परिणाम
क्वालिफ़ायार 2 (N), अहमदाबाद, June 01, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
203/6

PBKS
(19/20 ov, T:204) 207/5
PBKS की 5 विकेट से जीत, 6 गेंद बाकी
परिणाम
एलिमिनेटर (N), मुल्लांपुर, May 30, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
228/5

GT
(20 ov, T:229) 208/6
MI की 20 रन से जीत
परिणाम
69वां मैच (N), जयपुर, May 26, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
184/7

PBKS
(18.3/20 ov, T:185) 187/3
PBKS की 7 विकेट से जीत, 9 गेंद बाकी
परिणाम
64वां मैच (N), मुंबई, May 21, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
180/5

DC
(18.2/20 ov, T:181) 121
MI की 59 रन से जीत
परिणाम
56वां मैच (N), मुंबई, May 06, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
155/8

GT
(19/19 ov, T:147) 147/7
GT की 3 विकेट से जीत, 0 गेंद बाकी (डीएलएस पद्धति)
परिणाम
50th Match (N), जयपुर, May 01, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
217/2

RR
(16.1/20 ov, T:218) 117
MI की 100 रन से जीत
परिणाम
45वां मैच (D/N), मुंबई, April 27, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

MI
215/7

LSG
(20 ov, T:216) 161
MI की 54 रन से जीत
परिणाम
41वां मैच (N), हैदराबाद, डेक्कन, April 23, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

SRH
143/8

MI
(15.4/20 ov, T:144) 146/3
MI की 7 विकेट से जीत, 26 गेंद बाकी
परिणाम
38वां मैच (N), मुंबई, April 20, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

CSK
176/5

MI
(15.4/20 ov, T:177) 177/1
MI की 9 विकेट से जीत, 26 गेंद बाकी
परिणाम
33वां मैच (N), मुंबई, April 17, 2025, इंडियन प्रीमियर लीग

SRH
162/5

MI
(18.1/20 ov, T:163) 166/6
MI की 4 विकेट से जीत, 11 गेंद बाकी
मुंबई इंडियंस क्रिकेट टीम न्यूज़ और मैच
कप्तान: हार्दिक पंड्या
कोच: महेला जयवर्दने
घरेलू मैदान: वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई
IPL ख़िताब: 5 (2013, 2015, 2017, 2019, 2020)
मालिक: इंडिया विन स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड)
कोच: महेला जयवर्दने
घरेलू मैदान: वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई
IPL ख़िताब: 5 (2013, 2015, 2017, 2019, 2020)
मालिक: इंडिया विन स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड)
मुंबई इंडियंस टूर्नामेंट की सबसे हाई-प्रोफ़ाइल टीमों में से एक है और चेन्नई सुपर किंग्स के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा पांच ख़िताब जीतने वाली टीम है। यह फ़्रैंचाइज़ी 2008 में रिलायंस समूह द्वारा लगभग ₹487 करोड़ (यूएस$112 मिलियन) में ख़रीदी गई थी, जो उस समय लीग की सबसे महंगी टीम थी।
मुंबई इंडियंस का इतिहास
मुंबई इंडियंस स्टार खिलाड़ियों से सजी टीम रही है जिसमें सचिन तेंदुलकर और सनत जयसूर्या जैसे दिग्गजों ने पहली बार 2010 में प्रभाव छोड़ा, जब टीम उपविजेता रही। अगले दो वर्षों में टीम ने रोहित शर्मा, ज़हीर ख़ान और कायरन पोलार्ड को शामिल कर अपने मुख्य दल को और मज़बूत किया। तेज़ गेंदबाज़ लसित मलिंगा ने 2011 टूर्नामेंट में पर्पल कैप जीतकर और उसी साल MI के चैंपियंस लीग T20 ख़िताब में प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ बनकर अपनी अहमियत साबित की।2013 में रोहित शर्मा को कप्तानी सौंपी गई और जसप्रीत बुमराह ने पदार्पण किया। MI ने उस सीज़न में वानखेड़े में अपने सभी घरेलू मुक़ाबले जीते, चेन्नई सुपर किंग्स के बराबर अंक हासिल किए और फ़ाइनल में उन्हें हराकर अपना पहला ख़िताब जीता। यह जीत सचिन तेंदुलकर के IPL करियर का एक परीकथा जैसा अंत बनी। पोलार्ड ने 2022 में संन्यास लिया और उसके बाद बल्लेबाज़ी कोच की भूमिका संभाली।
