गुजरात के पास ख़िताब विजेता टीम, लेकिन कुछ जगह भरने की ज़रूरत
कई खिलाड़ियों को ट्रेड करने के बाद मौजूदा विजेता को कई अहम रिप्लेसमेंट चाहिए

कौन हैं इनके पास
मौजूदा चैंपियन गुजरात टाइटंस ने छोटी नीलामी से पहले केवल छह खिलाड़ियों को ही रिलीज़ किया है और उनके पास लगभग सभी वह खिलाड़ी हैं, जिन्होंने उन्हें एक विजेता टीम बनाया था।
मौजूटा दल : हार्दिक पंड्या (कप्तान), अभिनव मनोहर, डेविड मिलर, शुभमन गिल, मैथ्यू वेड, ऋद्धिमान साहा, बी साई सुदर्शन, दर्शन नालकंडे, जयंत यादव, प्रदीप सांगवान, राहुल तेवतिया, विजय शंकर, राशिद ख़ान, अल्ज़ारी जोसेफ़, मोहम्मद शमी, नूर अहमद, आर साई किशोर, यश दयाल।
कितना पैसा, कितने खिलाड़ियों की ज़रूरत
गुजरात के पास 19.25 करोड़ रुपये का पर्स है और उन्हें तीन विदेशी खिलाड़ियों समेत कुल सात स्थान भरने हैं।
इन्हें कैसे खिलाड़ी चाहिए ?
एक तेज़ गेंदबाज़। उन्होंने लॉकी फ़र्ग्युसन को कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ ट्रेड कर दिया था और अब उन्हें इनकी रिप्लेसमेंट चाहिए। टीम के प्रमुख कोच आशीष नेहरा ने इस माह की शुरुआत में यह कह ही दिया था।
उन्हें एक भारतीय तेज़ गेंदबाज़ की भी ज़रूरत होगी जो यश दयाल का बैकअप हो और हार्दिक पंड्या के कार्य प्रबंधन को भी संभाल सके।
जेसन रॉय को रिलीज़ करने और रहमानउल्लाह गुरबाज़ को केकेआर से ट्रेड करने के बाद उन्हें एक शीर्ष क्रम बल्लेबाज़ की भी ज़रूरत हे जो या तो ओपन कर सके या नंबर तीन पर खेल सके।
उन्हें एक तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर की भी ज़रूरत होगी। राजस्थान रॉयल्स (13.2 करोड़), रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (8.75 करोड़) और केकेआर (7.05 करोड़) से ज़्यादा उनके पास पर्स है जिससे वह सैम करन, कैमरन ग्रीन और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों पर बड़ी बोली लगा सकते हैं।
इन पर टारगेट हो सकता है
सैम करन एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं, वह बल्लेबाज़ी में गहराई लाते हैं और प्रमुख गेंदबाज़ के तौर पर फ़र्ग्युसन की जगह ले सकते हैं। हालांकि वह डिमांड में होंगे और सनराइज़र्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स उन पर दांव लगा सकते हैं क्योंकि उनके पास भी बड़ा पर्स है।
बायें हाथ के तेज़ गेंदबाज रीस टॉप्ली भी उनके लिए अच्छे साबित हो सकते हैं और उन्हें वह आसानी से हासिल भी कर सकते हैं। गुजरात फ़र्ग्युसन की रिप्लेसमेंट के तौर पर उनकी ओर जा सकते हैं।
जयदेव उनादकट इतिहास में महंगे साबित हुए हैं लेकिन उनका अनुभव और अच्छी फ़ॉर्म, साथ ही आत्मविश्वास गुजरात के काम आ सकता है। इस साल उन्होंने अपनी घरेलू टीम सौराष्ट्र की 50 ओवर की विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में कप्तानी की और ख़िताब दिलाया और हाल ही में उन्हें भारत के बांग्लादेश दौरे पर भी टेस्ट टीम में चुना गया है।
मयंक अग्रवाल भी एक भारतीय बल्लेबाज़ के तौर पर नीलामी में सभी की निगाहों में होंगे। वह गुजरात के शीर्ष क्रम में फ़िट बैठ सकते हैं, लेकिन उन्हें हासिल करने के लिए उन्हें दूसरी टीमों से बहुत प्रतिस्पर्धा करनी होगी।
और केन विलियमसन क्यों नहीं? उन्हें सनराइज़र्स ने रिलीज़ कर दिया है और वह गुजरात के शीर्ष क्रम को भर सकते हैं। वह ओपन भी कर सकते हैं या नंबर तीन पर भी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं।
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