अभिषेक पोरेल : जब टीम आपका समर्थन करती है, तो आपका आत्मविश्वास बढ़ता है
ओपनर के तौर पर लगातार DC के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं पोरेल
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IPL 2025 के 40वें मुक़ाबले LSG vs DC का सटीक विश्लेषण चेतेश्वर पुजारा के साथIPL 2023 में जब इंपैक्ट प्लेयर का एक नया और अनोखा नियम लाया गया था, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि आगे चलकर यह कई युवा खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। दिल्ली कैपिटल्स (DC) के विकेटकीपर बल्लेबाज़ अभिषेक पोरेल के लिए यह नियम काफ़ी लाभदायक साबित हुआ।
उन्होंने उसी सीज़न दिल्ली कैपिटल्स के लिए इंपैक्ट सब के रूप में अपना IPL डेब्यू किया और 11 गेंदों में 20 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। भले ही यह पारी छोटी थी, लेकिन तब 19 साल और कुछ महीने के रहे पोरेल ने यह दिखा दिया कि उनके अंदर उच्च स्तर पर प्रदर्शन करने की प्रतिभा है।
अब पोरेल DC की सेटअप का अहम हिस्सा बन चुके हैं और उन्हें DC ने बड़ी नीलामी से पहले रिटेन भी किया।
इस सीज़न पहले चार मैचों में उन्होंने तीन नंबर पर बल्लेबाज़ी की और उनके स्कोर 0, 34*, 33 और सात रन के रहे। इसके बाद फ़ाफ़ डुप्लेसी को चोट लगी और पोरेल को ओपनिंग करने का मौक़ा मिला। अब पिछली चार पारियों में ओपनिंग करते हुए उनके स्कोर 33, 49, 18 और 51 हैं।
लखनऊ सुपर जॉयंट्स (LSG) के ख़िलाफ़ अवे मैच में उन्होंने इस सीज़न का अपना पहला अर्धशतक लगाया और टीम की जीत में अहम योगदान दिया। पोरेल अपनी इस नई भूमिका का लुत्फ़ ले रहे हैं और हर दिन अपनी बल्लेबाज़ी में सुधार लाने की कोशिश कर रहे हैं।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर मैं अपनी हर पारी का लुत्फ़ उठा रहा हूं। हर पारी में मैं अपने आप में सुधार की कोशिश करता हूं। इसके लिए अभ्यास में मेरी कोचों से भी बातचीत होती रहती है। हेमंग सर बताते हैं कि कहां और अच्छा कर सकते हो। कहीं ना कहीं जो प्रैक्टिस में किया था, वह आज मैच में भी दिखा।"
पोरेल काफ़ी आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हैं और पहली गेंद से ही बल्ला घुमाना शुरू कर देते हैं। आजकल के T20 क्रिकेट की शायद मांग भी यही है। बाहर से देखने में तो यह बड़ा मज़ेदार लगता है, लेकिन एक बल्लेबाज़ के लिए यह काफ़ी मुश्किल का काम होता है क्योंकि हमेशा विकेट जाने का डर बना रहता है।
IPL जैसी लीग में किसी बल्लेबाज़ के पास अधिक मौक़े नहीं होते हैं तो ऐसे में बल्लेबाज़ को आक्रामकता के साथ ही निरंतरता भी दिखानी होती है। हालांकि, यदि किसी बल्लेबाज़ को भरपूर सपोर्ट मिले तो उसका खेल और भी बढ़िया दिखता है।
पोरेल ने अपनी सोच और मिल रहे सपोर्ट के बारे में कहा, "मेरा गेम क्या है, वह मुझे और मेरे सपोर्ट स्टाफ़ को पता है। निश्चित तौर पर मुझे बोला जाता है कि तुम फ्री होकर खेलो, ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम लोग हैं तुम्हारे पीछे। कप्तान ने भी ऐसा बोला है।
"मेरी एक दो पारियां शुरू में ख़राब गई थी, जब मैं पहले मैच में शून्य पर आउट हो गया था। उस समय मुझे दबाव महसूस हुआ था कि पहला मैच सीज़न का खराब गया। उस टाइम पर सबने बैक किया। कहीं ना कहीं यह मोटिवेट करता है कि मैं खुलके खेलूं। मेरा जो अपना गेम है, जो अपना स्ट्रेंथ है, उसके हिसाब से खेलूं।"
पिछले कुछ सालों में पोरेल ने घरेलू क्रिकेट में भी काफ़ी शानदार प्रदर्शन किया है और लगातार रन बनाने के बाद हर बल्लेबाज़ नेशनल टीम से बुलावे की ओर देखता है। 22 साल के हो चुके पोरेल के लिए भी कुछ अलग नहीं है। उनका सपना भारत के लिए खेलने का है, लेकिन फिलहाल उनका पूरा ध्यान DC को चैंपियन बनाने की ओर ले जाने पर है।
उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर प्लान तो इंडिया खेलने का है, अपने देश के लिए खेलना है। बहुत साल खेलना है तो अभी भविष्य का प्लान तो यही है। फ़िलहाल उससे अधिक मेरे लिए यह मायने रखता है कि अपनी टीम को IPL ट्रॉफ़ी मैं कैसे दिला सकता हूं। कौन सी जगह में मैं परफ़ॉर्म करके टीम को आगे ले जा सकता हूं, वो ज़्यादा मैटर करता है मेरे लिए। एक-एक मैच कहीं ना कहीं अभी के लिए ज़्यादा अहम है।"
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