सूर्यकुमार यादव ने मुंबई इंडियंस के साथ अपने खेल को नए मुक़ाम पर पहुंचाया और तब से वह टीम के प्रमुख स्तंभ बने हुए हैं। रोहित, बुमराह और सूर्यकुमार की मौजूदगी MI को हर सीज़न में फ़ेवरेट्स में शामिल करती है।
मुंबई इंडियंस की सफलता
2017 से 2020 तक के चार सीज़न मुंबई इंडियंस के अब तक के सबसे बेहतरीन रहे, जब रोहित शर्मा ने ख़ुद को भारत के सर्वश्रेष्ठ T20 कप्तानों में से एक के रूप में स्थापित किया। कभी ‘देर से चलने वाली टीम’ कही जाने वाली मुंबई ने इन चार वर्षों में तीन बार अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया और ख़िताब जीता, जिससे वह IPL की सबसे सफल टीम बन गई।मुंबई इंडियंस का लचर प्रदर्शन
2022 और 2024 में मुंबई इंडियंस 10 टीमों में आख़िरी स्थान पर रही, जिससे उनकी कमज़ोर नीलामी रणनीतियां उजागर हो गईं। अगर इससे पहले किसी बुरे प्रदर्शन की बात करें, तो 2009 में वे आठ टीमों में सातवें स्थान पर रही थी। इसके अलावा, 2018, 2016 और 2008 में टीम पांचवें स्थान पर रही थी।मुंबई इंडियंस: सीज़न दर सीज़न
2025 - तीसरा
मैच 16, जीत 9, जीत 56.2%
सीज़न की शुरुआत में अपने प्रमुख गेंदबाज़ बुमराह की ग़ैरमौज़ूदगी में मुंबई ने पहले चार में से तीन मैच हारे। लेकिन बुमराह की वापसी के बाद टीम ने लगातार छह मुकाबले जीत लिए। सूर्यकुमार यादव ने 717 रन बनाकर बल्लेबाज़ी की कमान संभाली, जबकि हार्दिक पंड्या ने एंकर की भूमिका से फ़िनिशर का रूप ले लिया और पूरे सीज़न के दौरान आखिरी चार ओवरों में 210 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस ने गुजरात टाइटंस पर पूरी तरह दबदबा बनाए रखा। यह मैच बुमराह की लेग स्टंप पर डाली गई यॉर्कर के लिए याद रखा जाएगा, जब वाशिंगटन सुंदर अपनी टांगों के बीच से बोल्ड हो गए। हालांकि श्रेयस अय्यर बुमराह से नहीं घबराए और पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को दूसरे क्वालिफ़ायर में पांच विकेट से हरा दिया।
मैच 16, जीत 9, जीत 56.2%
सीज़न की शुरुआत में अपने प्रमुख गेंदबाज़ बुमराह की ग़ैरमौज़ूदगी में मुंबई ने पहले चार में से तीन मैच हारे। लेकिन बुमराह की वापसी के बाद टीम ने लगातार छह मुकाबले जीत लिए। सूर्यकुमार यादव ने 717 रन बनाकर बल्लेबाज़ी की कमान संभाली, जबकि हार्दिक पंड्या ने एंकर की भूमिका से फ़िनिशर का रूप ले लिया और पूरे सीज़न के दौरान आखिरी चार ओवरों में 210 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस ने गुजरात टाइटंस पर पूरी तरह दबदबा बनाए रखा। यह मैच बुमराह की लेग स्टंप पर डाली गई यॉर्कर के लिए याद रखा जाएगा, जब वाशिंगटन सुंदर अपनी टांगों के बीच से बोल्ड हो गए। हालांकि श्रेयस अय्यर बुमराह से नहीं घबराए और पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को दूसरे क्वालिफ़ायर में पांच विकेट से हरा दिया।
2024 – 10वां
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
