मैच (13)
Women's Hundred (2)
IRE-W vs PAK-W (1)
Men's Hundred (2)
One-Day Cup (8)
PBKS Flag

PBKS

206/8
DC Flag

DC

(19.3/20 ov, T:207) 208/4

DC की 6 विकेट से जीत, 3 गेंद बाकी

DC Flag

DC

199/3
GT Flag

GT

(19/20 ov, T:200) 205/0

GT की 10 विकेट से जीत, 6 गेंद बाकी

DC Flag

DC

162/8
RCB Flag

RCB

(18.3/20 ov, T:163) 165/4

RCB की 6 विकेट से जीत, 9 गेंद बाकी

LSG Flag

LSG

159/6
DC Flag

DC

(17.5/20 ov, T:160) 161/2

DC की 8 विकेट से जीत, 13 गेंद बाकी

DC Flag

DC

203/8
GT Flag

GT

(19.2/20 ov, T:204) 204/3

GT की 7 विकेट से जीत, 4 गेंद बाकी

DC Flag

DC

188/5
RR Flag

RR

(20 ov, T:189) 188/4

मैच टाई (DC सुपर ओवर में जीता)

दिल्ली कैपिटल्स क्रिकेट टीम न्‍यूज़ और मैच

कप्तान: अक्षर पटेल
कोच: हेमंग बदानी
घरेलू मैदान: अरुण जेटली स्टेडियम, नई दिल्ली
IPL ख़िताब: 0
मालिक: जीएमआर स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड

दिल्ली कैपिटल्स (पहले डेयरडेविल्स) पहले दो सीजनों में सेमीफ़ाइनल में लड़खड़ाई, और 2012 तथा 2019 में प्लेऑफ़ में बाहर हो गई। वे 2020 में पहली बार ख़िताबी दौर में पहुंची, जहां उन्हें मुंबई इंडियंस की टीम से हार मिली। 2021 में भी वे लगभग उतनी ही दूर पहुंची, लीग स्टेज में तालिका में शीर्ष पर रही, लेकिन फिर दोनों प्लेऑफ़ मैच हारकर बाहर हो गई।

दिल्ली कैपिटल्स का इतिहास


दिल्ली कैपिटल्स IPL में हमेशा कमतर आंकी गई है, हालांकि उन्होंने मज़बूत शुरुआत की थी। वे 2012 में ग्रुप स्टेज के अंत में तालिका में शीर्ष पर रहने के बाद प्लेऑफ़ में भी पहुंचे और तीसरे स्थान पर रहे, लेकिन 2011, 2013, 2014 और 2018 में सबसे निचले पायदान पर रहे।

दिसंबर 2018 में फ़्रैंचाइज़ी का नाम बदलकर दिल्ली कैपिटल्स कर दिया गया, और नाम के इस बदलाव से क़िस्मत भी बदली हुई नज़र आई - वे 2019 में प्लेऑफ़ में पहुंचे, और 2020 में, ज़्यादातर युवा खिलाड़ियों की टीम के साथ पहली बार फ़ाइनल में पहुंचे। 2021 में वे लीग स्टेड में शीर्ष पर रहने के बाद फिर से प्लेऑफ़ में पहुंचे। 2023 में नंबर 9 पर खिसकने के बाद, वे नए कप्तान अक्षर पटेल के नेतृत्व में 2025 में पांचवें स्थान पर रहे।

