एकमात्र टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद भारतीय टीम के पास वनडे सीरीज़ में भी ऑस्ट्रेलिया को हराने का अच्छा मौक़ा था लेकिन लगातार दो मैच हारकर भारतीय टीम ना केवल दो वनडे हारी बल्कि टेस्ट जीतने के बावजूद भी यह मल्टी सीरीज़ हार गई है।
क्या सही, क्या ग़लत
भारतीय टीम ने इस मैच में कुल 7 कैच छोड़े और शायद यही उनकी सबसे बड़ी ग़लती साबित हुई। पहले वनडे में भी भारतीय फ़ील्डरों ने काफ़ी ख़राब प्रदर्शन किया था। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां टीम को काफ़ी सुधार करने की आवश्यकता है। वहीं अगर सकारात्मक चीज़ों की बात की जाए तो उस फ़ेहरिस्त में सबसे पहले युवा बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन है। ऋचा और जेमिमाह की बल्लेबाज़ी दोनों वनडे में अच्छी रही है।
रेटिंग्स
स्मृति मांधना 6 : शेफ़ाली वर्मा की गैरमौज़ूदगी में स्मृति के ऊपर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की ज़िम्मेदारी थी। स्मृति ने यह काम अच्छे से संभाला, लेकिन एक अच्छी गेंद पर लांग ऑन पर मारने के चक्कर में वह आउट हो गईं। वह थोड़ा और टिक कर खेल सकती थीं।
यास्तिका भाटिया, 4 : यास्तिका ने एक ऐसा कैच छोड़ा जहां पर भारतीय टीम वापसी कर सकती थी लेकिन जब वह बल्लेबाज़ी पर आई तो एक ख़राब शॉट खेलकर आउट हो गईं। हालांकि यास्तिका ने काफ़ी अच्छे तरीक़े से शुरुआत की थी और ऐसा लग रहा था कि वह एक बड़ी पारी खेलने वाली हैं। उन्होंने लीचफ़ील्ड का कैच तब छोड़ा था, जब वह 16 के निजी स्कोर पर खेल रही थीं और फिर उन्होंने 63 रनों की पारी खेली।
ऋचा घोष, 9.5 : आज भी बदलाव के तौर पर ऋचा को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजा गया था। उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत तो धीमी की लेकिन जिस तरह से वह शॉट खेल रही थीं और रन बना रही थीं, उससे लग रहा था कि भारतीय टीम यह मैच जीतने की दहलीज पर है, लेकिन जैसे ही वह आउट हुईं उम्मीदें ढल गई। ऋचा अगर थोड़ा सोच समझ कर रिस्क लेतीं तो उनका शतक भी पूरा हो जाता और भारत जीत के भी क़रीब पहुंच जाता।
जेमिमाह रॉड्रिंग्स, 9 : आज जेमिमाह जब बल्लेबाज़ी करने आईं तो भारतीय टीम दो विकेट पर 71 रन खो चुकी थी। हालांकि उनकी 44 रनों की पारी भारतीय टीम के काम आई और वह ऋचा के साथ एक बेहतरीन साझेदारी करने में क़ामयाब रही। वह अपने पारी को काफ़ी अच्छी तरीक़े से आगे बढ़ा रही थीं लेकिन एक्सट्रा कवर पर लीचफ़ील्ड के बेहतरीन डाइविंग कैच के कारण उन्हें पवेलियन वापस जाना पड़ा
हरमनप्रीत कौर, 4 : हरमनप्रीत के लिए यह दिन बड़ा था लेकिन वह इसको बड़ा बना नहीं पाईं। वेयरहम ने वापसी करते हुए लेग ब्रेक गेंद चौथे स्टंप पर गेंद की और बैकफ़ुट पर जाकर गेंद को थर्डमैन की दिशा में मोड़ने के प्रयास में हरमनप्रीत के बल्ले का मोटा किनारा लेकर गेंद कीपर के पास चली गई। इसके अलावा उन्होंने एक कैच भी छोड़ा था और उस कैच ड्रॉप के कारण ऑस्ट्रेलिया 250 के स्कोर को पार करने में सफल रहा। अलाना किंग जब 8 के निजी स्कोर पर खेल रही थीं, तब उनका कैच छोड़ा गया था।
दीप्ति शर्मा, 9: दीप्ति जब गेंदबाज़ी करने आईं तो जानती थीं कि किस तरह से गेंदबाज़ी करनी है। उन्होंने अपनी धीमी गति की गेंदों पर लगभग अपने हर बल्लेबाज़ को शिकार बनाया। हालांकि वह बल्लेबाज़ी के समय पर अपनी परिपक्वता को नहीं दिखा सकीं। इसके अलावा फ़ील्डिंग के दौरान भी एक कैच छोड़ा था। बल्लेबाज़ी के दौरान उन्होंने कई डॉट गेंद खेलें और वह बड़े शॉट्स लगाने में सफल नहीं हो पा रही थीं, जिसके कारण भारत पर दबाव बढ़ता गया।
स्नेह राणा/हरलीन देओल,6 : स्नेह को छह अंक इसी वजह से मिले हैं क्योंकि उन्होंने ऐश्ली गार्डनर का बड़ा विकेट लिया था और इसके बाद जब वह चोटिल हुई तो उसके बाद भी गेंदबाज़ी के लिए आई। वहीं जब फ़ील्डिंग में चोटिल होने के बाद कंकशन के तौर पर हरलीन आई तो कोई प्रभाव बल्लेबाज़ी में नहीं डाल सकी।
पूजा वस्त्रकर, 7 : पूजा ने आज ऐसे वक़्त पर बढ़िया गेंदबाज़ी की जहां पर उनको रोकना एक ज़िम्मेदारी थी, वह अपने पहले स्पैल में लगातार अच्छी गेंदबाज़ी करती दिखी, लेकिन इस बीच दो कैच उनकी गेंद पर छुटे। जब बल्लेबाज़ी की बात आई तो वह कुछ ख़ास नहीं कर पाई।
रेणुका सिंह, 5 : रेणुका ने अपने पहले ही ओवर से सधी हुई गेंदबाज़ी की, लेकिन कई बार होता है कि आप बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए भी विकेट नहीं ले पाते हो। यही कुछ ऐसा रेणुका के साथ हो रहा था।
श्रेयंका पाटिल, 5 : श्रेयंका के लिए यह दिन यादगार रहेगा क्योंकि उनको इस दिन लिचफ़ील्ड का बहुत बड़ा विकेट मिला था, अगर यह लिचफ़ील्ड का विकेट नहीं आता तो वह लगभग ही अपने शतक की ओर बढ़ जाती।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26