सीज़न शुरू होने से ठीक पहले मुंबई ने रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पंड्या को कप्तान बना दिया, जो प्रशंसकों को बिल्कुल पसंद नहीं आया। ऊपर से हार्दिक का फ़ॉर्म भी पूरे टूर्नामेंट में अच्छा नहीं रहा। रोहित ने शुरुआत में कुछ अच्छी पारियां ज़रूर खेलीं, लेकिन दूसरे हाफ़ में उनके रन रुक गए। बल्लेबाज़ी के अन्य प्रमुख खिलाड़ी भी निरंतर प्रदर्शन नहीं कर सके और टीम के पास कोई भरोसेमंद फ़िनिशर भी नहीं था। जसप्रीत बुमराह शानदार रहे, लेकिन उन्हें दूसरे तेज़ गेंदबाज़ों से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला। लेग स्पिनर पीयूष चावला को भी ज़्यादा मौके नहीं दिए गए, जिससे स्पिन विभाग भी प्रभावशाली नहीं रहा।
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
सीज़न शुरू होने से ठीक पहले मुंबई ने रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पंड्या को कप्तान बना दिया, जो प्रशंसकों को बिल्कुल पसंद नहीं आया। ऊपर से हार्दिक का फ़ॉर्म भी पूरे टूर्नामेंट में अच्छा नहीं रहा। रोहित ने शुरुआत में कुछ अच्छी पारियां ज़रूर खेलीं, लेकिन दूसरे हाफ़ में उनके रन रुक गए। बल्लेबाज़ी के अन्य प्रमुख खिलाड़ी भी निरंतर प्रदर्शन नहीं कर सके और टीम के पास कोई भरोसेमंद फ़िनिशर भी नहीं था। जसप्रीत बुमराह शानदार रहे, लेकिन उन्हें दूसरे तेज़ गेंदबाज़ों से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला। लेग स्पिनर पीयूष चावला को भी ज़्यादा मौके नहीं दिए गए, जिससे स्पिन विभाग भी प्रभावशाली नहीं रहा।
2023 – तीसरा
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.25%
मुंबई की शुरुआत इस सीज़न में उतार-चढ़ाव भरी रही। पहले सात मैचों में सिर्फ़ तीन जीत मिली। उनके प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ चोटिल थे और इशान किशन व रोहित शर्मा भी फ़ॉर्म में नहीं थे। लेकिन अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने ज़बरदस्त वापसी की और तिलक वर्मा, नेहाल वढेरा तथा तेज़ गेंदबाज़ आकाश मधवाल जैसे युवा खिलाड़ियों ने टीम को प्लेऑफ़ तक पहुंचाया। सूर्यकुमार यादव एक बार फिर शानदार फ़ॉर्म में रहे और कैमरन ग्रीन ने बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दिया।
मैच 16, जीत 9, जीत प्रतिशत 56.25%
मुंबई की शुरुआत इस सीज़न में उतार-चढ़ाव भरी रही। पहले सात मैचों में सिर्फ़ तीन जीत मिली। उनके प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ चोटिल थे और इशान किशन व रोहित शर्मा भी फ़ॉर्म में नहीं थे। लेकिन अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने ज़बरदस्त वापसी की और तिलक वर्मा, नेहाल वढेरा तथा तेज़ गेंदबाज़ आकाश मधवाल जैसे युवा खिलाड़ियों ने टीम को प्लेऑफ़ तक पहुंचाया। सूर्यकुमार यादव एक बार फिर शानदार फ़ॉर्म में रहे और कैमरन ग्रीन ने बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दिया।
2022 – 10वां
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
मुंबई इंडियंस का यह सीज़न अब तक के सबसे ख़राब सीज़नों में से एक रहा जहां टीम ने केवल चार मैच जीते और अंक तालिका में उनका नेट रन रेट भी सबसे नीचे रहा। उन्हें पहली जीत के लिए नौ मुक़ाबले खेलने पड़े। रोहित शर्मा, पोलार्ड और किशन जैसे बड़े नाम नहीं चले। सूर्यकुमार यादव चोटिल हो गए और नीलामी में एक संतुलित टीम नहीं बना पाने की रणनीति पर सवाल उठे।
मैच 14, जीत 4, जीत प्रतिशत 28.5%
मुंबई इंडियंस का यह सीज़न अब तक के सबसे ख़राब सीज़नों में से एक रहा जहां टीम ने केवल चार मैच जीते और अंक तालिका में उनका नेट रन रेट भी सबसे नीचे रहा। उन्हें पहली जीत के लिए नौ मुक़ाबले खेलने पड़े। रोहित शर्मा, पोलार्ड और किशन जैसे बड़े नाम नहीं चले। सूर्यकुमार यादव चोटिल हो गए और नीलामी में एक संतुलित टीम नहीं बना पाने की रणनीति पर सवाल उठे।