हाल के कुछ वर्षों में उन्होंने स्थिरता हासिल की है, और युवाओं पर ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन पीछे मुड़कर देखें तो अपनी टीमें बनाते समय उन्होंने कुछ ऐसे फ़ैसले लिए होंगे, जिन्होंने उन्हें नुक़सान पहुंचाया होगा। 2008 में उन्होंने विराट कोहली टीम में शामिल नहीं किया, तर्क यह था कि उनके पास विरेंद्र सहवाग, शिखर धवन, गौतम गंभीर, तिलकरत्ने दिलशान और एबी डीविलियर्स जैसे खिलाड़ी थे। इसके बाद गंभीर को रिलीज़ कर दिया गया। कोहली IPL इतिहास में सबसे महान खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, जबकि गंभीर ने कोलकाता नाइट राइडर्स को तीन IPL ख़िताब दिलाए (एक कोच के रूप में)। दिल्ली ने जिन खिलाड़ियों को जाने दिया है उनमें डीविलियर्स, आंद्रे रसेल, ट्रेंट बोल्ट, श्रेयस अय्यर, कागिसो रबाडा और आवेश ख़ान शामिल हैं।

दिल्ली कैपिटल्स की सफलता

DC के लिए 2008 और 2009 के साल अच्छे रहे। तब वे सेमीफ़ाइनल तक पहुंचने में सफल रहे। हालांकि वे 2020 में फाइनल तक पहुंचे, लेकिन उनके सर्वश्रेष्ठ सीज़न यकीनन 2012 और 2021 थे। 2012 में उन्होंने अपने 16 लीग मैचों में से 11 जीते, और 2021 में उन्होंने 14 में से दस जीते। 2012 में सहवाग, महेला जयवर्धने और केविन पीटरसन ने 300 से ज़्यादा रन बनाए (सहवाग ने 495 बनाए); और मोर्ने मोर्कल तथा उमेश यादव ने मिलकर 44 विकेट लिए। 2021 में युवा आवेश ख़ान टूर्नामेंट के विकेट लेने वालों की सूची में 24 विकेट के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

दिल्ली कैपिटल्स का लचर प्रदर्शन

DC 2013 से 2018 तक काफ़ी बुरे दौर से गुज़री। जो कुछ भी उन्होंने आज़माया वह काम नहीं आया, या उसका कोई मतलब नहीं निकला। इन वर्षों के दौरान वे नंबर 6 से ऊपर नहीं उठ पाए। 2023 में भी वे फिर से बुरी तरह असफल हुए और अंकतालिका में सबसे नीचे के पास फिनिश किया।

दिल्ली कैपिटल्स: सीज़न दर सीज़न


2025 - पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
नए कप्तान अक्षर पटेल के नेतृत्व में DC ने अपने पहले छह मैचों में से पांच जीते, लेकिन अगले आठ में से पांच मैच हारने के बाद प्लेऑफ़ से बाहर हो गई। वे इस में पाचवें स्थान पर रहे, जिसमें नए खरीदे गए केएल राहुल के शानदार प्रदर्शन ने उन्हें ऊपर उठाया। राहुल ने 539 रन बनाए, यह आठ सालों में सातवीं बार था जब उन्होंने एक सीज़न में 500 से ज़्यादा रन बनाए थे। DC की बाक़ी की बल्लेबाज़ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। गेंदबाज़ी कुलदीप यादव तथा मिचेल स्टार्क पर अत्याधिक निर्भर थे।

2024 - छठा
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह एक और औसत दर्ज़े का सीज़न था। इस सीज़न के दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जैक फ़्रेज़र मक्गर्क़ एक चमकता सितारा रहे, जिन्होंने नौ मैचों में 330 रन बनाए, और ऋषभ पंत (446 रन) ने लंबी चोट के बाद वापसी करते हुए उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। लेकिन डेविड वॉर्नर ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हालाकि कैपिटल्स एक ख़राब शुरुआत (अपने पहले पांच मैचों में एक जीत) के बाद संभल गई थी, फिर भी वे एक बार फिर तालिका में छठे स्थान पर रही।

2023 - नौवां
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
DC का एक दशक में यह सबसे ख़राब प्रदर्शन था। पिछले दिसंबर में कार दुर्घटना के बाद चोटिल होने के कारण वे पंत को मिस कर रहे थे, और कुलदीप यादव ने पिछले साल की तुलना में आधे विकेट ही लिए। कप्तान वॉर्नर ने 516 रन बनाए, लेकिन टीम में कोई और उनके क़रीब भी नहीं पहुंच पाया। अपने पहले पांच मैच हारने के बाद वे कभी भी सही तरीक़े से उबर नहीं पाए।

