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अश्विन के रिकॉर्ड 11 प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ प्रदर्शन

अश्विन ने अपना करियर टेस्ट में संयुक्त तौर पर सर्वाधिक प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ अवॉर्ड के साथ किया है

दासगुप्ता: अश्विन की जगह कोई नहीं भर सकता

दासगुप्ता: अश्विन की जगह कोई नहीं भर सकता

आर अश्विन के संन्यास की घोषणा पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर दीप दासगुप्ता की प्रतिक्रिया

ब्रिसबेन टेस्ट के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने वाले आर अश्विन के नाम टेस्ट में संयुक्त तौर पर प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ के अवॉर्ड भी हैं। इस मामले में वह मुतैया मुरलीधरन के साथ बराबरी पर हैं। एक नज़र अश्विन के उन तमाम प्रदर्धनों पर डालते हैं।

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#1

भारत में वेस्टइंडीज़, 2011-12

3 टेस्ट, 121 रन, 22 विकेट

पहले दो मैच में 12 विकेट ले चुके अश्विन ने वानखेड़े स्टेडियम में ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए शतक लगाने के साथ साथ नौ विकेट भी चटकाए। जीत के लिए भारत को दो रन चाहिए थे और दो विकेट ही शेष थे। अंतिम गेंद पर रन आउट होने से पहले अश्विन ने सिंगल ले लिया था। हालांकि यह मैच बराबरी के स्कोर पर समाप्त होने के बाद भी ड्रॉ ही माना गया।

#2

भारत में न्यूज़ीलैंड, 2012

2 टेस्ट, 69 रन, 18 विकेट

न्यूज़ीलैंड की बल्लेबाज़ी में मार्टिन गप्टिल, केन विलियमसन, रॉस टेलर और ब्रैंडन मक्कलम जैसे बल्लेबाज़ थे लेकिन उनके पास अश्विन की फिरकी का जवाब नहीं था। हैदराबाद टेस्ट में उन्होंने 85 रन देकर 12 विकेट चटकाए जो कि टेस्ट करियर में उनका पहला 10 विकेट हॉल था। इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु में भी छह विकेट चटकाए और भारत ने यह सीरीज़ 2-0 से जीत लिया।

#3

भारत में ऑस्ट्रेलिया, 2012-13

4 टेस्ट, 20 रन, 29 विकेट

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एक ख़राब घरेलू सीरीज़ के बाद अश्विन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ घरेलू श्रृंखला में अश्विन ने सर्वाधिक 29 विकेट लिए। भारत ने पहली बार कोई टेस्ट सीरीज़ 4-0 से जीती थी। चेन्नई (अश्विन के गृहनगर) में खेले गए पहले टेस्ट में 198 रन देकर 12 विकेट लिए और उनके इस प्रदर्शन ने मैच की दशा तय की। अश्विन ने सीरीज़ में दो और पांच विकेट हॉल लिए और उन्होंने नई गेंद के साथ भी गेंदबाज़ी की।

#4

श्रीलंका में भारत, 2015

3 टेस्ट, 94 रन, 21 विकेट

घर के बाहर अश्विन का पहला सीरीज़ अवॉर्ड उस सीरीज़ में आया जब भारत 0-1 से पिछड़ गया था। वह भारत के बाहर तीन या उससे कम टेस्ट में 20 या उससे अधिक विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर भी बने। पहले टेस्ट में उन्होंने भारत के बाहर अपना पहला 10 विकेट हॉल लिया और दूसरे टेस्ट में सात विकेट लेकर उन्होंने भारत की 278 रनों की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी अंतिम टेस्ट सीरीज़ खेल रहे कुमार संगकारा को चार पारियों में चार बार आउट किया।

#5

भारत में साउथ अफ़्रीका, 2015-16

4 टेस्ट, 101 रन, 31 विकेट

अश्विन के डेब्यू के बाद भारत की यह छठी टेस्ट सीरीज़ जीत थी और अश्विन का यह पांचवां अवॉर्ड था। ऐसा करते हुए उन्होंने सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग की बराबरी कर ली थी। उन्होंने श्रृंखला में कुल 31 विकेट लिए जो कि सात या उससे कम पारी में किसी भारतीय गेंदबाज़ द्वारा लिए गए दूसरे सर्वाधिक विकट थे। हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2000-01 में 32 विकेट लिए थे। अश्विन ने तीन टेस्ट मैचों की इस श्रृंखला में डीन एल्गर को चार बार और एबी डी विलियर्स, हाशिम अमला और फ़ाफ़ डुप्लेसी को दो दो बार आउट किया और भारत ने यह सीरीज़ 3-0 से जीती।

