क्या वेस्टइंडीज़ अभी भी वनडे विश्व कप के लिए क्वालिफ़ाई कर सकता है?
सुपर सिक्स के मुक़ाबले में वेस्टइंडीज़ को जीत के साथ-साथ भाग्य के सहारे की आवश्यकता है

विश्व कप क्वालिफ़ायर में अब सुपर सिक्स का चरण शुरू हो चुका है। इसका मतलब है कि छह टीमें इस साल के अंत में भारत में होने वाले विश्व कप के दो स्थानों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
हालांकि ऐसा नहीं है कि सुपर सिक्स में सभी टीमें एक बार फिर से शून्य अंकों के साथ शुरुआत करेंगी। श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के पास फ़िलहाल चार अंक है। सुपर सिक्स में टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है। ज़िम्बाब्वे और श्रीलंका के ग्रुप में जो दो टीमें हैं, उन्हें इन दोनों टीमों ने हराया है। फलस्वरूप ज़िम्बाब्वे और श्रीलंका के पास चार-चार अंक हैं, साथ ही नीदरलैंड्स और स्कॉटलैंड के पास दो-दो अंक हैं।
अंकों के हिसाब वाले इस पूरे मामले का निचोड़ यह है कि वेस्टइंडीज़ के पास फ़िलहाल शून्य अंक हैं। हालांकि मूल प्रश्न यह है कि क्या वे अभी भी विश्व कप के लिए क्वालिफ़ाई कर सकते हैं?
अगर इस पूरे टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज़ की गेंदबाज़ी, बल्लेबाज़ी और क्षेत्ररक्षण को देखा जाए तो निश्चित रूप से आप कहेंगे कि वह विश्व कप के लिए क्वालिफ़ाई नहीं कर सकते हैं। हालांकि अगर क्वालिफ़िकेशन और अंकों के गणित को देखा जाए तो उनके पास अभी भी एक छोटा-मोटा मौक़ा है। अगर वे अभी भी ओमान या श्रीलंका से हार जाएं और चार अंकों के साथ सुपर सिक्स चरण को समाप्त करें तो ऐसा हो सकता है कि वे चार टीमों के साथ टॉप 2 में आने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। अगर ऐसा होता है पूरा मामला नेट रन रेट पर आ जाएगा।
यह अलग बात है कि वेस्टइंडीज़ इस पेंच में नहीं फंसना चाहेगा और सीधे विश्व कप में प्रवेश करने का रास्ता तलाशेगा। अगर वह सुपर सिक्स के तीन में तीन मुक़ाबलों को सीधे जीत जाता है तो उन्हें पास क्वालिफ़िकेशन का सबसे अच्छा मौक़ा होगा। हालांकि तीनों मैच जीतने के बाद भी उन्हें दूसरे टीमों के परिणामों पर टकटकी लगा कर बैठे रहना होगा।
मान लीजिए कि वेस्टइंडीज़ तीन में तीन मैच जीत जाती है लेकिन उनको उम्मीदों के समंदर में थोड़ी और गहराई से गोता लगाने की आवश्यकता होगी। सबसे पहले तो उन्हें यह मनाना होगा कि ज़िम्बाब्वे और श्रीलंका कम से कम अपने दो मैच हार जाएं। अगर ये दोनों टीमें अपने तीन में दो मैच जीत जाती हैं तो उनके पास कुल आठ अंक होंगे और फिर वेस्टइंडीज़ को वापस कैरेबियन लौट जाना होगा अर्थात वे क्वालिफ़ेकशन की दौड़ से बाहर हो जाएंगे।
भले ही इन दोनों टीमों (ज़िम्बाब्वे और श्रीलंका) में से कोई एक टीम छह अंक ही प्राप्त कर पाते हैं तो वेस्टइंडीज़ को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे नेट रन रेट के मामले में आगे रहें। उस पैरामीटर पर ओमान के ख़िलाफ़ प्रचंड जीत के कारण श्रीलंका बहुत आगे (2.698) है। एक बात करने योग्य है कि सुपर सिक्स में क्वालिफ़ाई करने वाली दो अन्य टीमों के ख़िलाफ़ परिणाम के मार्जिन का ही उपयोग नेट रन रेट की गणना के लिए किया जा रहा है। इसलिए ज़िम्बाब्वे ने जिस मैच में यूएसए को 304 रन से हराया था, उसको नेट रन रेट के मामले में नहीं गिना जाएगा।
वेस्टइंडीज़ के लिए एक अच्छी ख़बर यह है कि वे नीदरलैंड्स से हारे तो उनके एनआरआर को ज़्यादा नुक़सान नहीं हुआ था। इसलिए वे उस पहलू पर नीदरलैंड्स और ओमान से आगे हैं।
यदि ज़िम्बाब्वे अपने सभी सुपर सिक्स गेम हार जाता है। साथ ही श्रीलंका वेस्टइंडीज़ से हार जाता है और अपने अन्य दो मैच जीत जाता है एवं ओमान दो जीतता है और स्कॉटलैंड और नीदरलैंड एक-एक जीतते हैं, तो वेस्टइंडीज़ एनआरआर के समीकरण में आए बिना भी क्वालीफ़ाई कर सकता है। ऐसे में श्रीलंका के आठ अंक, वेस्टइंडीज़ के छह और अन्य टीमों के चार-चार अंक होंगे। दूसरी ओर यदि ज़िम्बाब्वे अपने सभी मैच जीतता है और श्रीलंका अपने सभी मैच हार जाता है तो ज़िम्बाब्वे और वेस्टइंडीज़ शीर्ष दो में रह सकते हैं।
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