2021 – पांचवां
मैच 14, जीत, 7, जीत प्रतिशत 50%
गत चैंपियन मुंबई इंडियंस प्लेऑफ़ में जगह नहीं बना सके। टीम ने लीग चरण के आख़िरी दिन तक उम्मीदें ज़िंदा रखीं, लेकिन काफ़ी देर हो चुकी थी। सीज़न की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन जैसे ही टूर्नामेंट भारत से UAE शिफ्ट हुआ प्रदर्शन गिरने लगा। उनके प्रमुख बल्लेबाज़ देर से फ़ॉर्म में आए और ट्रेंट बोल्ट पावरप्ले में पहले जैसी धार नहीं दिखा सके।
मैच 14, जीत, 7, जीत प्रतिशत 50%
गत चैंपियन मुंबई इंडियंस प्लेऑफ़ में जगह नहीं बना सके। टीम ने लीग चरण के आख़िरी दिन तक उम्मीदें ज़िंदा रखीं, लेकिन काफ़ी देर हो चुकी थी। सीज़न की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन जैसे ही टूर्नामेंट भारत से UAE शिफ्ट हुआ प्रदर्शन गिरने लगा। उनके प्रमुख बल्लेबाज़ देर से फ़ॉर्म में आए और ट्रेंट बोल्ट पावरप्ले में पहले जैसी धार नहीं दिखा सके।
2020 – चैंपियन
मैच 16, जीत 11, जीत प्रतिशत 68.7%
इस सीज़न में मुंबई इंडियंस सबसे मज़बूत और दबदबे वाली टीम साबित हुई। रोहित शर्मा हैमस्ट्रिंग की चोट के चलते कुछ मैचों से बाहर रहे, लेकिन टीम फिर भी अपने पांचवें ख़िताब तक पहुंच गई। उन्होंने सिर्फ़ पांच मैच गंवाए जिनमें दो टाई थे। अनकैप्ड बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव और इशान किशन के प्रदर्शन और नई गेंद से ट्रेंट बोल्ट की धार इस सीज़न के प्रमुख आकर्षण रहे।
मैच 16, जीत 11, जीत प्रतिशत 68.7%
इस सीज़न में मुंबई इंडियंस सबसे मज़बूत और दबदबे वाली टीम साबित हुई। रोहित शर्मा हैमस्ट्रिंग की चोट के चलते कुछ मैचों से बाहर रहे, लेकिन टीम फिर भी अपने पांचवें ख़िताब तक पहुंच गई। उन्होंने सिर्फ़ पांच मैच गंवाए जिनमें दो टाई थे। अनकैप्ड बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव और इशान किशन के प्रदर्शन और नई गेंद से ट्रेंट बोल्ट की धार इस सीज़न के प्रमुख आकर्षण रहे।
2019 – चैंपियन
मैच 16, जीत 11, जीत प्रतिशत 68.7%
रोहित शर्मा ने वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए ओपनिंग की और 400 से ज़्यादा रन बनाए। क्विंटन डि कॉक ने 529 रन जोड़े। अलज़ारी जोसेफ़ ने एक मैच में 12 रन देकर छह विकेट लिए जो उस समय IPL के एक मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी आंकड़े थे। जसप्रीत बुमराह और लसित मलिंगा (जो चौंकाने वाली वापसी के बाद खेले) ने मिलकर 35 विकेट चटकाए। MI ने फ़ाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को सिर्फ़ एक रन से हराकर अपना रिकॉर्ड चौथा ख़िताब जीता।
मैच 16, जीत 11, जीत प्रतिशत 68.7%
रोहित शर्मा ने वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए ओपनिंग की और 400 से ज़्यादा रन बनाए। क्विंटन डि कॉक ने 529 रन जोड़े। अलज़ारी जोसेफ़ ने एक मैच में 12 रन देकर छह विकेट लिए जो उस समय IPL के एक मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी आंकड़े थे। जसप्रीत बुमराह और लसित मलिंगा (जो चौंकाने वाली वापसी के बाद खेले) ने मिलकर 35 विकेट चटकाए। MI ने फ़ाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को सिर्फ़ एक रन से हराकर अपना रिकॉर्ड चौथा ख़िताब जीता।
2018 – पांचवां
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
