रोमांचक जीत हासिल करने के बाद सील्स और रोच • AFP/Getty Images
वेस्टइंडीज़ 253 (ब्रैथवेट 97, होल्डर 58, अफ़रीदी 4-59) और 168/9 (ब्लैकवुड 55, रोच 30*, अफ़रीदी 4-50) ने पाकिस्तान 217 (फवाद 56, होल्डर 3-26, सील्स 3-70) और 203 (आज़म 55, सील्स 5-55, रोच 3-30) को एक विकेट से हराया
नंबर 9 केमार रोच (30*) और नंबर 11 जेडेन सील्स (2*) की संघर्ष भरी साझेदारी की बदौलत वेस्टइंडीज़ ने पाकिस्तान को सीरीज़ के पहले मैच में एक विकेट से हरा दिया। इंग्लैंड (4) के बाद वेस्टइंडीज़ दूसरी ऐसी टीम बनी है, जिन्होंने तीन या तीन से अधिक बार किसी टेस्ट मैच में सिर्फ एक विकेट से जीत दर्ज की हो। इससे पहले बारबडोस (1999) में ऑस्ट्रेलिया और एंटीगा (2000) में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भी वेस्टइंडीज़ ने एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की थी।
चौथी पारी में 168 रन का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज़ की शुरुआत बहुत ख़राब रही थी और उन्होंने अपने पहले तीन विकेट सिर्फ 16 रन के भीतर ही गंवा दिए। पहली पारी में चार विकेट लेने वाले शाहीन अफ़रीदी ने यह तीनों विकेट लिए और वेस्टइंडीज़ के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। उस समय ऐसा लगा कि वेस्टइंडीज़ एक कोलैप्स की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन इसके बाद रॉस्टन चेज़ और जर्मेन ब्लैकवुड ने 68 रन की साझेदारी की और वेस्टइंडीज़ को मैच में फिर से ला दिया।
84 के स्कोर पर फ़हीम अशरफ़ ने चेज़ (22 रन, 56 गेंद, 3*4) को आउट किया। अशरफ़ के अगले ही ओवर में काइल मेयर्स भी बिना खाता खोले आउट हो गए। यह मेयर्स का मैच में डबल डक था। इससे पहले पहली पारी में भी वह गोल्डेन डक पर आउट हुए थे। इस समय वेस्टइंडीज़ का स्कोर 5 विकेट पर 92 रन था और टीम को जीत के लिए अभी भी 68 रन की जरूरत थी।
इन दोनों का विकेट गिरने के बाद ब्लैकवुड (55 रन, 78 गेंद, 10*4) और पहली पारी में अर्धशतक लगाने वाले जेसन होल्डर (16 रन, 41 गेंद, 3*4) ने एक साझेदारी करने की कोशिश की। लेकिन ये दोनों भी 114 के स्कोर तक पवेलियन लौट गए। अभी भी वेस्टइंडीज़ को जीत के लिए 50 से अधिक रन की दरकार थी और उसके पास अब जॉशुआ डासिल्वा के रूप में सिर्फ एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ बचा हुआ था।
सात विकेट गिरने के बाद डासिल्वा ने केमार रोच के साथ मिलकर बहुत धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया। इन दोनों ने 8वें विकेट के लिए 11 ओवरों में 28 रन की साझेदारी की ही थी कि शाहीन ने एक बार फिर से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए डासिल्वा को पवेलियन भेज दिया। वह एक ऑफ़ स्टंप से बाहर की फुल गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में बाहरी किनारा लगा बैठे और विकेटकीपर रिज़वान ने उनका एक नीचा कैच लपका।
अब वेस्टइंडीज़ की जीत एकदम से मुश्किल लग रही थी। डासिल्वा के आउट होने के बाद आए वारिकन भी सिर्फ 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वेस्टइंडीज़ के 9 विकेट गिर गए थे और उन्हें अभी भी 17 रन बनाने थे। अधिकतर लोग वेस्टइंडीज़ की जीत की उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन रोच ने नहीं छोड़ा था।
