गुरु शेन वॉर्न को अमैंडा-जेड वेलिंगटन ने दी श्रद्धांजलि
महिला विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वेलिंगटन और किंग, दो लेगस्पिनर को टीम में रखा

अमैंडा-जेड वेलिंगटन तब क्रिकेट की दुनिया में छा गईं जब 2017 के ऐशेज़ के दौरान उन्होंने टैमी बोमॉन्ट को एक ज़बरदस्त लेगब्रेक के ज़रिए आउट किया। यह महिला क्रिकेट का पहला डे-नाइट टेस्ट था और तब 19 वर्ष की वेलिंगटन की इस गेंद की तुलना 1993 में शेन वॉर्न के माइक गैटिंग को डाले गए 'बॉल ऑफ़ द सेंचुरी' से होने लगी।
उस अवसर के लगभग पांच साल बाद, वेलिंगटन ने मंगलवार को मार्च 2018 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया के लिए किसी मैच में हिस्सा लिया। वॉर्न के हालिया निधन के बाद ज़ाहिर सी बात थी कि उनके मन में उस महान लेगस्पिनर से हुए पिछली मुलाक़ात तैरने लगी।
वेलिंगटन ने ऑस्ट्रेलिया की पाकिस्तान पर जीत के बाद पिछले साल हुए 'द हंड्रेड' प्रतियोगिता के बारे में कहा, "वॉर्न एक अभ्यास मैच देखने आए थे जो मेरे लिए बहुत ख़ास था। उनके समक्ष गेंदबाज़ी करने का मौक़ा बहुत अच्छा था। और अब उनके बारे में सोचते हुए मैं भावुक हो जाती हूं क्योंकि मैंने बचपन से उनकी ओर आदर से देखा है। मुझे कभी उनके साथ काम करने का अवसर नहीं मिला लेकिन मैंने उनकी गेंदबाज़ी को बहुत फ़ॉलो किया। उनके हाइलाइट्स लगातार देखे। किसी भी स्पिनर के लिए वह आदर्श थे और मैंने भी उन्हें देख बहुत कुछ सीखा। उन्होंने हर स्पिन गेंदबाज़ पर गहरा प्रभाव डाला है।"
वॉर्न के निधन के कुछ ही घंटे बाद वेलिंगटन ने अपने यूट्यूब चैनल 'क्रिकेट विथ वेलो' पर अपनी भावनाओं को उजागर किया था। नम आंखों के साथ उन्होंने याद किया था कि उनकी तुलना वॉर्न से पहली बार कब हुई थी। उन्होंने कहा, "पहला बिग बैश लीग था। मैं पर्थ स्कॉर्चर्स के ख़िलाफ़ खेल रही थी और मैंने तीन विकेट लिए। और तब कॉमेंट्री पर ऐडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि मेरी गेंदबाज़ी में शेन वॉर्न वाली बात है।"
वॉर्न के अलावा वेलिंगटन राशिद ख़ान को भी अपना आदर्श मानती हैं और आज भी उन्हें 2017 में मिली प्रसिद्धि पर विश्वास नहीं होता है। उन्होंने कहा, "मुझे याद है मैं बचपन में उन्हीं की हाइलाइट्स देखा करती थी। आज भी मैं यूट्यूब ऐसा करती हूं। और फिर 2017 ऐशेज़ में वैसी एक गेंद डालना और उसकी तुलना वॉर्न के उस गेंद से होना और फिर उसे सर्वश्रेष्ठ ऐशेज़ की यादों में चुना जाना, सब मेरे लिए बहुत अजीब है।"
2018 से वेलिंगटन टीम से बाहर ही रहीं हैं और इस विश्व कप में भी उन्हें दल में सोफ़ी मॉलीन्यू के चोटिल होने के बाद ही शामिल किया गया था। मौजूदा टीम में अलाना किंग लेगस्पिनर के रूप में मौजूद हैं। ऐसे में वेलिंगटन ने भी पाकिस्तान के विरुद्ध टीम में जगह बनाई और उन्होंने निदा डार जैसे अनुभवी बल्लेबाज़ को आउट किया। वेलिंगटन का मानना था कि एक ही मैच में दो लेगस्पिनरों को खिलाना वॉर्न के लिए सटीक श्रद्धांजलि थी। उन्होंने कहा, "एक मैच में दो लेगस्पिनर खिलाना बहुत विशेष बात है। किंग और मैं दोनों काफ़ी अलग हैं और जब हम दोनों छोरों से आते हैं तो यह बहुत आक्रामक विकल्प है।"
ऑन्नेशा घोष ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।
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