लसित मलिंगा ने इस साल गेंदबाज़ी मेंटर के रूप में कोचिंग स्टाफ़ में जगह ली। सूर्यकुमार यादव ने छह साल बाद मुंबई इंडियंस की ओर वापसी की और ओपनिंग करते हुए 500 से ज़्यादा रन बनाए। लेग स्पिनर मयंक मारकंडे ने शानदार डेब्यू किया। लेकिन कई क़रीबी मैच हारना टीम को भारी पड़ा और प्लेऑफ़ की दौड़ से उन्हें बाहर रहना पड़ा।
मैच 14, जीत 6, जीत प्रतिशत 42.8%
लसित मलिंगा ने इस साल गेंदबाज़ी मेंटर के रूप में कोचिंग स्टाफ़ में जगह ली। सूर्यकुमार यादव ने छह साल बाद मुंबई इंडियंस की ओर वापसी की और ओपनिंग करते हुए 500 से ज़्यादा रन बनाए। लेग स्पिनर मयंक मारकंडे ने शानदार डेब्यू किया। लेकिन कई क़रीबी मैच हारना टीम को भारी पड़ा और प्लेऑफ़ की दौड़ से उन्हें बाहर रहना पड़ा।
2017 – चैंपियन
मैच 17, जीत 12, जीत प्रतिशत 70.5%
माहेला जयवर्दने ने बतौर कोच कमान संभाली। हार्दिक पंड्या की पावर-हिटिंग और बुमराह की डेथ ओवर्स में शानदार गेंदबाज़ी से टीम को मज़बूती मिली। मुंबई ने इस सीज़न में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर (223 रन, किंग्स इलेवन के ख़िलाफ़) भी बनाया। लीग चरण में दस जीत के बाद टीम ने फ़ाइनल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट को आख़िरी गेंद पर हराकर तीसरा ख़िताब जीता।
मैच 17, जीत 12, जीत प्रतिशत 70.5%
माहेला जयवर्दने ने बतौर कोच कमान संभाली। हार्दिक पंड्या की पावर-हिटिंग और बुमराह की डेथ ओवर्स में शानदार गेंदबाज़ी से टीम को मज़बूती मिली। मुंबई ने इस सीज़न में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर (223 रन, किंग्स इलेवन के ख़िलाफ़) भी बनाया। लीग चरण में दस जीत के बाद टीम ने फ़ाइनल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट को आख़िरी गेंद पर हराकर तीसरा ख़िताब जीता।
2016 – पांचवां
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
मुंबई ने टिम साउदी और जॉस बटलर जैसे हाई-प्रोफ़ाइल खिलाड़ियों को ख़रीदा, लेकिन वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। एक साधारण सीज़न में मुंबई ने 2009 के बाद पहली बार प्लेऑफ़ के लिए क्वालिफ़ाई नहीं किया। आख़िरी लीग मैच हारकर वे दौड़ से बाहर हो गए।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
मुंबई ने टिम साउदी और जॉस बटलर जैसे हाई-प्रोफ़ाइल खिलाड़ियों को ख़रीदा, लेकिन वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। एक साधारण सीज़न में मुंबई ने 2009 के बाद पहली बार प्लेऑफ़ के लिए क्वालिफ़ाई नहीं किया। आख़िरी लीग मैच हारकर वे दौड़ से बाहर हो गए।
2015 – चैंपियन
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
एक और धीमी शुरुआत। लगातार चार हार लेकिन इस बार अंत बिलकुल अलग था। लसित मलिंगा, लेंडल सिमंस और मिचेल मैक्लेनघन के शानदार प्रदर्शन की बदौलत MI ने सीज़न के आख़िरी 10 में से नौ मैच जीते। फ़ाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ इकतरफ़ा जीत के साथ उन्होंने दूसरा ख़िताब हासिल किया।
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
एक और धीमी शुरुआत। लगातार चार हार लेकिन इस बार अंत बिलकुल अलग था। लसित मलिंगा, लेंडल सिमंस और मिचेल मैक्लेनघन के शानदार प्रदर्शन की बदौलत MI ने सीज़न के आख़िरी 10 में से नौ मैच जीते। फ़ाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ इकतरफ़ा जीत के साथ उन्होंने दूसरा ख़िताब हासिल किया।
2014 – चौथा
मैच 15, जीत 7, जीत प्रतिशत 46.6%
