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फ़ाइनल मैच में वर्ल्ड बॉस का वर्ल्ड क्लास प्रदर्शन

डिएंड्रा डॉटिन ने तीनों विभागों में अपनी छाप छोड़ी और सुपरनोवास को तीसरा ख़िताब दिलाया

अपने हरफ़नमौला खेल से डिएंड्रा डॉटिन ने सुपरनोवास को जीत दिलाई  BCCI

इसमें कोई दो राय नहीं है कि डिएंड्रा डॉटिन अकेले अपने दम पर मैच को बदल सकती हैं। और तो और इसके लिए उन्हें केवल एक विभाग में चलने की ज़रूरत है।

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ऐसे भी दिन होते हैं जहां डॉटिन तीनों प्रारूपों में कमाल कर जाती हैं। तब विपक्षी टीम करें भी तो क्या करें? वेलॉसिटी से ही पूछ लीजिए जिन्हें अपने पहले ख़िताब के लिए और कम से कम एक और साल का इंतज़ार करना पड़ेगा। शनिवार को पुणे के एमसीए स्टेडियम में डॉटिन ने अपने हरफ़नमौला खेल से सुपरनोवास को अपना तीसरा फ़ाइनल जिताया।

तेज़ तर्रार फ़ील्डिंग, ताबड़तोड़ अर्धशतक और दो विकेट लेने वाली डॉटिन एक या दो शानदार कैच ले लेती तो पूरी तरह से यह उनके लिए परफ़ेक्ट मैच होता। वर्ल्ड बॉस ने रोमांचक मुक़ाबले में सुपरनोवास को चार रन से जीत दिलाई।

आंकड़े आपको प्लेयर ऑफ़ द मैच और प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ रही डॉटिन के प्रदर्शन की पूरी कहानी नहीं बताएंगे। केट क्रॉस, दीप्ति शर्मा और अयाबोंगा खाका की सटीक गेंदबाज़ी का सामना करते हुए उन्होंने शुरुआत में संभलकर बल्लेबाज़ी की। नतीजतन पहले 15 गेंदों में उन्होंने केवल 16 रन बनाए। इस दौरान स्नेह राणा ने 13 के स्कोर पर उनका आसान कैच भी टपकाया और रिव्यू पर उन्हें अंपायर्स कॉल का सहारा भी मिला।

छठे ओवर में स्नेह के ख़िलाफ़ डॉटिन ने अपना गियर बदला। पहली दो गेंदों पर उन्होंने वाइड लॉन्ग ऑन और डीप मिडविकेट के बीच दो छक्के जड़ दिए। वेलॉसिटी ने ख़राब गेंदबाज़ी और निराशाजनक फ़ील्डिंग करते हुए उनका काम आसान कर दिया।

32 के स्कोर पर एक और जीवनदान मिलने के बाद डॉटिन ने फ़्री हिट का पूरा लाभ उठाया। जीवनदान का पूरा इस्तेमाल करते हुए उन्होंने इस सीज़न में अपना पहला अर्धशतक जड़ दिया। राधा यादव की गेंद पर छक्का लगाते हुए महज़ 33 गेंदों पर उन्होंने 50 रन पूरे किए।

अपनी पारी के बाद डॉटिन ने कहा, "प्लान यह था कि मैं क्रीज़ पर समय बिताऊं और पावरप्ले में संभलकर खेलूं। हर बार आपको तेज़ शुरुआत नहीं मिल सकती है और ऐसा नहीं है कि धीमी शुरुआत करना कोई बुरी बात है। प्लान क्रीज़ पर बने रहने और हवा के साथ प्रहार करने का था।"

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उन्होंने आगे कहा, "हां, यह सच है कि (क़िस्मत से सुपरनोवास को फ़्री हिट मिलें) लेकिन मैं किसी एक का लाभ उठाना चाहती थी। सच कहूं तो प्रिया पुनिया के साथ बल्लेबाज़ी करने में मुझे मज़ा आया। हमें एक साथ बल्लेबाज़ी करना पसंद है। हम बातें करते हैं और हर गेंद और हर ओवर के बाद एक दूसरे को प्रोत्साहन देते हैं। दूसरे छोर पर रहकर हरमन (हरमनप्रीत कौर) को खेलते देखने का मज़ा ही कुछ और है।"

बल्ले के बाद गेंद के साथ भी डॉटिन ने अपनी चतुराई दिखाई। अच्छी गति से गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने बल्लेबाज़ों को उनके ख़िलाफ़ प्रहार करने का मौक़ा नहीं दिया।

वेलॉसिटी टीम की दो सबसे घातक बल्लेबाज़ों - शेफ़ाली वर्मा और अनकैप्ड किरण नवगिरे - के ख़िलाफ़ उन्होंने पटकी हुई गेंदें डाली। इन स्विंग गेंद के साथ शेफ़ाली को हाथ खोलने का मौक़ा नहीं दिया और तीसरे ओवर में उन्हें विकेटकीपर तानिया भाटिया के हाथों कैच करवाया।

एक गेंद बाद उन्होंने पिछले मैच में अर्धशतक बनाकर आ रही नवगिरे को बाउंसर गेंद डाली जो उनके हेलमेट पर जा लगी। इस घटना के बाद नवगिरे ने डॉटिन के विरुद्ध 11 और कुल मिलाकर 12 डॉट गेंदें खेली और शून्य के स्कोर पर सोफ़ी एकलस्टन का शिकार बनी।

डेथ ओवरों में उन्होंने छोटी गेंदें डालने की रणनीति बनाई जिसका उन्हें तुरंत लाभ मिला। 13 रनों की आतिशी पारी में क्रॉस मैच को वेलॉसिटी की तरफ़ मोड़ने का प्रयास कर रही थी। एक और बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में गति और उछाल से चकमा खाते हुए उन्होंने कीपर को कैच थमाया।

डॉटिन के प्रदर्शन से विपक्षी टीम के खिलाड़ी भी काफ़ी प्रभावित हुए। साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ लॉरा वुलफ़ार्ट ने कहा, "वह एक कमाल की खिलाड़ी और बेहतरीन टी20 प्लेयर हैं। वह बहुत ताक़तवर हैं और बढ़िया गेंदबाज़ी भी करती हैं। मुझे लगा कि आज उन्होंने शुरुआत में अच्छी गेंदबाज़ी की। वह बाउंसर और यॉर्कर डालने के साथ-साथ गेंदबाज़ी में मिश्रण कर रही थी। उनकी गेंदबाज़ी को पढ़ना आसान नहीं था।"

वुलफ़ार्ट ने आगे कहा, "साथ ही उन्होंने फ़ील्ड में भी ऐसे बदलाव किए जो आमतौर पर नहीं देखे जाते है। जिस तरह वह अपना खेल खेलती हैं वह सराहनीय है और जब वह फ़ॉर्म में होती है तो वह और भी ख़तरनाक हो जाती है।"

प्रेज़ेंटेशन के दौरान डॉटिन ने बताया कि वह अपने खेलने के अंदाज़ से विपरित शांत स्वभाव की हैं। 8621 दर्शकों के सामने अपना जलवा बिखेरने के बाद डॉटिन ने सुपरनोवास के डगआउट के पास खड़ी एक युवा महिला खिलाड़ी को अपनी ऑटोग्राफ़ की हुई कैप भेंट देकर उसका भी दिन बना दिया।

Deandra DottinSupernovas vs VelocityWomen's T20 Challenge

ऑन्नेशा घोष एक स्वतंत्र पत्रकार हैं।