News

हम हर प्रारूप में अपने खिलाड़ियों का सही प्रबंधन करते हैं : मैकडॉनल्ड

ऑस्ट्रेलियाई कोच का मानना है कि पैट कमिंस के कार्यभार को संभालने से उन्हें बेन स्टोक्स या ट्रेंट बोल्ट की स्थिति दोहराने के आसार कम नज़र आते हैं

अपने खिलाड़ि‍यों के कार्य प्रबंधन को लेकर सतर्क हैं ऑस्‍ट्रेलियाई कोच  Getty Images

ऑस्ट्रेलियाई कोच ऐंड्र्यू मैक्डॉनल्ड का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया अपने तीनों प्रारूपों में सक्रीय खिलाड़ियों के उचित प्रबंधन से बेन स्टोक्स के वनडे क्रिकेट से संन्यास और ट्रेंट बोल्ट के न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के साथ अनुबंध से मुक्त होने की स्थिति से ख़ुद को बचा लेगा।

Loading ...

बुधवार को बोल्ट के इस फ़ैसले ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नेशनल टीमों के पास भिन्न प्रारूपों में खेलने वाले खिलाड़ियों को उभरते टी20 लीग की टीमों को खो देने के ख़तरे को उजागर किया। इससे पहले स्टोक्स के निर्णय से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम की बढ़ती व्यस्तता को संभालने की चुनौती भी सामने आई। ख़ासकर तब जब खिलाड़ी किसी एक प्रारूप में कप्तानी भी करता हो। ऑस्ट्रेलिया ने इस मामले में पैट कमिंस जैसे खिलाड़ियों के कार्यभार को नियमित रखने के उद्देश्य से उन्हें कई बार एक या दो फ़ॉर्मेट में आराम देना उचित समझा है।

मैक्डॉनल्ड ने 'एसईएन' पर कहा, "आप हर जगह हर किसी को नहीं भेज सकते। हमने ज़रूरत के हिसाब से खिलाड़ियों का कार्यभार प्रबंधन किया है। बेन स्टोक्स का संन्यास लेना दुर्भाग्य की बात है लेकिन क्या उनका उचित प्रबंधन किया गया था? हमें विश्वास है हम अपने खिलाड़ियों को तीनों प्रारूप में पर्याप्त आराम दे रहे हैं। इसका मतलब है एक अहम खिलाड़ी किसी बड़े सीरीज़ में नहीं खेल सकेगा। अभी हमारे लिए प्राथमिकता है कि आने वाले सीज़न में पैट शारीरिक रूप से ताज़ा रहें, ख़ास तौर पर विश्व कप और टेस्ट मैचों के लिए। इसके लिए हम अधिक सावधानी से काम ले सकते हैं।"

कमिंस को घर पर ज़िम्बाब्वे और न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध सीरीज़ में आराम दिया जाएगा लेकिन विश्व कप से पहले भारत के दौरे पर उनका चयन संभव है। उन्हें इस साल आईपीएल से ठीक पहले पाकिस्तान में सीमित-ओवर क्रिकेट में आराम मिला था और आईपीएल के उपरांत श्रीलंका में भी वह टी20 सीरीज़ नहीं खेले थे। इसके अलावा इस वर्ष डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श, जॉश हेज़लवुड और मिचेल स्टार्क को भी निरंतरता के साथ श्रीलंका और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सीमित-ओवर क्रिकेट सीरीज़ में आराम दिया गया है।

आनेवाले अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में द्विपक्षीय सीरीज़ के अलावा कई वैश्विक टूर्नामेंट भी अनुसूचित होने की संभावना है। इसके अलावा टी20 के नए लीगों में भी बड़े खिलाड़ियों की मांग होगी। इस चुनौती पर मैक्डॉनल्ड ने कहा, "गेम में पिछले 10 साल में इतने बड़े बदलाव आएं हैं कि अगले 10 साल की भविष्यवाणी करना भी आसान नहीं। 12 महीने पहले हम टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर चिंता जाता रहे थे लेकिन आज वनडे क्रिकेट की बारी लगती है। फ़्रैंचाइज़ क्रिकेट को बढ़ावा देते हुए तीनों प्रारूपों के साथ इंसाफ़ करना मुश्किल है।"

आगे उन्होंने कहा, "अब लोग वनडे क्रिकेट की बात कर रहे हैं लेकिन अगले साल क्या इसका असर भारत में होने वाले विश्व कप पर होगा? मुझे नहीं लगता। फिर लोग टी20 की बात करेंगे कि कैसे टी20 विश्व कप ना होने पर वह प्रारूप अप्रासंगिक लगता है। मैं ख़ुश हूं कि टेस्ट क्रिकेट के स्वामित्व पर कोई सवाल नहीं है। लोग टेस्ट क्रिकेट को सम्मान देते हैं और खिलाड़ियों का टेस्ट खेलने के लिए ख़ुद को ताज़ा रखना भी एक अच्छा संकेत है। टेस्ट फ़ॉर्मैट क्रिकेट की आधारशिला है और यह ठीक भी है।"

Andrew McDonaldPat CumminsAustralia

ऐलेक्‍स मैल्‍कम ESPNcricinfo एसोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo में स्‍थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।