2022 - पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
कौन जानता है कि अगर पंत ने अपने आख़िरी लीग गेम में मुंबई इंडियंस के टिम डेविड के ख़िलाफ़ कैच का रिव्यू लिया होता तो क्या होता, उस समय डेविड शून्य पर थे लेकिन उसके बाद उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे DC बाहर हो गई। पूरे सीज़न में वॉर्नर, पृथ्वी शॉ और मिचेल मार्श ने ऊपर अच्छी बल्लेबाज़ी की, और एक नए गेंदबाज़ी आक्रमण में कुलदीप यादव ने 14 मैचों में 21 विकेट लिए।

2021 - तीसरा
मैच 16, जीते 10, जीत प्रतिशत 62.5%
तेज़ गेंदबाज़ आवेश ख़ान साल की बड़ी सफ़लता की कहानी रहे, जिन्होंने 7.37 की इकॉनमी से 24 विकेट लिए। यह धवन का एक और शानदार सीज़न रहा। हालांकि अंत में वे थोड़े धीमे पड़ गए, उन्होंने 587 रन बनाए। शॉ और पंत अन्य दो बड़े स्कोरर रहे, जिन्होंने क्रमशः 479 और 419 रन बनाए। फिर भी दिल्ली की बल्लेबाज़ी कमज़ोर थी और वे प्लेऑफ में लड़खड़ा गए।

2020 - उपविजेता
मैच 17, जीत 9, जीत प्रतिशत 52.9%
धवन और अय्यर ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया, उन्होंने क्रमशः 618 और 519 रन बनाए; रबाडा और अनरिख़ नॉर्खिया ने मिलकर 52 विकेट लिए; और अक्षर पटेल तथा मार्कस स्टोइनिस ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया। कैपिटल्स ने लीग मेंअपने 14 मैचों में से आठ जीते और SRH को हराकर फाइनल में पहुंचे, लेकिन फिर ख़िताबी मैच में असफल रहे।

2019 - तीसरा
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
धवन अपनी घरेलू टीम में लौटे, और पंत, अय्यर, शॉ ने मिलकर लगभग 1500 रन बनाए। कगिसो रबाडा ने गेंदबाज़ी का नेतृत्व किया, उन्होंने 25 विकेट लिए। इस बार DC ने नौ मैच जीते और तालिका में नंबर 3 पर रहे। उन्होंने एलिमिनेटर में सनराइजर्स हैदराबाद को हराया> नॉकआउट में यह उनकी पहली जीत थी> लेकिन फिर उन्हें CSK ने बाहर कर दिया।

2018 - आठवां
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
पंत ने 14 पारियों में 173.60 के स्ट्राइक रेट से 684 रन बनाए, अय्यर ने 411 रन का योगदान दिया, और विजय शंकर, पृथ्वी शॉ तथा ट्रेंट बोल्ट (18 विकेट) का भी उपयोगी योगदान रहा, लेकिन दिल्ली फिर भी नौ मैच हारी और सिर्फ़ पांच जीत पाई। चौथी बार उन्होंने सबसे निचले स्थान पर फ़िनिश करना था।

2017 - सातवां
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
DC इस बार फिर छठे स्थान पर रही। इस बार उन्हें छह जीत और आठ हार मिले। फिर भी संजू सैमसन, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर सभी ने सीज़न में 300 से ज़्यादा रन बनाए। इससे यह साफ़ पता चल रहा था कि उनकी टीम एक मज़बूत नींव के साथ आगे बढ़ रही है।

