इशान को ओपनिंग के लिए भेजने में रोहित की भी मंजूरी थी : विक्रम राठौड़
बल्लेबाज़ी कोच ने कहा- यह पूरे टीम प्रबंधन का निर्णय था

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव के बाद भारतीय टीम प्रबंधन के निर्णय पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इस मैच में इशान किशन चोटिल सूर्यकुमार यादव की जगह टीम में आए और उन्हें रोहित शर्मा की जगह केएल राहुल के साथ ओपनिंग करने के लिए भेजा गया। इसकी वजह से रोहित नंबर तीन और विराट कोहली नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करने आए।
हालांकि यह प्रयोग बिल्कुल असफल रहा और किशन आठ गेंदों में सिर्फ़ चार रन बनाकर आउट हो गए। वहीं रोहित शर्मा भी 14 गेंदों में 14 रन बनाकर ईश सोढ़ी का शिकार हुए।
भारत के बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा, "यह पूरे टीम प्रबंधन का निर्णय था कि इशान ओपनिंग पर आएं। अगर वह मध्यक्रम में आते तो वहां पर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ काफ़ी अधिक हो जाते, जहां पर पहले से ही ऋषभ पंत और रवींद्र जाडेजा मौजूद हैं। यह कदम इसलिए भी उठाया गया ताकि बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ के सामने रोहित शर्मा ना आएं, जो कि उनके पसंदीदा मैच-अप हैं।"
राठौड़ ने पूरी घटना का विवरण देते हुए कहा, "सूर्यकुमार को मैच से एक रात पहले पीठ दर्द उभरा और वह मैच में खेलने के लिए पूरी तरह से फ़िट नहीं थे। उनकी जगह पर हमारे पास इशान (किशन) का विकल्प था, जिन्होंने सलामी बल्लेबाज़ के रूप में आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है। वह भारत के लिए भी सलामी बल्लेबाज़ी कर चुके हैं। इसके बाद पूरा टीम प्रबंधन बैठा, जिसमें रोहित भी शामिल थे और सबने मिलकर यह निर्णय लिया।"
हालांकि पूर्व श्रीलंकाई कप्तान और मुंबई इंडियंस में रोहित और इशान के कोच महेला जयवर्दना का कहना है कि रोहित को ओपनिंग से हटाना भारत के लिए एक भारी भूल थी। उन्होंने विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में ऐसे परिवर्तन को कुल्हाड़ी पर पैर मारने वाला फ़ैसला बताया।
इस मैच में भारत के सभी बल्लेबाज़ संघर्ष करते दिखे और छह से 17 ओवर के बीच के 71 गेंदों में एक भी बॉउंड्री नहीं लगी। पूरी पारी के दौरान सिर्फ़ दो छक्के लगे। राठौड़ ने कहा कि पिच इतनी धीमी और नीची रह रही हैं कि किसी भी टीम के लिए चौके-छक्के लगाना आसान नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा, "पिच धीमी है, साथ ही साथ इसमें असमतल उछाल भी है। इसलिए स्ट्राइक रोटेशन में भी समस्या आ रही है। यह समस्या सिर्फ़ हमारी टीम के साथ नहीं बल्कि सभी टीमों के साथ है, जो शाम के मैच में पहले बल्लेबाज़ी कर रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "दुर्भाग्य से हम बड़े शॉट नहीं खेल सके। ऐसा कई मैचों में एक या दो बार होता है। दुर्भाग्य से हमारे साथ अंतिम मैच में ऐसा हुआ। हमारा कोई भी खिलाड़ी बड़े शॉट खेलने में सफल नहीं रहा। पिच के कारण भी शायद ऐसा हुआ।"
राठौड़ ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल), विश्व कप से पहले भारतीय खिलाड़ियों के तैयारी का एक अच्छा मंच था। "यह आपको दुनिया भर के शीर्ष क्रिकेटरों के विरूद्ध खेलने का प्लेटफ़ॉर्म देता है। इसलिए आईपीएल के साथ मुझे कोई दिक्कत समझ में नहीं आता। हम बस पिछले दो मैचों में अपनी योजनाओं को सही ढंग से लागू नहीं कर सके। तैयारी कोई समस्या नहीं थी।"
दो मैच हारने के बाद भारत को अबु धाबी के मैदान में बुधवार को अफ़ग़ानिस्तान से भिड़ना है। इस मैच के बारे में बात करते हुए राठौड़ ने कहा, "उनके स्पिनर हमारे लिए चुनौती होंगे। अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार बल्लेबाज़ी करते हैं तो हम निश्चित रूप से अच्छा करने में सफल होंगे। हमारे पास बहुत ही क्षमतावान खिलाड़ी हैं।"
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर दया सागर ने किया है
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