एक अस्थिर सीज़न, जिसकी शुरुआत UAE में खेले गए पहले चरण में लगातार पांच हार से हुई। MI आख़िरी लीग मैच से पहले अंक तालिका में पांचवें स्थान पर थी। लेकिन आदित्य तरे के नाटकीय छक्के के साथ राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 14.4 ओवरों में 190 रनों के लक्ष्य का पीछा कर टीम प्लेऑफ़ में पहुंच गई। हालांकि, एलिमिनेटर में चेन्नई सुपर किंग्स से सात विकेट से हार गई।
मैच 15, जीत 7, जीत प्रतिशत 46.6%
एक अस्थिर सीज़न, जिसकी शुरुआत UAE में खेले गए पहले चरण में लगातार पांच हार से हुई। MI आख़िरी लीग मैच से पहले अंक तालिका में पांचवें स्थान पर थी। लेकिन आदित्य तरे के नाटकीय छक्के के साथ राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 14.4 ओवरों में 190 रनों के लक्ष्य का पीछा कर टीम प्लेऑफ़ में पहुंच गई। हालांकि, एलिमिनेटर में चेन्नई सुपर किंग्स से सात विकेट से हार गई।
2013 – चैंपियन
मैच 19, जीत 13, जीत प्रतिशत 68.4%
अनिल कुंबले और जॉन राइट ने कोचिंग ज़िम्मेदारी संभाली और रिकी पोंटिंग कप्तान बने। जसप्रीत बुमराह ने डेब्यू किया। ख़राब फ़ॉर्म के कारण पोंटिंग ने सीज़न के बीच में ख़ुद को टीम से बाहर कर दिया। इसके बाद टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे रोहित शर्मा के नेतृत्व और फ़ाइनल में पोलार्ड की तूफ़ानी पारी की बदौलत मुंबई ने पहली बार ख़िताब जीता। ख़िताबी जीत के साथ ही सचिन तेंदुलकर ने IPL से संन्यास की घोषणा कर दी।
मैच 19, जीत 13, जीत प्रतिशत 68.4%
अनिल कुंबले और जॉन राइट ने कोचिंग ज़िम्मेदारी संभाली और रिकी पोंटिंग कप्तान बने। जसप्रीत बुमराह ने डेब्यू किया। ख़राब फ़ॉर्म के कारण पोंटिंग ने सीज़न के बीच में ख़ुद को टीम से बाहर कर दिया। इसके बाद टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे रोहित शर्मा के नेतृत्व और फ़ाइनल में पोलार्ड की तूफ़ानी पारी की बदौलत मुंबई ने पहली बार ख़िताब जीता। ख़िताबी जीत के साथ ही सचिन तेंदुलकर ने IPL से संन्यास की घोषणा कर दी।
2012 – चौथा
मैच 17, जीत, 10, जीत प्रतिशत 58.8%
सचिन तेंदुलकर ने सीज़न शुरू होने से दो दिन पहले कप्तानी छोड़ी और बाद में उंगली की चोट के कारण ज़्यादा नहीं खेल सके। उनके बिना MI को स्थिर ओपनिंग जोड़ी नहीं मिल सकी और मिचेल जॉनसन की अनुपस्थिति ने समस्याएं और बढ़ा दीं। हरभजन सिंह की कप्तानी में टीम प्लेऑफ़ में चेन्नई से एलिमिनेटर में हार गई और अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रही।
मैच 17, जीत, 10, जीत प्रतिशत 58.8%
सचिन तेंदुलकर ने सीज़न शुरू होने से दो दिन पहले कप्तानी छोड़ी और बाद में उंगली की चोट के कारण ज़्यादा नहीं खेल सके। उनके बिना MI को स्थिर ओपनिंग जोड़ी नहीं मिल सकी और मिचेल जॉनसन की अनुपस्थिति ने समस्याएं और बढ़ा दीं। हरभजन सिंह की कप्तानी में टीम प्लेऑफ़ में चेन्नई से एलिमिनेटर में हार गई और अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रही।
2011 – तीसरा
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
मुंबई ने तेंदुलकर, हरभजन, पोलार्ड और मलिंगा को रिटेन किया और नीलामी में रोहित शर्मा को ख़रीदा। तेंदुलकर ने इस सीज़न में अपना इकलौता T20 शतक लगाया और मलिंगा (पर्पल कैप विजेता) व मुनफ़ पटेल ने मिलकर 50 विकेट लिए। लेकिन क्वालिफ़ायर में क्रिस गेल की धुआंधार पारी के आगे वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू से हार गए।
मैच 16, जीत 10, जीत प्रतिशत 62.5%
