पीसीबी ने शुरू की महत्वाकांक्षी पाकिस्तान जूनियर लीग के लिए बोली
इस लीग की शुरुआत विभिन्न तरह के आयु वर्ग क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए की गई है

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने फ़्रेंचाइज़ी आधारित पाकिस्तान जूनियर लीग के लिए बोली की शुरुआत कर दी है। पाकिस्तान प्रीमियर लीग (पीएसएल) की इकॉनमी से यह लीग प्रभावित ना हो, इसके लिए यह पांच टीम का टूर्नामेंट ऐसी जगह आयोजित किया जाएगा जहां पर पीएसएल के मैच नहीं हो रहे होंगे।
टूर्नामेंट का पहला संस्करण अक्टूबर में होगा और सभी छह पीएसएल फ़्रैंचाइज़ी ने इसके लिए करार सौंप दिए हैं, जिससे इस टूर्नामेंट को किसी तरह की दिक्कत ना हो। सबसे बड़ी मुश्किल तो ब्रॉडकास्ट साझेदार और टूर्नामेंट स्पांसर की होगी।
पीसीबी का प्लान यहां पर 15-19 साल ग्रुप के बच्चों को ड्राफ़्ट के मुताबिक चुनने का है। बोर्ड को यह लगता है कि कई स्पांसर इस लीग में योगदान देने को तैयार हैं और उम्मीद है कि पाकिस्तान के कई दिग्गज इस लीग में मेंटॉर और कोच की भूमिका में होंगे।
पीसीबी के चेयरमैन रमीज़ राजा ने एक बयान में कहा, "मैं रोमांचित और उत्साहित हूं कि कई दिनों की कड़ी मेहनत और योजना के बाद हमने आज पाकिस्तान जूनियर लीग के लिए करार जारी किया है, जो दुनिया में अपनी तरह की पहली अंतरराष्ट्रीय लीग है।"
उन्होंने कहा, "यह शहर मुताबिक लीग होगी जहां पर खिलाड़ियों का चयन ड्राफ़्ट मुताबिक होगा जहां इस ऐज़ ग्रुप के कई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी मौजूद होंगे। पीसीबी का यह प्रयास होगा कि इस लीग में विभिन्न फ़्रैंचाइज़ी के डग आउट में अनुभव से भरे खिलाड़ी (कोच, मेंटॉर आदि) मौजूद रहें।"
पाकिस्तान का घरेलू क्रिकेट कई सालों से मुश्किलों में हैं। आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए रास्ते ज़्यादातर अंडर-15 से सीधे अंडर-19 स्तर तक जोड़े गए हैं। जूनियर खिलाड़ी वर्तमान में अपने विकास के हिस्से के रूप में वनडे और तीन दिवसीय टूर्नामेंट के संपर्क में हैं। एक टी20 टूर्नामेंट में उनको शामिल करना इन खिलाड़ियों के लिए अच्छे कदम के रूप में देखा जा सकता है।
राजा ने कहा, "एक अच्छे वातावरण में एक युवा को जीनियस बनाया जा सकता है, यही वजह है कि हम इस टूर्नामेंट का आयोजन करना चाहते हैं।" इस लीग को पीसीबी की साझेदारी में आयोजित किया जाएगा और 100 सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों को विदेशी विशेषज्ञों के द्वारा तैयार किया जाएगा, यही नहीं वहां पर वह पांच सितारा संस्थान में शिक्षा लेंगे और उन एक खिलाड़ी पर 30,000 पाकिस्तानी रूपया ख़र्च किया जाएगा।
उमर फ़ारुक़ ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के पाकिस्तानी संवाददाता हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है
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