क्रिकेट साउथ अफ़्रीका के नए टी20 लीग में खेल सकते हैं बटलर, लिविंग्स्टन और होल्डर
इस लीग के पहले सत्र के अंतर्राष्ट्रीय लीग टी20 के कार्यक्रम से टकराने की संभावना

क्रिकेट साउथ अफ़्रीका (सीएसए) के नए टी20 लीग से जॉस बटलर, लियम लिविंग्स्टन, मोईन अली और जेसन होल्डर ने अपना नाम जोड़ा है। यह लीग अगले साल जनवरी से खेली जाएगी और इसमें खिलाड़ियों को लगभग तीन लाख डॉलर (या दो करोड़ 40 लाख रुपये) तक की तनख़्वाह मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। पूर्व साउथ अफ़्रीकी कप्तान ग्रेम स्मिथ इस लीग की अगुआई करेंगे और इसमें छह फ़्रैंचाइज़ टीमें होंगी, जिनके पास खिलाड़ियों को ख़रीदने के लिए 20 लाख डॉलर (लगभग 16 करोड़ रुपये) होंगे।
अब तक लीग के पहले संस्करण का कार्यक्रम सार्वजानिक नहीं किया गया है लेकिन ऐसा समझा जा रहा है कि पहला मैच 11 जनवरी को होगा और फ़ाइनल 12 फ़रवरी को खेला जाएगा। अगर इस कार्यक्रम में कुछ बदलाव भी हों तब भी इस लीग के यूएई में 6 जनवरी और 12 फ़रवरी के बीच आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय लीग टी20 (आईएलटी20) के साथ-साथ होने की संभावना बनी है। लगभग उसी दौरान ऑस्ट्रेलिया में बीबीएल और बांग्लादेश में बीपीएल का भी आयोजन हो सकता है और इसका मतलब है खिलाड़ियों की उपलब्धता पर कई सवालिया निशान होंगे। लिविंग्स्टन इस साल बीबीएल के ड्राफ़्ट में शामिल विदेशी खिलाड़ियों में सबसे प्रमुख हैं और ऐसे में उनसे ऑस्ट्रेलिया में ही पूरा सीज़न खेलने की आशा जताई जा रही है।
सीएसए की लीग और आईएलटी20 में अधिकतर टीमें आईपीएल के टीम मालिकों के नियंत्रण में हैं और दोनों लीगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा होगा विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता है। इसको ध्यान में रखते हुए आईएलटी20 ने शीर्ष के खिलाड़ियों के लिए साढ़े चार लाख डॉलर (साढ़े तीन करोड़ रुपये) तक के वेतन की योजना बनाई है और इससे यह लीग आईपीएल के बाद दुनिया का सबसे अधिक भुगतान करने वाला लीग बन जाएगा।
अगर सीएसए लीग के साथ तुलना की जाए तो साउथ अफ़्रीका के पास अपने घरेलू प्रतिभा की उपलब्धता का फ़ायदा मिलेगा। आईएलटी20 में मुख्यतया वैश्विक खिलाड़ी नज़र आएंगे और हर टीम में 18 में से 12 खिलाड़ी विदेशी होंगे। वहीं साउथ अफ़्रीका में 17 में से 10 खिलाड़ी घरेलू प्रतिभाओं में से ही होंगे।
साउथ अफ़्रीका की लीग में टीम संयोजन को आईपीएल के आधार पर रखा जाएगा और सात घरेलू खिलाड़ियों के साथ चार विदेशी खिलाड़ियों को खिलाया जा सकेगा। नेशनल टीम की तरह इस लीग में टीमों पर अश्वेत खिलाड़ियों को खिलाने के ट्रांसफ़ॉर्मेशन लक्ष्य नहीं दिए जाएंगे। फ़्रैंचाइज़ी नीलामी में तो खिलाड़ी ख़रीदेंगे ही, साथ ही वह सीएसए के दिए गए नामों की सूची से भी खिलाड़ियों को अपनी टीम में जगह देंगे। यह समझा गया है कि कुछ खिलाड़ियों को 40 लाख रुपयों की राशि के बारे में बताया गया है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इसी को सैलरी कैप माना जाएगा अथवा नहीं।
नामों की सूची से खिलाड़ियों को किस आधार पर टीमें मिलेंगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन ऐसा संभव है कि आईपीएल से अनुबंधित खिलाड़ी उन्हीं टीम मालिकों द्वारा ख़रीदे टीमों के लिए खेलेंगे। हर फ़्रैंचाइज़ को इस सूची के बाहर एक साउथ अफ़्रीकी मार्की खिलाड़ी को शामिल करने का मौक़ा भी मिल सकता है। पंजीकृत नीलामी समूह के बाहर से भी विदेशी खिलाड़ियों को साइन किया जा सकता है लेकिन किसी एक देश से एक ही ऐसे खिलाड़ी को शामिल करने की अनुमति मिलेगी।
सीएसए के लीग के पीछे सीएसए, ब्रॉडकास्टर सुपरस्पोर्ट और पूर्व आईपीएल सीओओ सुंदर रमन का हाथ है। आईपीएल के मालिकों को टीमें दिलवाने में रमन और स्मिथ की बड़ी भूमिका रही थी। केप टाउन की टीम मुंबई इंडियंस के मालिकों ने ख़रीदा है जबकि डरबन, ग्केबरहा (पोर्ट एलिज़ाबेथ), पार्ल, प्रिटोरिया और जोहानेसबर्ग के फ़्रैन्चाइज़ टीमों में क्रमशः लखनऊ सुपर जायंट्स, सनराइज़र्स हैदराबाद, राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के मालिकों का हाथ होगा।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के प्रमुख देबायन सेन ने किया है
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.