मुंबई ने तेंदुलकर, हरभजन, पोलार्ड और मलिंगा को रिटेन किया और नीलामी में रोहित शर्मा को ख़रीदा। तेंदुलकर ने इस सीज़न में अपना इकलौता T20 शतक लगाया और मलिंगा (पर्पल कैप विजेता) व मुनफ़ पटेल ने मिलकर 50 विकेट लिए। लेकिन क्वालिफ़ायर में क्रिस गेल की धुआंधार पारी के आगे वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू से हार गए।
2010 – उपविजेता
मैच 16, जीत 11, जीत प्रतिशत 68.7%
मुंबई की बल्लेबाज़ी में तेंदुलकर पर निर्भरता बनी रही, लेकिन गेंदबाज़ों के शानदार प्रदर्शन ने टीम को अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचा दिया। मलिंगा, हरभजन, ज़हीर और नए खिलाड़ी पोलार्ड ने मिलकर 62 विकेट चटकाए। इसके बावजूद फ़ाइनल में वे चेन्नई सुपर किंग्स से पार नहीं पा सके और उपविजेता रहे।
मैच 16, जीत 11, जीत प्रतिशत 68.7%
मुंबई की बल्लेबाज़ी में तेंदुलकर पर निर्भरता बनी रही, लेकिन गेंदबाज़ों के शानदार प्रदर्शन ने टीम को अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचा दिया। मलिंगा, हरभजन, ज़हीर और नए खिलाड़ी पोलार्ड ने मिलकर 62 विकेट चटकाए। इसके बावजूद फ़ाइनल में वे चेन्नई सुपर किंग्स से पार नहीं पा सके और उपविजेता रहे।
2009 – सातवां
मैच 13, जीत 5, जीत प्रतिशत 38.4%
यह सीज़न साउथ अफ़्रीका में खेला गया। शॉन पोलक ने खिलाड़ी के रूप में संन्यास लेकर हेड कोच की भूमिका संभाली। लसित मलिंगा ने अपना IPL डेब्यू किया, लेकिन टीम उन पर और कुछ बड़े खिलाड़ियों जैसे तेंदुलकर और जेपी डुमिनी पर ज़रूरत से ज़्यादा निर्भर रही। 14 मैचों में सिर्फ़ पांच जीत के साथ मुंबई सातवें स्थान पर रही।
मैच 13, जीत 5, जीत प्रतिशत 38.4%
यह सीज़न साउथ अफ़्रीका में खेला गया। शॉन पोलक ने खिलाड़ी के रूप में संन्यास लेकर हेड कोच की भूमिका संभाली। लसित मलिंगा ने अपना IPL डेब्यू किया, लेकिन टीम उन पर और कुछ बड़े खिलाड़ियों जैसे तेंदुलकर और जेपी डुमिनी पर ज़रूरत से ज़्यादा निर्भर रही। 14 मैचों में सिर्फ़ पांच जीत के साथ मुंबई सातवें स्थान पर रही।
2008 – छठा
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
सचिन तेंदुलकर ग्रोइन इंजरी के कारण टूर्नामेंट की शुरुआत में उपलब्ध नहीं थे, और कप्तानी हरभजन सिंह को दी गई, जिन्हें बाद में किंग्स इलेवन पंजाब के श्रीसंत को थप्पड़ मारने के कारण निलंबित कर दिया गया। MI ने अपने पहले चार मैच गंवाए, जिसका असर पूरे सीज़न पर पड़ा और टीम सेमीफ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो गई।
मैच 14, जीत 7, जीत प्रतिशत 50%
सचिन तेंदुलकर ग्रोइन इंजरी के कारण टूर्नामेंट की शुरुआत में उपलब्ध नहीं थे, और कप्तानी हरभजन सिंह को दी गई, जिन्हें बाद में किंग्स इलेवन पंजाब के श्रीसंत को थप्पड़ मारने के कारण निलंबित कर दिया गया। MI ने अपने पहले चार मैच गंवाए, जिसका असर पूरे सीज़न पर पड़ा और टीम सेमीफ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो गई।
मुंबई इंडियंस के प्रमुख खिलाड़ी
सचिन तेंदुलकर
फ़्रैंचाइज़ी के पहले "आइकन प्लेयर" के रूप में चुने गए तेंदुलकर ने T20 प्रारूप में अपने आक्रामक अंदाज़ से खुद को ढाला और कई बार मुंबई के शीर्ष स्कोरर रहे। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 2334 रन बनाए, लगभग 35 की औसत से। उनकी स्थिरता और क्लास ने मुंबई को शुरुआती वर्षों में मजबूती दी।
फ़्रैंचाइज़ी के पहले "आइकन प्लेयर" के रूप में चुने गए तेंदुलकर ने T20 प्रारूप में अपने आक्रामक अंदाज़ से खुद को ढाला और कई बार मुंबई के शीर्ष स्कोरर रहे। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 2334 रन बनाए, लगभग 35 की औसत से। उनकी स्थिरता और क्लास ने मुंबई को शुरुआती वर्षों में मजबूती दी।
