तमिलनाडु के ख़िलाफ़ रणजी मैच में मैदान पर वापसी करेंगे जाडेजा
इससे पहले जाडेजा एनसीए में 20 दिनों से अभ्यास कर रहे थे

तमिलनाडू के ख़िलाफ़ होने वाले अगले मैच से पहले सौराष्ट्र के नेट्स सत्र के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि रवींद्र जाडेजा मैदान पर वापसी करने के लिए तैयार हैं। तीन घंटे और 20 मिनट से अधिक के अभ्यास सत्र में जाडेजा उन दो खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्होंने नेट्स पर काफ़ी देर तक अभ्यास किया। उन्होंने एमए चिदंबरम स्टेडियम में स्ट्रेचिंग और फ़ील्डिंग ड्रिल के बाद बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी की। इस दौरान वह खिलाड़ियों से बात भी कर रहे थे।
पिछले साल सितंबर में एशिया कप के दौरान घुटने में चोट लगने के बाद जाडेजा लगभग पांच महीने के अंतराल के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। साथ ही वह रणजी ट्रॉफ़ी में आख़िरी ग्रुप मैच में सौराष्ट्र का नेतृत्व करेंगे। चेतेश्वर पुजारा और नियमित कप्तान जयदेव उनादकट को आराम दिया गया है।
समझा जा रहा है कि उन्हें बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नौ फ़रवरी से नागपुर में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज़ से पहले आराम करने की सलाह दी है। दोनों खिलाड़ी चार मैचों की सीरीज़ के पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय दल का हिस्सा हैं। पुजारा, उनादकट और जाडेजा, 2 फ़रवरी को नागपुर में होने वाले भारत के अभ्यास शिविर का हिस्सा होंगे।
जाडेजा को 17 सदस्यीय टीम में शामिल करना उनकी मैच फ़िटनेस साबित करने पर निर्भर करेगा। हालांकि उन्हें अपनी फ़िटनेस का साबित करने के लिए रणजी ट्रॉफ़ी में बेहतरीन मौक़ा मिला है। बर्मिघंट में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेला गया पांचवा टेस्ट, इस प्रारूप में जाडेजा का आख़िरी मैच था।
जब उनसे उनकी फ़िटनेस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बड़ी मुस्कराहट के साथ कहा, "मैं लगभग तैयार हूं। मैं 20 दिनों के लिए एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में था। वहां मैं बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी कर रहा था, लेकिन मैच का परिदृश्य अलग है। मैं ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ से पहले एक मैच खेलना चाहता था, इसलिए मैं यहां हूं। उम्मीद है कि चोट के बाद अपना पहला टेस्ट खेलने के लिए मैं फ़िट हूं।"
जाडेजा ने सितंबर 2022 में लिगामेंट की सर्जरी करवाई थी। दिसंबर में बांग्लादेश के दौरे से बाहर होने के बाद उनकी योजनाबद्ध वापसी नहीं हुई।
उन्होंने कहा, "पांच महीने के बाद अगर आप प्रतिस्पर्धी मैच खेलते हैं तो आप शुरू में आपका आत्मविश्वास उतना ज़्यादा नहीं होता है। हालांकि जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, आप बेहतर होते जाएंगे। चोट खेल का हिस्सा है।
"अगर आप चोटिल हो जाते हैं, तो आपको शून्य से शुरुआत करनी होगी। मैं पांच महीने तक ऐक्शन से बाहर रहा, इसलिए फिर से मुझे पहले अपनी फ़िटनेस बनानी होगी और फिर धीरे-धीरे एक बार जब मैं फ़िट हो जाऊंगा और मेरा आत्मविश्वास वापस आ जाएगा। उसके बाद निश्चित रूप से मैं अपने कौशल पर काम करूंगा और दिन-ब-दिन बेहतर होता जाऊंगा।"
वहीं नेट्स में बल्लेबाज़ी करते हुए जाडेजा को कंधे पर एक गेंद से थोड़ी चोट भी लगी। कुछ देर के लिए वह असहज दिख रहे थे। हालांकि वह इतना गंभीर नहीं था और उसके बाद उन्होंने गेंदबाज़ी भी की।
चोट से वापसी के रास्ते में आने वाली बाधाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "कोई भी आपके बड़े सीज़न के बीच में चोटिल नहीं होना चाहता। चोट खेल का हिस्सा है। आपको इस बात को ध्यान में रखना होगा, और आपको इसके लिए तैयारी करनी होगी। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि क्रिकेट खेलते समय कोई घायल नहीं होगा।
"मैं धीरे-धीरे लय में आऊंगा और इसके लिए मुझे कोई हड़बड़ी नहीं है। देखना होगा कि मेरा पैर कैसा महसूस कर रहा है।"
क्रिकेट से दूर रहने के दौरान जाडेजा गुजरात विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करने में व्यस्त थे।
उन्होंने कहा, "सौभाग्य से मैं कुछ अन्य चीजों में व्यस्त था। मेरा पूरा फ़ोकस वहीं था। इससे मुझे काफ़ी मदद मिली। मैं क्रिकेट के बारे में ज़्यादा नहीं सोच रहा था। चोटिल होने और सर्जरी कराने के शुरुआती तीन महीने बाद मैं कुछ चुनावी चीज़ों में व्यस्त था। इससे मुझे काफ़ी मदद मिली। वास्तव में (भारत के) मैच नहीं देख रहा था। मैंने बस कुछ एक मैच ही देखे।"
श्रीनिधि रामानुजम ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं
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