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#6

वेस्टइंडीज़ में भारत, 2016

4 टेस्ट, 235 रन, 17 विकेट

पांच गेंदबाज़ों के साथ उतरने के चलते अश्विन को बल्लेबाज़ी क्रम में नंबर छह पर भेजा गया और उन्होंने सेंट लूसिया और एंटीगा में शतक जड़े। गेंद के साथ उन्होंने एंटीगा में दूसरी पारी 83 रन देकर सात विकेट निकाले जबकि जमैका में उन्होंने पहली पारी में 52 रन देकर पांच विकेट लिए। श्रृंखला में मिली भारत को दोनों जीत के प्लेयर ऑफ़ द मैच अश्विन ही थे, ऐसे में उनका प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना जाना स्वाभाविक था।

#7

भारत में न्यूज़ीलैंड

3 टेस्ट, 71 रन, 27 विकेट

इस सीरीज़ में अश्विन ने 27 विकेट लिए जिसमें इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट में उनका करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (140 रन देकर 13 विकेट) भी शामिल था। इस प्रदर्शन के चलते अश्विन ICC टेस्ट गेंदबाज़ी रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गए। तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में लिए गए उनके यह विकेट किसी भारतीय गेंदबाज़ द्वारा लिए गए दूसरे सर्वाधिक विकेट भी हैं। उनसे ज़्यादा 32 विकेट हरभजन सिंह के नाम हैं। अश्विन ने श्रृंखला की शुरुआत कानपुर में 10 विकेट हॉल लेकर की थी और भारत ने यह श्रृंखला 3-0 से जीत ली।

#8

भारत में इंग्लैंड, 2020-21

4 टेस्ट, 189 रन, 32 विकेट

गेंद और बल्ले के साथ अश्विन ने इस श्रृंखला में भी धमाल मचाया। लगभग पांच वर्ष बाद चेन्नई में शतक लगाने के साथ ही अश्विन ने चार टेस्ट में 32 विकेट चटकाए। इसी श्रृंखला में उन्होंने टेस्ट में विकेटों के लिहाज़ से 400 के आंकड़े को पार किया, जो कि गेंदों (21,242) के लिहाज़ से सबसे तेज़ 400 विकेट भी थे। इस श्रृंखला में अश्विन ने स्पिन को मददगार पिचों की आलोचना का जवाब भी दिया था, जिसने काफ़ी सुर्खियां बटोरी थीं।

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"अगर ये फ़ैसला अश्विन का है तो मैं यही कहूंगा कि स्पिन की विरासत को वह काफ़ी आगे लेकर गए"

#9

भारत में न्यूज़ीलैंड, 2021-22

2 टेस्ट, 70 रन, 14 विकेट

घर पर न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारत ने अपना प्रभुत्व जारी रखा और अश्विन ने निचले क्रम में उपयोगी योगदान देते हुए छह विकेट भी चटकाए। इसके बाद उन्होंने मुंबई में पहली पारी में आठ रन देकर चार विकेट और दूसरी पारी में 34 रन देकर चार विकेट चटकाए। भारत ने यह श्रृंखला 1-0 से जीती थी।

#10

भारत में ऑस्ट्रेलिया, 2022-23

4 टेस्ट, 86 रन, 25 विकेट

ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2016-17 की घरेलू सीरीज़ में नेथन लायन और रवींद्र जाडेजा की तुलना में पिछड़ने के बाद अश्विन ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में लगभग छह वर्ष बाद 25 विकेट चटकाए। श्रृंखला में 22 विकेट निकालने वाले जाडेजा के साथ उन्होंने प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का अवॉर्ड साझा किया। कानपुर में आठ विकेट लेने के साथ ही अश्विन ने दिल्ली में एक यादगार ओवर डाला, जिसमें उन्होंने दो बेहतरीन गेंदों पर मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ का विकेट निकाला। अहमदाबाद में खेले गए चौथे टेस्ट में उन्होंने एक पाटा विकेट पर भी पंजा खोला। भारत ने इस श्रृंखला को 2-1 से जीता था।

#11

भारत में बांग्लादेश, 2024

2 टेस्ट, 114 रन, 11 विकेट

चेन्नई में पहले दिन अश्विन ने भारत को संकट से उबारते हुए शतक जड़ा था, जो कि पिछले तीन वर्षों में उनका पहला शतक था। इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में छह विकेट चटकाए। यह उनके करियर में चौथी बार था जब उन्होंने शतक जड़ने के साथ ही पंजा निकाला था। इसके बाद उन्होंने कापुर में भी पांच विकेट लिए और भारत ने यह श्रृंखला 2-0 से अपने नाम कर ली।

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