सरफ़राज़ का चयन ना होना घरेलू क्रिकेट का अपमान है : वेंकटेश प्रसाद
पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ ने कहा कि भारतीय टीम में सरफ़राज़ से अधिक के वज़न के कई खिलाड़ी हैं

भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट दल में सरफ़राज़ ख़ान के चयन नहीं होने पर चयनकर्ताओं को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि अविश्वसनीय प्रदर्शन के बाद भी मुंबई के बल्लेबाज़ का टीम में चयन नहीं होना 'अन्यायपूर्ण' है और यह 'घरेलू क्रिकेट के अपमान' जैसा है।
25 वर्षीय सरफ़राज़ ने मंगलवार को दिल्ली के ख़िलाफ़ रणजी मैच में इस सीज़न का तीसरा और कुल 13वां प्रथम श्रेणी शतक लगाया। पिछले दो रणजी सीज़न में सरफ़राज़ की औसत क्रमश: 122.75 और 154.66 की रही है और उन्होंने इस दौरान 12 मैचों में कुल 1910 रन बनाए हैं। इस सीज़न भी वह 111.20 की औसत से रन बना रहे हैं। उनकी प्रथम श्रेणी औसत (80.47) सर डॉन ब्रैडमैन (95.14) के बाद विश्व में दूसरी सर्वाधिक है।
वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट करते हुए लिखा, "लगातार तीन बेहतरीन घरेलू सीज़न के बाद भी सरफ़राज़ को टेस्ट टीम में नहीं लेना घरेलू क्रिकेट का अपमान है। ऐसा लग रहा है कि रणजी ट्रॉफ़ी में प्रदर्शन करने का कोई महत्व नहीं है। आप उनके वज़न की बात करते हैं लेकिन वह इस शरीर के साथ भी रन बनाने में फ़िट हैं। टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिनका वजन सरफ़राज़ से अधिक होगा।"
गौरतलब है कि सरफ़राज़ का भारतीय टेस्ट जर्सी से दूर रहने का एक बड़ा कारण उनके फ़िटनेस को भी माना जाता रहा है। हालांकि मंगलवार को दिल्ली के ख़िलाफ़ शतक लगाने के बाद सरफ़राज़ ने कहा कि वह अपनी फ़िटनेस पर लगातार ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "दिल्ली कैपिटल्स ने पिछले दिसंबर में 14 दिनों का फ़िटनेस कैंप लगाया था। फ़िटनेस पर लगातार काम चल रहा है और मेरी कोशिश है कि मैं अपनी फ़िटनेस को और ऊपर लेकर जाऊं।"
फ़िलहाल उनका ध्यान रणजी ट्रॉफ़ी पर ही है, जहां उनकी टीम मुंबई नॉकआउट में पहुंचने के बहुत क़रीब है।
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