सीरीज़ हारने के अलावा भारत ने बनाए कई ख़राब रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में स्पिनरों ने भी बनाया दुर्लभ रिकॉर्ड

पहला मैच जीतने के बाद टेस्ट सीरीज़ हारना भारत के लिए दुर्लभ है। उन्होंने अपने टेस्ट इतिहास में केवल चार बार ही सीरीज़ का पहला मैच जीतने के बाद कोई सीरीज़ गंवाया है। 1984-85 और 2012 में पहले मैच में 1-0 की बढ़त लेने के बाद भारत दो बार इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू श्रृंखला हार गया था। दूसरा उदाहरण 2006-07 का है जब भारतीय टीम साउथ अफ़्रीका में पहला टेस्ट जीतने के बाद सीरीज़ हार गई थी। साउथ अफ़्रीका के लिए यह जीत केवल पांचवीं बार ऐसी जीत है जब उन्होंने सीरीज़ का पहला मैच हारने के बावजूद सीरीज़ जीता है।
स्पिनरों के लिए एक ख़राब सीरीज़
इस सीरीज़ में दोनों टीमों के स्पिनरों ने सामूहिक रूप से चार विकेट चटकाए। तीन विकेट आर अश्विन ने और एक विकेट केशव महाराज ने लिया। तीन या उससे अधिक मैचों की टेस्ट सीरीज़ में स्पिनरों का यह चौथा सबसे ख़राब सीरीज़ रहा। 1990 में वेस्टइंडीज़ और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज़ के दौरान स्पिनरों द्वारा फेंके गए 24 ओवरों में उन्हें कोई सफ़लता नहीं मिली थी। 1902 में साउथ अफ़्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की सीरीज़ के दौरान स्पिनरों को दो विकेट मिले, और 1995 में पाकिस्तान और ज़िम्बाब्वे के बीच एक सीरीज़ में उन्हें तीन विकेट मिले थे।
चौथी पारी में दो बार 200 का आंकड़े का सफ़लतापूर्वक पीछा
साउथ अफ़्रीका ने इस सीरीज़ में लगातार दो मैचों में 200 से अधिक रनों के लक्ष्य का सफ़लतापूर्वक पीछा किया। उन्होंने जोहैनेसबर्ग में 240 और केपटाउन में 212 रनों का पीछा किया। ऐसा करने वाली वे मात्र पांचवीं ऐसी टीम बने जो एक सीरीज़ में दो बार 200 रनों का पीछा करने में सफल रही है। इसके पहले यह कारनामा साल 2012 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में किया था।
पूरे सीरीज़ में 250 से ज़्यादा रन बनाए बिना सीरीज़ जीत
साउथ अफ़्रीकी टीम की इस सीरीज़ में सर्वोच्च स्कोर जोहैनेसबर्ग में आया, जहां उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए तीन विकेट के नुक़सान पर 243 रन बनाए। यह तीन या उससे अधिक मैचों की टेस्ट सीरीज़ (423 ऐसी टेस्ट सीरीज़ हैं) जीतने के लिए एक टीम द्वारा सबसे कम उच्चतम स्कोर है। इससे पहले साल 1969 में न्यूज़ीलैंड की टीम ने पाकिस्तान को 1-0 से हराया था। उस सीरीज़ में उनका सर्वोच्च स्कोर 274 रनों का था।
भारत का लचर बल्लेबाज़ी प्रदर्शन
भारत ने इस दौरे की शुरुआत में सेंचुरियन में केएल राहुल के शतक की मदद से एक ठोस बल्लेबाज़ी प्रदर्शन की नींव रखी थी। हालांकि उनके लिए पूरी सीरीज़ में यह सर्वाधिक स्कोर बन कर रह गया। इस सीरीज़ में भारत का सामूहिक बल्लेबाज़ी औसत 20.90 का है, जो 2000 के बाद से तीन या उससे अधिक मैचों की टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम की दूसरी सबसे ख़राब औसत है। इस अवधि में उनका सबसे ख़राब औसत संयोग से 2018 में साउथ अफ़्रीका के पिछले दौरे पर ही आया था। जहां भारतीय टीम की औसत केवल 19.15 रहा था।
संपत बंडारूपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.