KSCA को मिली चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैच आयोजित कराने की अनुमति
विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के दिल्ली के मुक़ाबले अलूर के बजाय चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित किए जा सकते हैं, इन मुक़ाबलों में कोहली के भी खेलने की संभावना है

वेंकटेश प्रसाद को कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) का अध्यक्ष बनने के एक सप्ताह बाद कर्नाटक सरकार की ओर से एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मैच आयोजित कराने की अनुमति मिल गई है। बताया जा रहा है कि BCCI को भी हालिया घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है।
इस फ़ैसले का त्वरित परिणाम यह होगा कि विराट कोहली चिन्नास्वामी में खेल सकेंगे क्योंकि KSCA सुरक्षा और लॉजिस्टिक कारणों से दिल्ली के मुक़ाबलों को अलूर से यहां शिफ़्ट करने का विचार कर रहा है। कोहली और ऋषभ पंत दोनों ही विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के लिए दिल्ली के विशाल दल का हिस्सा हैं और वह पहले तीन मैचों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
प्रसाद और उपाध्यक्ष सुजीत सोमसुंदर ने इस सप्ताह की शुरुआत में बेलगावी में राज्य के विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और अन्य सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि यह मुलाकात फलदायी रही।
ESPNcricinfo को पता चला है कि भारत के दो बड़े खिलाड़ियों के खेलने की संभावना को देखते हुए KSCA चिन्नास्वामी के कुछ स्टैंड्स को प्रशंसकों के लिए खोलने का भी विचार कर रहा है ताकि 2 हज़ार से 3 हज़ार प्रशंसकों के लिए खेल देखने की व्यवस्था की जा सके।
सरकारी अधिकारियों के साथ हुई बैठक में प्रसाद के नेतृत्व वाली KSCA समिति ने जस्टिस जॉन डिकुन्हा की रिपोर्ट से यथासंभव अधिक से अधिक बदलावों को लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के मैचों की मेज़बानी को शुरुआती कदम के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि प्रसाद और KSCA यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि चिन्नास्वामी IPL के मुक़ाबलों की मेज़बानी करने से वंचित न रहे।
इस घटनाक्रम से अवगत एक पदाधिकारी ने ESPNcricinfo से कहा, "IPL की वापसी की दिशा में हम सही रास्ते पर हैं।"
शुक्रवार को राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा, "भविष्य में किसी भी घटना से बचने के लिए हमने एहतियाती कदम उठाए हैं और हमने उसी अनुसार अनुमति दी है। गृह मंत्री, KSCA अध्यक्ष और पुलिस अधिकारियों से चर्चा करेंगे।"
4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ के में 11 लोगों की मृत्यु हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे। इसके बाद से ही चिन्नास्वामी स्टेडियम में कोई भी शीर्ष स्तरीय मैच नहीं खेला गया है। अगस्त में महाराजा ट्रॉफ़ी के मुक़ाबलों को मैसूर स्थानांतरित कर दिया गया था जबकि स्टेडियम को महिला वनडे विश्व कप के फ़ाइनल सहित विश्व कप के कुल पांच मुक़ाबलों की मेज़बानी से भी हाथ धोना पड़ गया था।
उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा, "क्रिकेट मैच रोकने का हमारा कोई इरादा नहीं है लेकिन भीड़ प्रबंधन के उपायों पर विचार करने की आवश्यकता है। जस्टिस माइकल डिकुन्हा की समिति की सिफ़ारिशों को चरणबद्ध तरीके से लागू करने का भी हमारा इरादा है। वेंकटेश प्रसाद भी इससे सहमत हैं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo के वरिष्ठ संवाददाता हैं।
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