पोलार्ड ने लिया आईपीएल से खेल जीवन का संन्यास, अगले साल बनेंगे मुंबई के बल्लेबाज़ी कोच
वेस्टइंडीज़ के ऑलराउंडर का फ़्रैंचाइज़ी के साथ बतौर खिलाड़ी 13 साल का साथ रहा, जहां पांच आईपीएल ख़िताब जीते

आईपीएल में एक फ़्रैंचाइज़ी और एक खिलाड़ी के बीच सबसे स्थायी रिश्तों में से एक ख़त्म हो गया है। पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस ने कायरन पोलार्ड को रिलीज़ कर दिया है। वह उनके सबसे वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे, जिनका फ़्रैंचाइज़ी के साथ 13 साल का साथ रहा जो 2010 में शुरू हुआ था।
पोलार्ड के बयान को मुंबई इंडियंस ने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, "हमेशा एमआई का हिस्सा हूं और हमेशा रहूंगा।" उन्होंने ख़ुलासा किया कि फ़्रैंचाइज़ी के साथ उनका जुड़ाव ख़त्म नहीं हुआ है। वह अब टीम के बल्लेबाज़ी कोच होंगे और उन्होंने कहा कि वह यूएई में होने वाली आईएलटी20 में माय ऐमिरेट्स के लिए खेलते रहेंगे।
पोलार्ड उन ख़ास खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने अपना पूरा आईपीएल करियर एक ही टीम के साथ बिताया है, जिन्होंने कम से कम 100 मैच खेले हैं। इनमें दूसरे नाम विराट कोहली (रॉयल चैंलेजर्स बेंगलुरु 2008 से), सुनील नारायण (कोलकाता नाइट राइडर्स 2011 से), जसप्रीत बुमराह (मुंबई इंडियंस 2013 से ) और लसिथ मलिंगा ( जिनका मुंबई में दो बार रहना हुआ) हैं।
यह पोलार्ड की ताकतवर हिटिंग, शानदार क्षेत्ररक्षण और कमाल की गेंदबाज़ी थी जब 2009 में भारत में हुई चैंपियंस लीग टी20 में उन्होंने आईपीएल फ़्रैंचाइज़ियों का ध्यान खींचा था। वहीं 2010 की नीलामी में उन पर मुंबई, चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 750,000 डॉलर (अब 6.08 करोड़) की अधिकतम बोली लगाई थी और शेन बॉन्ड के अलावा टाई ब्रेकर नियम से उन्हें मुंबई ने हासिल किया था।
यह पोलार्ड के लिए शानदार टर्नराउंड रहा, त्रिनिडाड एंड टोबैगो के इस खिलाड़ी को 2009 की नीलामी में किसी ने नहीं चुना था।
2010 में जब मुंबई ने उन्हें सात संख्या की रकम दी थी तो उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के साथ बातचीत में कहा था कि मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती उस विश्वास पर खरा उतरना होगा जो फ़्रैंचाइज़ी ने मुझ पर दिखाया है, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।
पोलार्ड अपने शब्दों पर बने रहे और वह मुंबई टीम की जान बन गए। पोलार्ड और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके नाम आईपीएल में 3000 से अधिक रन और 50 से अधिक विकेट हैं। पोलार्ड ने 223 छक्के लगाए जो टूर्नामेंट के इतिहास में पांचवें सबसे ज़्यादा हैं, वह आईपीएल 2013 फ़ाइनल सहित 14 मौक़ों पर प्लेयर ऑफ़ द मैच बने, जब मुंबई ने चेन्नई को हराकर अपना पहला आईपीएल ख़िताब जीता था। उस समय पोलार्ड जब मैदान पर आए थे तो स्कोर 52 रनों पर चार विकेट था, लेकिन उन्होंने 32 गेंद में 60 रनों की पारी खेली जो आईपीएल इतिहास की सबसे यादगार पारियों में से एक है।
2022 सहित हर बड़ी नीलामी से पहले पोलार्ड को रिटेंशन में 6 करोड़ रुपये दिए जाते थे, लेकिन इस साल वह फ़ॉर्म से जूझते दिखे। उन्होंने 11 मैचों में केवल 144 रन बनाए और औसत भी 14.40 का रहा। इसके बाद इंग्लिश समर में उन्हें घुटने की चोट लग गई और इसके बाद सीपीएल में उन्होंने त्रिनिडाड एंड टोबैगो की कप्तानी की और टीम आख़िरी चार में शामिल रही।
जहां तक मुंबई का सवाल है तो उनके इस फै़सले से 2023 की नीलामी में उनके पास बड़ा पर्स होगा। मुंबई का अपने खिलाड़ियों के साथ लंबा और भावुक संबंध होते हैं ऐसे में उनके बल्लेबाज़ी कोच बनने पर कोई भी आश्चर्य नहीं है।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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