इस सीरीज़ में आत्मविश्वास से भरा एक अलग युज़ी नज़र आएगा - युज़वेंद्र चहल
फ़ॉर्म में गिरावट के विचारों को ख़ारीज करते हुए उन्होंने कहा कि टीम मैनेजमेंट ने उन पर काफ़ी भरोसा जताया है

भारतीय लेग स्पिनर युज़वेंद्र चहल ने कहा कि 13 जुलाई से श्रींलका के ख़िलाफ़ शुरू हो रही सीरीज़ में सभी को "आत्मविश्वास से भरपूर युज़ी देखने को मिलेगा"। कुलदीप यादव के साथ चहल 2019 विश्व कप तक भारतीय वनडे टीम के प्रमुख सदस्य थे। लेकिन उस टूर्नामेंट के बाद से दोनों टीम में अपना स्थान सुनिश्चित नहीं कर पाएं हैं। यह इस साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा जारी की गई केंद्रिय अनुबंधों की सूची में साफ ज़ाहिर हुआ जब चहल और यादव को क्रमशः ग्रेड बी और ग्रेड ए से ग्रेड सी में भेज दिया गया।
2019 विश्व कप के बाद से वनडे मैचों में चहल की औसत 37.12 की रही है और इस दौरान उन्होंने 6.45 रन प्रति ओवर के दर से रन खर्च किए हैं। इन आंकड़ों को देखते समय हमें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि चहल ने इस दौरान केवल पांच मुक़ाबले खेले हैं। मार्च में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ के तीनों मैचों में भी चहल को बाहर बैठना पड़ा था। चहल ने कहा कि इस सीरीज़ से पहले टीम मैनेजमेंट ने उनपर काफ़ी भरोसा जताया है।
श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से पहले चहल ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि मेरे फ़ॉर्म में गिरावट आई हैं। आप हर मैच में एक समान प्रदर्शन नहीं कर सकते। मैं हर बार अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करूंगा क्योंकि यह सीरीज़ मेरे लिए बहुत माएने रखती हैं।"
युज़ी ने आगे कहा, "मैं गेंदबाज़ी कोच के साथ लगातार बातचीत कर रहा था। उन्होंने (टीम मैनेजमेंट) मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया है। इसलिए मैं आपके सामने खड़ा हूं। अगर उन्हें हम पर विश्वास नहीं होता, तो हम में से कोई भी इस टीम में नहीं होता। मैं मानता हूं कि कोविड महामारी की वजह से पिछले एक साल में कम क्रिकेट खेला गया है लेकिन यह हमारे हाथ में नहीं है। इस समय मेरा लक्ष्य केवल इस सीरीज़ में अच्छा प्रदर्शन करने पर है। इस सीरीज़ के बाद मेरा ध्यान आईपीएल पर होगा और उसके बाद ही मैं टी20 विश्व कप के बारे में सोचूंगा।"
चहल ने आख़िरी बार नवंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे मैच खेला था। उसके बाद से उन्होंने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 2 लिस्ट ए मैचों के अलावा 19 टी20 मुक़ाबले खेले हैं। भारत के स्टैंड-इन कोच राहुल द्रविड़ ने युज़ी को याद दिलाया है कि वह इस दौरे पर टीम के वरिष्ठ स्पिनर होंगे और उन्हें युवा खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करना होगा।
"मैं लंबे समय बाद वनडे सीरीज़ खेलने जा रहा हूं। हम ख़ुद को तैयार करने के लिए दो अभ्यास मैच खेल चुके हैं। हम सुबह जल्दी उठकर प्रैक्टिस कर रहे हैं ताकि हमें यहां की गर्मी सहने की आदत हो जाए। यह टी20 मैच से बहुत अलग होगा जहां हम केवल साढ़े तीन घंटे के लिए मैदान पर होते हैं," चहल ने कहा।
"मैं गेंदबाज़ी कोच के साथ लगातार बातचीत कर रहा था। टीम मैनेजमेंट ने मुझपर आत्मविश्वास जताया है, इसलिए मैं आपके सामने खड़ा हूं।युज़वेंद्र चहल
टी20 और वनडे फ़ॉर्मेट में एक बड़ा अंतर फ़ील्डिंग प्रतिबंध है - वनडे मैचों में ओवर 11-40 के बीच आपके पास 30 यार्ड के घेरे के बाहर केवल चार खिलाड़ियों को रखने की अनुमति है। चहल ने कहा कि किसी भी स्पिन गेंदबाज़ को यह प्रतिबंध मुश्किल लग सकते हैं लेकिन ये आम बात है।
चहल ने आगे कहा, "मैंने पिछले पांच सालों में 50 से ज़्यादा मैच खेले हैं। इसलिए मुझे इन सब की आदत है। मैं कोई बहाना नहीं दे रहा हूं। अब जब मैं गेंदबाज़ी करता हूं तो मेरा लक्ष्य बल्लेबाज़ को आउट करने का होता है। और कुछ नहीं।"
अपनी बात का अंत करते हुए युज़ी ने कहा, "मेरे पास कुछ विविधताएं हैं और मैं केवल उसी पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। मैं किसी अन्य डिलीवरी का उपयोग नहीं कर रहा। आपको इस सीरीज़ में अधिक आत्मविश्वास वाला युज़ी दिखेगा। मैं गेंदबाज़ी में अपने कोणों पर काम कर रहा हूं और सामान्य तौर पर अधिक गेंदबाज़ी करने की कोशिश कर रहा हूं।"
वरुण शेट्टी ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ने किया है।
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