतियों के बारे में बताया
'राहुल का इंटेंट टी20 विश्व कप से पहले सही होता दिख रहा है'
लखनऊ में LSG की CSK पर जीत का सटीक विश्लेषण वसीम जाफ़र के साथलखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को अपने सातवें मैच में तीसरी हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए CSK ने 20 ओवरों में 176 का स्कोर बनाया था, जो पर्याप्त साबित नहीं हुआ। मैच के बाद बात करते हुए CSK के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने इस बात को स्वीकार किया कि उनकी टीम एक अच्छे स्कोर से कम से कम 10-15 रन पीछे थी। ऋतुराज के अनुसार उनकी टीम बीच के ओवरों में तेज़ी से रन नहीं बना पाई, जिसके कारण वह एक अच्छा टोटल बनाने से चूक गए।
ऋतुराज ने मैच के बाद कहा, " मुझे पता है कि हमने काफ़ी अच्छे तरीक़े से अपनी पारी को फ़िनिश किया। इससे बेहतर फ़िनिशिंग के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था। हालांकि मुझे यह लगता है कि पावरप्ले के बाद हमने 14-15वें ओवर तक धीमी बल्लेबाज़ी की और निरंतर अंतराल पर विकेट गंवाते रहे। मुझे लगता है कि हमने 10-15 रन कम बनाएं।"
पहले छह ओवरों में चेन्नई की टीम ने 2 विकेट के नुक़सान पर 51 रन बनाए थे। इसके बाद के 10 ओवरों में उन्होंने सिर्फ़ 62 रन बनाए। साथ ही इस दौरान उनके चार बल्लेबाज़ों को पवेलियन भी जाना पड़ा। इन 10 ओवरों के दौरान एक ऐसा समय भी आया, जब चेन्नई की टीम ने 34 गेंदों तक किसी भी गेंद को सीमा रेखा के बाहर नहीं भेजा। 10वें ओवर में एक चौका आया था और उसके बाद अगला चौका 16वें ओवर में आया। इन 10 ओवरों में से पांच ओवर रवि बिश्नोई और क्रुणाल पंड्या ने डाले थे और उसमें उन्होंने 29 रन दिए।
LSG के कप्तान के एल राहुल ने कहा कि बीच के ओवरों में तेज़ गति और स्पिन के मिश्रण का उपयोग करना उनकी ओर से एक पूर्व नियोजित रणनीति थी ताकि विपक्षी बल्लेबाज़ों को "एक ही तरह की गेंदबाज़ी" के ख़िलाफ़ सेट न होने दिया जाए।
राहुल ने कहा, "यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस तरह के विकेट पर खेल रहे हैं और विपक्षी टीम में किस तरह के बल्लेबाज़ हैं। हम विपक्षी टीमों के ख़िलाफ़ अपना होमवर्क करने और उनके ख़िलाफ़ रणनीति बनाने में अच्छा-ख़ासा समय बिताते हैं। हमने पहले से यह रणनीति बनाई हुई थी कि बीच के ओवरोंं में हमें स्पिन और तेज़ गति के मिश्रण के साथ जाना है।
" मुझे लगता है कि इस जीत का श्रेय गेंदबाज़ों को जाता है। मैं बस गेंदबाज़ी में बदलाव कर सकता हूं या अलग-अलग रणनीतियों के साथ जा सकता हूं लेकिन अगर वे हमारे प्लान का क्रियान्वयन नहीं करते हैं, तो हम सभी एक टीम के रूप में सफल नहीं हो सकते हैं। उन्होंने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। हम अभ्यास के दौरान कड़ी मेहनत करते हैं। यह देख कर अच्छा लग रहा है कि हमारी टीम के सभी खिलाड़ी अपनी योजनाओं पर क़ायम हैं।"
CSK की तरफ़ से एमएस धोनी ने नौ गेंदों पर नाबाद 28 रन और मोईन अली के 20 गेंदों में 30 रन बनाए। इसके अलावा रवींद्र जाडेजा ने एंकर की भूमिका निभाते हुए 40 गेंदों पर नाबाद 57 रन बनाए। इन्हीं पारियों की वजह से चेन्नई की टीम का कुल स्कोर 176 तक पहुंचा। हालांकि इस टोटल को एक ओवर शेष रहते LSG की टीम ने प्राप्त कर लिया। ऋतुराज ने महसूस किया कि पहली पारी में पिच पर रन बनाना "थोड़ा मुश्किल" था, और इम्पैक्ट प्लेयर नियम के होने का मतलब होता है कि टीमों को "शायद 20 रन अतिरिक्त" बनाना पड़ेगा।
इसके अलावा CSK के कप्तान ने उनकी गेंदबाज़ी के बारे में भी बात किया, जहां उन्होंने कहा कि पावरप्ले में विकेट नहीं ले पाना उनकी टीम को महंगा पड़ रहा है। कुल मिलाकर इस सीज़न में CSK ने पहले छह ओवरों में सिर्फ़ सात विकेट लिए हैं, जो RCB के बाद किसी भी टीम द्वारा दूसरा सबसे कम विकेट है। उस चरण में उनका 56.85 का गेंदबाज़ी औसत भी दूसरा सबसे ख़राब है।
ऋतुराज ने कहा, " यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां हम आगे चलकर सुधार करना चाहेंगे। अगर हम पावरप्ले में विकेट हासिल करते हैं तो यह वास्तव में विपक्षी टीम को बैकफु़ट पर ला देता है। ख़ासकर तब जब हम लगभग दस रन कम बनाते हैं तो हमें जल्दी विकेट लेने की आवश्यकता होती है। निश्चित रूप से यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर हमें काम करने की ज़रूरत है।"
CSK मंगलवार को फिर से LSG के साथ मैच खेलेगी, लेकिन इस बार मैच चेन्नई में होगा।
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