चेज़मास्टर रज़ा ने ज़िम्बाब्वे को बांग्लादेश पर दिलाई नौ साल बाद पहली जीत
ज़िम्बाब्वे और बांग्लादेश के बीच हरारे में खेले गए पहले वनडे से सबसे मज़ेदार आंकड़े
304 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ज़िम्बाब्वे ने जीत हासिल की। वनडे क्रिकेट में यह उनके लिए बांग्लादेश के विरुद्ध सबसे बड़ा सफल चेज़ है और कुल मिलाकर संयुक्त रूप से तीसरा सबसे बड़ा सफल चेज़ है। इससे पहले बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उनका सबसे बड़ा सफल चेज़ था 258, जो उन्होंने 1999 में ढाका में किया था।
3 बांग्लादेश के ख़िलाफ़ वनडे क्रिकेट में 300 से अधिक के स्कोर का पीछा करते हुए ज़िम्बाब्वे केवल तीसरी ऐसी टीम बनी जिसने जीत का स्वाद चखा। इससे पहले 2014 एशिया कप में पाकिस्तान ने मीरपुर में 327 के स्कोर का सफल पीछा किया था और वहीं 2017 चैंपियंस ट्रॉफ़ी में इंग्लैंड ने 306 के लक्ष्य को हासिल किया था।
19 इस हार से पहले बांग्लादेश ने वनडे क्रिकेट में ज़िम्बाब्वे को लगातार 19 बार हराया था। इस मैच से पहले ज़िम्बाब्वे ने पिछली बार बांग्लादेश को मई 2013 में हराया था, जब वह बुलावेयो में सात विकेट से जीते थे।
4 ऐसा पुरुष क्रिकेट में केवल चौथी बार हुआ है कि किसी टीम ने अपने पूरे 50 ओवर खेलते हुए दो या उससे कम विकेट गंवाने के बावजूद मैच हारा है। संयोग से चारों बार हारने वाली टीम ने पहले बल्लेबाज़ी की और ऐसा इससे पहले 2019 में साउथ अफ़्रीका के साथ हुआ था, जब उन्होंने पाकिस्तान के विरुद्ध दो विकेट पर 266 रन बनाए थे।
301 चेज़ करते हुए ज़िम्बाब्वे ने दूसरा विकेट गंवाने के बाद 301 रन बनाए। ऐसा केवल पांचवीं बार हुआ है कि किसी टीम ने तीसरे या उससे नीचे के विकेट के लिए 300 से अधिक रन बनाते हुए कोई वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच जीता है। इस मामले में रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है, जिसने 2019 में भारत के ख़िलाफ़ 12 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद 347 बनाते हुए 359 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया था।
2 इनोसेंट काइया और सिकंदर रज़ा केवल दूसरी ज़िम्बाब्वे की बल्लेबाज़ी जोड़ी बनी जिन्होंने एक ही वनडे मैच की पारी में शतक जड़े हों। इससे पहले स्टुअर्ट कार्लाइल और शॉन एर्विन ने 2004 में एडिलेड में भारत के विरुद्ध यह कर दिखाया था।
192 रन की काइया और रज़ा की साझेदारी ज़िम्बाब्वे के लिए वनडे क्रिकेट इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। सर्वाधिक रनों की साझेदारी में भी रज़ा का नाम है, जब उन्होंने हैमिलटन मसाकाद्ज़ा के साथ 2014 में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ बतौर सलामी जोड़ी 224 रन जोड़े थे। दूसरे नंबर पर है कार्लाइल और एर्विन के बीच 2004 में भारत के विरुद्ध चौथे विकेट के लिए 202 रनों की साझेदारी।
135* रज़ा की 135 की नाबाद पारी पांच या उससे नीचे के नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए सफल वनडे चेज़ में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। उन्होंने पिछले महीने डबलिन में आयरलैंड के ख़िलाफ़ न्यूज़ीलैंड के माइकल ब्रेसवेल द्वारा सातवें नंबर पर आते हुए नाबाद 127 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा।
रज़ा की पारी ज़िम्बाब्वे के लिए सफल चेज़ में दूसरा सर्वाधिक स्कोर है। ज़िम्बाब्वे का रिकॉर्ड, अफ़ग़ानिस्तान के विरुद्ध 2014 में 141, भी उन्हीं के नाम है। रज़ा, क्रेग एर्विन के बाद दूसरे ऐसे ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाज़ बने हैं जिन्होंने सफल चेज़ में दो बार अपनी टीम के लिए सैंकड़े जड़े हैं।
81 रज़ा ने अपने शतक को पूरा करने के लिए 81 गेंदें ली और यह ज़िम्बाब्वे के लिए वनडे प्रारूप का तीसरा सबसे तेज़ शतक है। शॉन विलियम्स का 2019 में यूएई के ख़िलाफ़ 77 गेंदों में सैंकड़ा, और ब्रेंडन टेलर का 2015 विश्व कप में आयरलैंड के विरुद्ध 79 गेंदों में जड़ा शतक, रज़ा से तेज़ थे।
संपत बंडारुल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।
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