डुप्लेसी: RCB का हार का सिलसिला खत्म होने से मिली बड़ी राहत
केवल जीत हासिल करके ही आप ग्रुप में आत्मविश्वास लौटा सकते हैं- डुप्लेसी
वरुण: कोहली मशीन नहीं हैं इससे पहले 140 के स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे
हैदराबाद में RCB की SRH पर जीत का सटीक विश्लेषण वरुण ऐरन के साथरॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) ने गुरुवार की रात सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को उनके घर में 35 रनों से हराते हुए IPL 2024 में लगातार छह मैचों से चले आ रहे अपने हार के सिलसिले को खत्म किया है। रजत पाटीदार ने केवल 20 गेंदों में 50 रनों की पारी खेलते हुए RCB को 206/7 के स्कोर तक पहुंचाया था और इसके जवाब में SRH 171/8 का स्कोर ही बना सकी। कर्ण शर्मा और स्वप्निल सिंह ने अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से प्रभाव छोड़ा और आपस में चार विकेट बांटे।
RCB के कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी ने इस जीत को बड़ी राहत बताया है क्योंकि इससे पहले उन्होंने कहा था कि लगातार मैच हारने से उनकी टीम पर मानसिक प्रभाव पड़ रहा है।
डुप्लेसी ने प्रजेंटेशन सेरेमनी में कहा, "पिछले दो मैचों में हमने अच्छी लड़ाई दिखाई है। SRH वाला मैच 270+ था और हम 260 तक पहुँच गए, फिर KKR मैच भी, केवल एक रन से हारे। हम कुछ समय से करीब हैं लेकिन ग्रुप में आत्मविश्वास लाने के लिए आपको मैच जीतने की जरूरत होती है। हमारे लिए बड़ी जीत। जब आप जीत नहीं रहे होते हैं तो यह आपको मानसिक रूप से प्रभावित करता है, यह आपके आत्मविश्वास को प्रभावित करता है। आज की रात मैं अच्छे से सो पाउंगा।"
"एकमात्र चीज जो आत्मविश्वास देती है वह है प्रदर्शन। प्रतियोगिता के पहले भाग में हमें लगा कि हम अपनी क्षमता के क़रीब नहीं हैं। और जब आप 50% या 60% पर खेल रहे होते हैं, तो आपको आत्मविश्वास नहीं मिलता है। प्रतियोगिता काफ़ी कड़ी है, टीमें काफ़ी मज़बूत हैं तो यदि आप 100 प्रतिशत पर नहीं होंगे तो आपको मुश्किल होगी।"
"पिछले डेढ़ सप्ताह से हम यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि हम अपने खेल में बेहतर प्रदर्शन करें। आप पिछला मैच देखें कि हमारी बल्लेबाज़ी में आत्मविश्वास दिखा। हमारे लिए अधिक लोग अब रन बना रहे हैं। टूर्नामेंट के पहले भाग में केवल विराट के बल्ले से रन आ रहे थे। रजत ने अब लगातार दो अच्छी पारियां खेली हैं, ग्रीन रन बना रहे हैं और यह उनके लिए काफ़ी अच्छा है। बल्लेबाज़ी क्रम के रूप में साथ मिलकर योगदान देना जरूरी है क्योंकि हम देख चुके हैं कि कितने बड़े स्कोर बन रहे हैं और केवल एक व्यक्ति ही सारे रन नहीं बना सकता है।"
डुप्लेसी ने यह भी कहा है कि चिन्नास्वामी में गेंदबाज़ी करना काफ़ी कठिन है क्योंकि वहां की बाउंड्री काफ़ी छोटी है। RCB ने इस सीज़न घर में खेले चार में से तीन मैच गंवाए हैं और उनके गेंदबाज़ों को ख़ूब परेशानी हुई है। डुप्लेसी के मुताबिक हैदराबाद जैसे बड़े मैदान में स्पिनर्स ने परिस्थितियों और बाउंड्री का पूरा लाभ लिया।
उन्होंने कहा, "जाहिर तौर पर हम जानते हैं कि चिन्नास्वामी हमारे लिए निराशाजनक रहा है। ईमानदारी से कहूं तो यह गेंदबाज़ी के लिए काफ़ी कठिन मैदान है। स्पिनर्स के लिए यह चुनौती होता है। हम ऐसी चीज़ खोज रहे हैं जिससे हमें उस मैदान पर गेंदबाज़ी करने में आसानी हो, लेकिन काम करने वाला फ़ॉर्मूला खोजना हमारे लिए कठिन हो रहा है। जब आपको ऐसा मैदान मिले जहां की बाउंड्री बड़ी हो और विकेट से थोड़ी मदद मिले कर्ण ने शानदार प्रदर्शन किया। मुझे लगता है कि टी20 में अब आपको अपनी टीम में लेग स्पिनर रखना ही होगा।"
RCB की पिछली जीत ठीक एक महीने पहले आई थी जब उन्होंने पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ 177 का लक्ष्य अपने घरेलू मैदान में हासिल किया था।
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