डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल के लिए कौन है ज़्यादा तैयार? रोहित और कमिंस का क्या मानना है?
क्या आईपीएल से आने के बाद भारतीय खिलाड़ी तैयार हैं या लंबा ब्रेक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को फ़ायदा पहुंचाएगा?

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में भारतीय टीम में चुने गए 15 में से 14 खिलाड़ी आईपीएल में खेले थे, जो पूरे अप्रैल और मई में अपने शबाब पर था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के केवल दो खिलाड़ी डेविड वॉर्नर और कैमरन ग्रीन ही पूरे आईपीएल के मैच खेलते दिखे। वहीं माइकल नीसर, स्टीवन स्मिथ, मार्कस हैरिस और मार्नस लाबुशेन काउंटी क्रिकेट खेलते दिखे।
डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल में चुने गए अधिकतर खिलाड़ी भारत में मार्च में हुई ख़त्म हुई चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ के बाद नहीं खेले हैं। न ही दोनों टीम तब से कोई टेस्ट क्रिकेट खेली है। इससे एक सवाल यह उठ रहा है कि तैयारियों के हिसाब से कौन बुधवार से द ओवल में होने वाले फ़ाइनल के लिए अधिक तैयार है?
जहां ऑस्ट्रेलिया में रिकी पोंटिंग समेत कई लोग इस मामले को लेकर स्पष्ट नहीं हैं तो ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस का मानना है कि यह ब्रेक उनकी टीम को फ़ायदा पहुंचाएगा।
कमिंस ने इस ब्रेक के महत्व पर अपना जवाब देते हुए कहा है कि फ़्रैंचाइज़ी आधारित टूर्नामेंट सहित तीनों प्रारूपों में खिलाड़ियों का कार्यभार बहुत अधिक है और " ब्रेक मिलना दुर्लभ है।"
"हम हमेशा कोशिश करते कि जब भी समय मिले ब्रेक लिया जाए। मैंने हमेशा कहा है कि अगले दो महीने में हमें छह टेस्ट खेलने हैं, तो हमें अधिक तैयारी से भी बचना है। यह एक गेंदबाज़ का नजरिया है। मैंने हमेशा महसूस किया है कि तैयार होने में अधिक समय नहीं लगता है और मैं यह पक्का होना चाहता हूं कि मैं शारीरिक तौर पर मैचों के लिए ताज़ा रहूं।"
कमिंस ने इस साल आईपीएल से नाम वापस लिया था और यह फ़ैसला उन्होंने भारत के दौरे पर पारिवारिक कारणों से दो टेस्ट खेलकर वापस लौटने पर लिया था। द ओवल में रविवार को फ़ाइनल में भिड़ने पर कमिंस ने कहा कि उनकी टीम भारत के ख़िलाफ़ तैयार थी। बैकनहम में तीन दिन के ट्रेनिंग कैंप करने से वे तरोताज़ा हैं।
उन्होंने कहा, "हमने पिछले सप्ताह बैकनहम में अच्छी ट्रेनिंग की। घर वापस लौटने पर भी हमने काफ़ी ट्रेनिंग की थी। तो जो भी यहां आया है उसने अच्छी ट्रेनिंग की है और हर कोई तरोताज़ा है।"
कुछ ही घंटों पहले फ़ाइनल पर पोंटिंग ने कहा था कि वह आश्वस्त नहीं हैं कि उनकी टीम पूरी तरह से तैयार है या नहीं। उनका मानना था कि ऑस्ट्रेलिया को थोड़ा फ़ायदा पहुंचेगा क्योंकि अधिकतर ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी द ओवल की परिस्थिति को पसंद करेंगे क्योंकि यह ऑस्ट्रेलिया की परिस्थति से मिलती जुलती है, जहां पर बाउंस अच्छा होता है, स्क्वायर बाउंड्री बड़ी होती हैं और मौसम भी अधिक ठंडा नहीं होता है।
पोंटिंग ने कहा था, "जहां तक तैयारियों का सवाल है तो कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने कुछ नहीं किया, वे कोई भी क्रिकेट नहीं खेले। कम से कम भारतीय खिलाड़ियों ने तो आईपीएल में अच्छी प्रतिस्पर्धा का क्रिकेट खेला है। तो बिना कोई क्रिकेट खेले यहां आना अच्छा है? या दूसरी ओर बहुत सारे आईपीएल मैच खेलने के बाद खिलाड़ी थके होंगे, लेकिन वे क्रिकेट तो खेले हैं न? तो बहुत सारे फ़ैक्टर हैं जो इस सप्ताह देखने को मिलेंगे।"
रोहित शर्मा : 'ख़ुद से बात करो और मानसिक तौर पर तैयार रहो'
भारतीय खिलाड़ियों को कूकाबुरा से लाल ड्यूक की गेंदों पर स्विच करना होगा लेकिन रोहित शर्मा को लगता है आधुनिक क्रिकेटरों के लिए यह चुनौती नहीं है। बल्कि टीम के युवा खिलाड़ियों को मानसिक तौर पर फ़ोकस करना चाहिए।
उन्होंने कहा, "अगर आप खेलने जा रहे हो तो आपको मानसिक तौर पर आना होगा। आपको अनुकूलनीय होना होगा, आपको अपनी तक़नीक में जो कुछ भी करने की आवश्यकता है उसे करना होगा। लेकिन उससे भी अधिक मुझे लगता है कि आपको ख़ुद से बात करनी होगी और मानसिक तौर पर तैयार रहना होगा। टीम में शामिल बहुत से खिलाड़ियों ने ऐसा नहीं किया होगा क्योंकि हमारी टीम में कुछ नए चेहरे हैं।"
"मेरे लिए यह बस ख़ुद से बात करने और मानसिक तौर पर तैयार रहने का मामला है क्योंकि यह कुछ ऐसा है जो हम काफ़ी सालों से कर रहे हैं।"
रोहित 2019 वनडे विश्व कप में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ थे, जहां पर उन्होंने नौ पारियों में पांच शतक और एक अर्धशतक समेत कुल 648 रन बनाए थे। वहीं 2021 के इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने द ओवल में चौथे टेस्ट में मैच जिताने वाला शतक लगाया था।
उन्होंने कहा, "इंग्लैंड बल्लेबाज़ों के लिए एक चुनौतीपूर्ण जगह है, लेकिन आप जितनी लंबी तैयारी करते हो आप जानते हो कि आपको यहां पर सफलता मिल सकती है। "एक चीज़ जो मैंने बल्लेबाज़ के तौर पर सीखी वह यह है कि आप कभी अंदर सेट नहीं होते क्योंकि मौसम बहुत चुनौती देता है। तो आपको लंबे समय के बारे में ध्यान देना होता है और यही इस प्रारूप की चुनौती है। आप जानते हो कि आपके पास मैसेज आएगा या आपको लगेगा कि यह समय है गेंदबाज़ों पर आक्रमण करने का और यही वह समय है जिसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए।"
और अगर आप यह फ़ोकस बना लेते हो तो रोहित को लगता है कि द ओवल में रन बनाना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा, "जैसा हम जानते हैं कि यह बल्लेबाज़ी के लिए एक अच्छा विकेट भी है। तो आपको अपने शॉट को मूल्य देना होगा, स्क्वायर बाउंड्री काफ़ी तेज़ हैं। तो आपको सफलता पाने का सबसे अच्छा मौक़ा होगा और इसके लिए लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करना है।"
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo न्यूज एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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