2016 - छठा
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
दिल्ली के भाग्य में थोड़ा सा सुधार हुआ। सात जीत और सात हार के साथ।वे एक पायदान ऊपर आ गए। क्विंटन डिकॉक ने 445 रन बनाकर कमाल किया; लेगस्पिनर अमित मिश्रा और एक और साउथ अफ़्रीकी खिलाड़ी क्रिस मॉरिस ने मिलकर 26 विकेट लिए।

2015 - सातवां
मैच 14, जीत 5, जीत प्रतिशत 35.7%
इस समय के आसपास दिल्ली ने जो भी किया वह सच में काम नहीं आया। उनका प्रदर्शन 2014 की तुलना में थोड़ा बेहतर था, लेकिन पांच जीत और आठ हार ने उन्हें किंग्स XI पंजाब से ऊपर रहने दिया।

2014 - आठवां
मैच 14, जीत 2, जीत प्रतिशत 14.2%
एक और सीज़न, एक और निराशाजनक प्रदर्शन। पिछले साल अगर उन्होंने तीन जीते और 13 हारे, तो इस बार, टूर्नामेंट में आठ टीमों के होने के कारण, उन्होंने दो जीते और 12 हारे। इस सीजन दिल्ली ने टूर्नामेंट का अंत लगातार नौ हार के साथ किया।

2013 - नौवां
मैच 16, जीते 3, जीत प्रतिशत 18.7%
इस सीज़न दिल्ली शायद अपनी सबसे ख़राब स्थिति में आ गई। उन्हें तीन जीत और 13 हार मिली। उनकी पहली जीत अपने सातवें मैच में, मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़मिली, और फिर दो जीत के बाद, उनके अभियान को ख़त्म करने के लिए लगातार छह हार का एक और सिलसिला चला।

2012 - तीसरा
मैच 18, जीत 11, जीत प्रतिशत 61.1%
बड़े सितारे - सहवाग, पीटरसन, जयवर्धने, मॉर्कल, वार्नर सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया, और दिल्ली एक अच्छी तरह से काम करने वाली मशीन की तरह चलती रही, लीग चरण के अंत में तालिका में शीर्ष पर रही। लेकिन उनके लिए यह फिर से इतना क़रीब होकर भी दूर ही रहा। आख़िरी समय में वे KKR और CSK से हारकर वे बाहर हो गए।

2011 - दसवां
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
। पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोची टस्कर्स केरला के साथ IPL दस टीमों का टूर्नामेंट बन गया था। दो नई टीमें और दिल्ली सबसे नीचे के तीन स्थानों पर थीं, जिसमें दिल्ली आख़िरी थी।

2010 - पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
दिल्ली ने अपने पहले दो सीज़न के प्रदर्शन को आगे बढ़ाने का सोचा होगा,, लेकिन अपने पहले दो मैच जीतने के बाद, उन्होंने केवल पांच मैच जीते। मुंबई इंडियंस और डेक्कन चार्जर्स के पीछे तीन अन्य टीमों के साथ अंकों के आधार पर बराबरी पर रही। उनके नेट रन रेट ने उनके ख़िलाफ़ काम किया, और चेन्नई सुपर किंग्स तथा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु आगे बढ़ गए।

2009 - तीसरा
मैच 15, जीत 10, जीत प्रतिशत 66.6%
साउथ अफ़्रीका में खेले गए टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में दिल्ली फ़ॉर्म टीम थी। उन्होंने अपने पहले 14 में से दस मैच जीते, और नॉकआउट में शीर्ष पर रही, जहां वे सेमीफ़ाइनल में पिछले बार की चैंपियन डेक्कन चार्जर्स से हार गए।

2008 - चौथा
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
दिल्ली ने अच्छी शुरुआत की। लगातार दो जीत के साथ वे आगे बढ़े और पर्याप्त मैच जीतने में कामयाब रही । वे अंकतालिका में चौथे स्थान पर रहे। लेकिन राजस्थान रॉयल्स, जिसे दिल्ली ने अपने पहले गेम में हराया था, ज़बरदस्त फ़ॉर्म में थी, उन्होंने सेमीफ़ाइनल में दिल्ली को हराया।

दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य खिलाड़ी


ऋषभ पंत
पंत टीम के इतिहास में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। पंत ने कैपिटल्स के साथ अपने आठ सीज़न में 3000 से ज़्यादा रन बनाए हैं। उनका 149 का स्ट्राइक रेट और भी प्रभावशाली रहा है, और T20 के सबसे ख़तरनाक मध्य-क्रम के बल्लेबाज़ों में से एक के रूप में उनकी प्रतिष्ठा रही है। वह 2022 के सीज़न में ज़्यादा प्रभाव नहीं डाल पाए, अगले सीज़न में चोट के कारण बाहर रहे, और 2024 में उम्मीद से बेहतर वापसी की।

वीरेंद्र सहवाग
सहवाग का आख़िरी गेम 2013 में था। 2020 तक वे दिल्ली के शीर्ष रन बनाने वालों की सूची में नंबर 1 पर रहे। सहवाग ने पहले दो सीज़न में टीम की कप्तानी की और उन्हें शीर्ष चार में पहुंचाया। उन्होंने अगली बार 2012 में प्लेऑफ़ में जगह बनाई, और वहां भी अच्छा प्रदर्शन किया। एक सीज़न वह में लगातार पांच T20 अर्धशतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने।

अमित मिश्रा
मिश्रा ने डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए भी खेला, लेकिन दिल्ली के साथ ही उन्होंने IPL में महानता हासिल की। उन्होंने 99 मैचों में 106 विकेट लिए। उन्हें 2021 के सीज़न में ज़्यादा मौके नहीं मिले। 2023 में वे LSG चले गए।

अक्षर पटेल
अक्षर को टीम के साथ अपने सातवें सीज़न में कप्तानी की ज़िम्मेदारी दी गई, और उन्होंने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी से मध्य क्रम की कमी को पूरा किया। 2025 के अंत तक उन्होंने टीम के लिए 1200 से ज़्यादा रन बनाए थे और फ्रेंचाइज़ी के सर्वकालिक विकेट लेने वालों की तालिका में तीसरे स्थान पर थे।

श्रेयस अय्यर
अय्यर ने 2022 तक दिल्ली के अलावा किसी और IPL फ्रेंचाइज़ी के लिए नहीं खेला, जब उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने खरीदा। उनके आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली ने उन्हें क्यों अपने साथ बनाए रखा: 87 मैचों से 2375 रन। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन पर टीम बल्लेबाज़ी की मज़बूती और नेतृत्व की समझ के लिए निर्भर करती थी।

डेविड वार्नर
वार्नर ने लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए अपने पहले पांच सीज़न खेले, और फिर 2022 में वापस भी आए। उस साल वह कैपिटल्स के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। अगले सीज़न में उन्होंने और भी ज़्यादा रन बनाए ।

दिल्ली कैपिटल्स के रिकॉर्ड


दिल्ली कैपिटल्स स्क्वॉड

fan-ratings
टीम फैन रेटिाग्‍स
1.
के एल राहुल
रन: 539विकेट: 0
7
2.
ऋषभ पंत
रन: 3284विकेट: 0
6.6
3.
मुस्तफ़िज़ुर रहमान
6.5

सर्वाधिक रन

पिछले एक साल में
के एल राहुल
539
पारी: 13औसत: 53.90
अभिषेक पोरेल
301
पारी: 13औसत: 25.08
ट्रिस्टन स्टब्स
300
पारी: 13औसत: 50.00

सर्वाधिक विकेट

पिछले एक साल में
कुलदीप यादव
15
पारी: 13औसत: 24.06
मिचेल स्टार्क
14
पारी: 10औसत: 26.14
मुकेश कुमार
12
पारी: 12औसत: 34.00