थाईलैंड को स्थानीय प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में निवेश करने का लाभ मिल रहा है
कड़ी मेहनत और भाग्य के सहारे के साथ पहली बार इस टीम ने एशिया कप के सेमीफ़ाइनल में प्रवेश किया

थाईलैंड की टीम मंगलवार को सिलेट में अपने होटल में थी जब उसे अपने क्रिकेट जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि के बारे में पता चला। बारिश के कारण बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का मैच रद्द हो गया था जिसका अर्थ यह था कि बांग्लादेश टूर्नामेंट में बाहर जबकि थाईलैंड ने पहली बार एशिया कप के अंतिम चार में प्रवेश किया।
टीम के कोच हर्षल पाठक ने इस भाग्य को श्रेय देते हुए कहा कि उनकी टीम की कड़ी मेहनत के कारण यह संभव हो पाया।
पाठक ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "मुझे अपनी टीम पर गर्व है। मैं ख़ुश हूं कि हमने सेमीफ़ाइनल में प्रवेश किया है। थोड़ा बहुत भाग्य हमारे साथ था लेकिन मुझे लगता है कि भाग्यशाली होने के लिए आपको का करने की आवश्यकता होती है और हमने वह काम किया।"
उन्होंने आगे कहा, "ऐसे बड़े टूर्नामेंट के सेमीफ़ाइनल में पहुंचना थाईलैंड के लिए बहुत बड़ी बात है। यह हमारी टीम को प्रेरणा देगा। थाईलैंड में क्रिकेट विकसित हो रहा है और अपने शुरुआती दिनों में है। क्रिकेट एसोसिएशन इस परिणाम से प्रेरित होगा।"
थाईलैंड ने लीग चरण में तीन मैच जीते। उन्होंने मलेशिया और यूएई को हराया लेकिन पाकिस्तान पर उनकी जीत इस सफलता का सबसे बड़ा कारक बनी। अब फ़ाइनल में जाने की राह में उनका सामना भारत से होगा। इन दोनों टीमों की गुणवत्ता के बीच का अंतर हमें उनके लीग मैच में दिखा जहां भारत ने थाईलैंड को 37 के स्कोर पर समेट दिया। हालांकि पाठक को गुरुवार को एक बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
कोच ने कहा, "भारत के विरुद्ध पिछले मैच में हम अपनी प्रतिभा के अनुसार नहीं खेले। हम जल्द से जल्द उसे ठीक करना चाहते हैं। हमें इस बेहतरीन भारतीय टीम के विरुद्ध उच्च तीव्रता रखनी होगी। उनके साथ आपको आक्रामक क्रिकेट खेलना होगा। आप सफल होते है या नहीं वह अलग बात है।"
इस टीम ने पाकिस्तान के विरुद्ध आक्रामकता दिखाई जहां इस टूर्नामेंट और इस साल में थाईलैंड की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाली नटकान चंथाम ने अर्धशतक जड़ा। एशिया कप में कप्तान नारूएमॉल चाईवाई और नान्नापात कोंचारोएंकाई ने बल्ले के साथ अहम योगदान दिया है जबकि 18 वर्षीय स्पिनर थीपचा पुत्थावॉन्ग आठ विकेट ले चुकी हैं।
कई वर्षों से थाईलैंड एशिया के आईसीसी विकास प्रबंधक अमीनुल इस्लाम के पोर्टफ़ोलियो में रहा है। बांग्लादेश के पूर्व कप्तान ने क्रिकेट राष्ट्र बनने की कोशिश में थाईलैंड द्वारा स्थानीय थाई खिलाड़ियों को विकसित करने के दृष्टिकोण की प्रशंसा की।
इस्लाम ने कहा, "क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ थाईलैंड (सीएटी) ने शुरुआत से स्थानीय खिलाड़ियों को तैयार करने का प्रयास किया है। उन्होंने बहुत मैच हारे लेकिन इस विचारधारा को नहीं छोड़ा। मैं 2000 के दशक में इस बड़े निर्णय के लिए उनकी प्रशंसा करता हूं। अन्य देश ऐसा कतई नहीं करते।"
उन्होंने आगे कहा, "सीईओ मोहिदीन कादेर और उनके पुत्र शान कादेर ने ग्रामीण क्षेत्रों से खिलाड़ियों को खोज निकाला और कड़ी मेहनत की। मैं एशिया क्रिकेट काउंसिल, आईसीसी एशिया के अलावा (सैयद) अशरफ़ुल, वेंकटपति राजू, रॉजर बिन्नी औक वेंकटेश प्रसाद को इसके लिए श्रेय देना चाहता हूं।"
नवंबर 2018 से थाईलैंड टीम को कोचिंग दे रहे पाठक ने कहा कि इस टीम को विकसित करने की चुनौतियां काफ़ी बुनियादी थीं लेकिन प्रमुख टूर्नामेंटों से पहले बेहतर तैयारी के लिए एसोसिएशन अक्सर टीम को भारत भेजता था।
2016 से 2018 के बीच भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ काम कर चुके पाठक ने कहा, "भारत और थाईलैंड की कोचिंग के बीच बड़ा अंतर है। जब आप ऐसे देश में पैदा होते हैं जहां क्रिकेट बड़ा है, तो आप इसे देखकर स्वाभाविक रूप से इसे चुनते हैं। लेकिन थाईलैंड में, खिलाड़ियों के लिए ऐसा करना मुश्किल है क्योंकि उन्हें बहुत अधिक क्रिकेट देखने को नहीं मिलता है। इसलिए एसोसिएशन, जब भी संभव हो, उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण के लिए टीम को भारत भेजता है।"
पाठक ने आगे कहा, "खिलाड़ी समझते हैं कि उन्हें क्या करना है लेकिन वे इसे जल्दी से नहीं देख पा रहे हैं। जब मैं शॉर्ट-आर्म जैब खेलने के बारे में बल्लेबाज़ी लाइन-अप को समझा रहा था, तो वे जानते थे कि मैं किस बारे में बात कर रहा था। हालांकि जब वे (प्रशिक्षण के लिए) भारत आए और प्रथम श्रेणी और अंडर-19 खिलाड़ियों के साथ अभ्यास किया, उन्होंने लोगों को ऐसा करते देखा।"
सभी स्तरों पर क्रिकेट टीमों की प्रगति की जांच करने के लिए एशिया का दौरा करने वाले इस्लाम ने कहा कि उन्हें इस क्षेत्र की दो टीमों पर सबसे ज़्यादा गर्व है। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा दो क्रिकेट टीमों का उदाहरण देता हूं जिन्होंने शानदार प्रदर्शन के माध्यम से प्रगति की - अफ़ग़ानिस्तान पुरुष टीम और थाईलैंड महिला टीम। वे केवल प्रदर्शन के माध्यम से विश्व स्तर पर पहुंचे हैं, और कुछ नहीं। यह एक बड़ी उपलब्धि है और इससे अन्य देशों को मदद मिलेगी जो क्रिकेट में अपनी स्वदेशी आबादी का विकास करना चाहते हैं।"
मोहम्मद इसाम (@isam84) ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।
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