श्रीराम का बांग्लादेश के लिए मूलमंत्र : प्रभाव चाहिए, प्रदर्शन नहीं
बांग्लादेश के तकनीकी सलाहकार मानते हैं अगर टीम ऑस्ट्रेलिया में महत्वपूर्ण क्षण को पहचान लेगा तो जीत अधिक दूर नहीं होगी

बांग्लादेश के तकनीकी सलाहकार श्रीधरन श्रीराम का मानना है कि टी20 क्रिकेट में "परफ़ॉर्मेंस" (प्रदर्शन) देने से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है "इम्पैक्ट" (प्रभाव) डालना। बुधवार को टी20 टीम के प्रभावी रूप से कोच नियुक्त किए गए श्रीराम पहली बार ढाका में संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर कोई अच्छा प्रदर्शन भी कर ले लेकिन उसे टीम के हित में परिणाम में नहीं ला सके तो यह ज़्यादा हानिकारक साबित होता है।
बांग्लादेश के टी20 विश्व कप दल के चयन के बाद श्रीराम ने कहा, "मुझे प्रभाव चाहिए, प्रदर्शन नहीं। बांग्लादेश मैच जीतेगा अगर सात या आठ खिलाड़ी प्रभाव डाल सकें। मेरे लिए 17 या 18 गेंदों में 30 या 25 रन प्रभाव डालते हैं। इसके लिए एक अच्छा उदाहरण है जैसे [एशिया कप में] महमूदउल्लाह के आउट होने के एक ओवर बाद मोसद्देक [हुसैन] ने [वनिंदू] हसरंगा पर प्रहार शुरू किया। इसी को प्रभाव कहेंगे। मुझे लगता है टी20 क्रिकेट में प्रदर्शन पर ग़लत ज़ोर दिया जाता है। अगर हम ज़्यादा प्रभाव डालेंगे तो हम अधिक मैच जीत सकते हैं।"
श्रीराम ने यह भी कहा कि बांग्लादेश को क़रीबी मैचों को बेहतर तरीक़े से ख़त्म करने में सुधार लाना होगा। इस साल टीम ने नौ में सात टी20आई हारे हैं और पिछले साल का टी20 विश्व कप भी काफ़ी निराशाजनक रहा था। श्रीराम ने कहा, "हम मैच के बड़े पल अपने नाम करना चाहते हैं। बांग्लादेश ने बहुत से क़रीबी मैच हारे हैं और अगर हम ऐसे आधे मैच भी जीत जाते तो लोगों की सोच अलग होती। मैं यही समझना चाहता हूं कि यह मैच हम आख़िर हारे क्यों?"
उन्होंने आगे कहा, "हममें महत्वपूर्ण क्षण की जागरूकता होनी चाहिए। अगर हम वह छोटे क्षण जीतने लगेंगे तो हम क़रीबी मुक़ाबले भी जीतेंगे। इसका कारण कौशल, निष्पादन अथवा मानसिक स्थिति भी हो सकती है। हम यहीं बातें टीम के नेतृत्व गुट और साथ ही व्यक्तिगत तौर पर भी खिलाड़ियों के साथ कर रहे हैं।"
श्रीराम ने चोट से लौट रहे लिटन कुमार दास, नुरुल हसन और यासिर अली के विश्व कप टीम में लौटने पर संतोष जताया। उन्होंने कहा, "लिटन एक स्थापित क्रिकेटर हैं और नुरुल को अपने गेम की अच्छी समझ है। मैं यासिर को क़रीब से देखने में काफ़ी उत्साहित हूं। उनमें वह ताक़त है जो बांग्लादेश को टी20 में चाहिए। वह आसानी से गेंद को बाउंड्री पार भेज सकते हैं।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन होने पर वह क़रार को बढ़ाना चाहेंगे, तो उन्होंने कहा, "मैं यहां अपने क़रार की अवधि बढ़ाने के उद्देश्य से नहीं आया हूं। मैं बांग्लादेश के लिए जो उचित है वही करना चाहता हूं। मैं अपनी टीम के लिए दिल और आत्मा से प्रतिबद्ध रहता हूं। एशिया कप में हम जैसे खेले उससे मुझे काफ़ी हौसला मिला है। हमें दोनों मैच जीतने चाहिए थे लेकिन हम हारे इसका मतलब यह तो नहीं कि हम अच्छा नहीं खेले। खेल में परिणाम भले ही बड़े महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन एक प्रक्रिया और योजना बनाना भी अहम है। जब तक वह हम यहां बना पाते हैं मैं ख़ुद को उसी के लिए जवाबदार समझूंगा।"
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।
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