उन्होंने अपने साथी तेज़ गेंदबाज़ सील्स के साथ लक्ष्य तक बढ़ना शुरू किया। इस दौरान पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ों ने इन दोनों को लगातार ऑफ़ और ऑफ़ स्टंप की बाहर की लाइन में गुड और फ़ुल लेंथ की गेंदे की ताकि वह बाहरी किनारा लगवा सके। लेकिन दोनों ने काफी सधी हुई बल्लेबाज़ी करते हुए वेस्टइंडीज़ को जीत के मुहाने तक ला दिया।
जब वेस्टइंडीज़ को सिर्फ 6 रन की जरूरत थी, तब हसन अली की एक फ़ुलर और ऑफ़ स्टंप से बाहर की गेंद को रोच ड्राइव करने के लिए गए। लेकिन उन्होंने इस गेंद को काफी दूर से खेला था, इसलिए बल्ले ने बाहरी किनारा लिया और विकेटकीपर व पहले स्लिप के बीच से चार रन के लिए निकल गई। विकेटकीपर रिज़वान ने अपने दायीं ओर डाइव लगाकर गेंद को रोकना चाहा लेकिन गेंद उनके ग्लव्स को छूकर निकल गई।
यह एक कठिन मौका था, लेकिन अगर रिज़वान इसको पकड़ लेते तो अब तक पाकिस्तानी टीम सीरीज़ में 1-0 से आगे रहती। इससे पहले इस पारी के दौरान रोच को तीन और बार जीवनदान मिला था, लेकिन यह रोच का दिन था। यह वेस्टइंडीज़ के लिए ही नहीं बल्कि टेस्ट क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक दिन था और केमार रोच इस इतिहास को रचने आए थे।
कैच छूटने के बस तीन गेंद बाद उन्होंने एक और फ़ुलर गेंद को ड्राइव करने की कोशिश की। इस बार गेंद बल्ले पर पूरी आई और गेंद लगते ही केमार रोच को लग गया था कि ये जीत दिलाने वाले रन हैं। वह जरूरी दो रनों के लिए तेज़ी से दौड़े और फिर हवा में एक जबरदस्त पंच लगाकर इस जीत का जश्न मनाया। हसन अली समेत पूरी पाकिस्तानी टीम अब घुटने पर थी, वहीं वेस्टइंडीज़ टीम मैदान से लेकर पवेलियन तक इस जीत का जश्न मना रही थी।
इससे पहले पांचवें दिन की सुबह भी पाकिस्तान की दूसरी पारी के दौरान एक ड्रामा हुआ था, जब पाकिस्तान ने अपने अंतिम पांच विकेट सिर्फ 35 रन के भीतर ही गंवा दिए। इस 35 रन में से भी 28 रन हसन अली द्वारा बनाए गए, जिन्होंने 26 गेंदों की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के जड़े। इस पारी की बदौलत पाकिस्तान ने अपनी बढ़त को 150 रन के पार किया।
19 वर्षीय सील्स ने इस पारी में पांच विकेट लिए और वेस्टइंडीज़ की तरफ से पारी में 5-विकेट लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज़ बन गए। यह सील्स का सिर्फ दूसरा ही मैच था। फवाद आलम के 56, फ़हीम अशरफ़ के 44 रन की बदौलत पाकिस्तान ने पहली पारी में 217 रन का स्कोर खड़ा किया था। इस पारी में भी सील्स ने तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए थे।
वेस्टइंडीज़ ने इसके जवाब में कप्तान ब्रैथवेट (97) और पूर्व कप्तान होल्डर (58) की पारियों की बदौलत 253 रन बनाए थे और 36 रन की एक महत्वपूर्ण बढ़त ली थी। दूसरी पारी में 4 विकेट लेने वाले शाहीन शाह ने पहली पारी में भी 4-59 का आंकड़ा पेश किया था। मैच में 9 विकेट लेने वाले सील्स को इस ऐतिहासिक रोमांचक मैच का प्लेयर ऑफ़ दी मैच दिया गया।