लसित मलिंगा
मुंबई इंडियंस के सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाज़ और सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी (170 विकेट)। डेथ ओवर्स में उनकी किफ़ायती और घातक गेंदबाज़ी ने टीम को कई बार मुश्किल हालात से बाहर निकाला। 2019 के फ़ाइनल में अंतिम गेंद पर विकेट लेकर मैच जिताना उनका सबसे यादगार लम्हा रहा।
मुंबई इंडियंस के सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाज़ और सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी (170 विकेट)। डेथ ओवर्स में उनकी किफ़ायती और घातक गेंदबाज़ी ने टीम को कई बार मुश्किल हालात से बाहर निकाला। 2019 के फ़ाइनल में अंतिम गेंद पर विकेट लेकर मैच जिताना उनका सबसे यादगार लम्हा रहा।
रोहित शर्मा
तेंदुलकर के बाद मुंबई इंडियंस के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ और निस्संदेह टीम के सबसे सफल कप्तान, जिनकी कप्तानी में मुंबई ने रिकॉर्ड पांच IPL खिताब जीते। उन्होंने भारत के लिए ओपनिंग का अनुभव IPL में भी बखूबी इस्तेमाल किया। हालांकि वह मध्य क्रम में भी खेले हैं। MI के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी, जिनकी बड़ी पारियां टीम की जीत की कुंजी रहीं।
तेंदुलकर के बाद मुंबई इंडियंस के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ और निस्संदेह टीम के सबसे सफल कप्तान, जिनकी कप्तानी में मुंबई ने रिकॉर्ड पांच IPL खिताब जीते। उन्होंने भारत के लिए ओपनिंग का अनुभव IPL में भी बखूबी इस्तेमाल किया। हालांकि वह मध्य क्रम में भी खेले हैं। MI के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी, जिनकी बड़ी पारियां टीम की जीत की कुंजी रहीं।
कायरन पोलार्ड
मुंबई इंडियंस के दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ और प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक, पोलार्ड ने कई बड़े मुक़ाबलों में अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई। मध्यक्रम में उनकी विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ी विपक्षी टीमों के लिए हमेशा चुनौती रही। गेंद से भी वह अक्सर अहम विकेट निकालते रहे।
मुंबई इंडियंस के दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ और प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक, पोलार्ड ने कई बड़े मुक़ाबलों में अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई। मध्यक्रम में उनकी विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ी विपक्षी टीमों के लिए हमेशा चुनौती रही। गेंद से भी वह अक्सर अहम विकेट निकालते रहे।
जसप्रीत बुमराह
मलिंगा के मार्गदर्शन में डेथ ओवर्स में सटीक यॉर्कर फेंकने की कला सीखने वाले बुमराह जल्दी ही मुंबई इंडियंस के लिए अनमोल गेंदबाज़ बन गए। वह टीम के शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में शामिल हैं और पावरप्ले व अंतिम ओवरों में अपनी घातक और निर्णायक भूमिका के लिए जाने जाते हैं।
मलिंगा के मार्गदर्शन में डेथ ओवर्स में सटीक यॉर्कर फेंकने की कला सीखने वाले बुमराह जल्दी ही मुंबई इंडियंस के लिए अनमोल गेंदबाज़ बन गए। वह टीम के शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में शामिल हैं और पावरप्ले व अंतिम ओवरों में अपनी घातक और निर्णायक भूमिका के लिए जाने जाते हैं।