डेविड वॉर्नर: एक दिग्गज ओपनर, सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज़ों में से एक
ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज़ एमसीजी में अपना 100वां टेस्ट खेलेंगे, उन्होंने 11 साल पहले किया था डेब्यू

केवल 11 प्रथम श्रेणी मैच खेलकर 11 साल पहले टेस्ट डेब्यू करने वाले डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलिया के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले 14वें खिलाड़ी और तीसरे ओपनर बनने जा रहे हैं। अभी तक वॉर्नर ने 45.22 की औसत और 71.2 के स्ट्राइक रेट से 7922 रन बनाए हैं। टेस्ट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले ओपनरों में वह सातवें नंबर पर हैं, जहां उन्होंने 24 शतक लगाए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की ओर से किसी ओपनर द्वारा दूसरा सर्वाधिक है।
सिर्फ़ चार टेस्ट ओपनरों के वॉर्नर से अधिक शतक हैं। 1992 से कम से कम 3000 टेस्ट रन बनाने वाले 118 बल्लेबाज़ों में केवल वीरेंद्र सहवाग और ऐडम गिलक्रिस्ट ने ही वॉर्नर से तेज़ बनाए हैं।
मुश्किल हालात में सर्वश्रेष्ठ
एक ऐसे दौर में जहां ओपनर बनना मुश्किल होता है, वॉर्नर वहां एक बेहतरीन ओपनर दिखे हैं। वॉर्नर ने ओपनर के तौर पर 182 पारियों में से 179 में 46.10 की औसत से 7883 रन बनााए हैं। उनके डेब्यू से केवल 11 ओपनर ही कम से कम 2000 टेस्ट रन बना पाए हैं। इन सभी में वॉर्नर का 46.10 का औसत सर्वश्रेष्ठ है।
वॉर्नर ने जब से टेस्ट खेलना शुरू किया, दूसरे सर्वश्रेष्ठ ओपनर ऐलिस्टर कुक रहे, जिन्होंने 41.75 की औसत से 6555 रन बनाए। इसी के साथ वॉर्नर के 24 शतक इस दौरान दूसरे सर्वश्रेष्ठ ओपनर से 10 शतक ज़्यादा हैं। यहां तक कि उनके डेब्यू से न्यूज़ीलैंड के ओपनरों (20) और वेस्टइंडीज़ के ओपनरों (16) के कुल शतक वॉर्नर से कम हैं।
वहीं वॉर्नर के साथ ओपनिंग करने वाले अन्य ओपनरों ने भी कुल मिलाकर 16 टेस्ट शतक लगाए हैं। इनमें से किसी ने भी पांच से अधिक शतक नहीं लगाए हैं। उनके अभी के ओपनिंग साझेदार उस्मान ख़्वाजा से पहले ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर के साथ 14 अलग-अलग ओपनर उतारे हैं। सलामी बल्लेबाज़ के रूप में 24 पारियों में 69.73 की औसत से 1325 रन बनाने वाले ख़्वाजा को छोड़कर कोई भी सलामी बल्लेबाज़ के रूप में वाॅर्नर से बेहतर औसत नहीं बना पाया है। उनके डेब्यू से ऑस्ट्रेलिया के ओपनरों का संयुक्त औसत वॉर्नर के ओपनिंग बल्लेबाज़ के तौर पर 46.09 से 10 रन कम है।
सर्वश्रेष्ठ चार या पांच?
डेब्यू करने के कुछ ही सालों में वॉर्नर अपने करियर के ऐसे दौर में पहुंचे जहां पर वह ना केवल टेस्ट में बेहतरीन ओपनर थे बल्कि शीर्ष बल्लबाज़ों में से एक थे। 2013-14 ऐशेज़ की शुरुआत से और 2015-16 घरेलू सीज़न के अंत तक वॉर्नर ने 27 टेस्ट में 62.6 की औसत और 81.5 के स्ट्राइक रेट से 3066 रन बनाए। उस दौरान वॉर्नर से ज़्यादा रन किसी भी टेस्ट बल्लेबाज़ ने नहीं बनाए।
उस दौरान कम से कम 20 पारियां खेलने वाले 76 बल्लेबाज़ों में वॉर्नर का 62.57 का औसत केन विलियमसन, स्टीवन स्मिथ, एंजेलो मैथ्यूज़ के बाद चौथा सर्वश्रेष्ठ था। वॉर्नर का टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ 2013-14 ऐशेज़ में गाबा टेस्ट की दूसरी पारी से आना शुरू हुआ जहां पर उन्होंने शतक लगाया। इसके बाद अगली 49 पारियों में वॉर्नर ने 12 और शतक लगा दिए। यह स्मिथ और विराट कोहली की 50 पारियों के बराबर ही था। उनको छोड़कर कोई भी मौजूदा टेस्ट बल्लेबाज़ 50 पारियों में 13 शतक नहीं लगा पाया है।
उस दौरान वॉर्नर ने 62.9 की औसत से 3017 रन बनाए थे। वॉर्नर के अलावा केवल चार मौजूदा टेस्ट बल्लेबाज़ों ने 50 पारियों में 3000 या उससे अधिक रन बनाए हैं। तीन बल्लेबाज़ कोहली, स्मिथ और विलियमसन सर्वश्रेष्ठ चार का हिस्सा हैं। मार्नस लाबुशेन की मौजूदा फ़ॉर्म ने भी उनको इस सूची में लाई है। जो रूट ने 50 टेस्ट पारियों में 63.1 के औसत से 2849 रन बनाए हैं और इस सूची में जगह बनाने से चूक गए।
हालांकि, रनों की गति के मामले में कोई भी बल्लेबाज़ वॉर्नर के क़रीब नहीं रहा। वॉर्नर ने 80.20 के स्ट्राइक रेट से 3017 रन बनाए। उन पांच बल्लेबाज़ों में केवल कोहली ही उनके पास थे लेकिन उन्होंने भी वॉर्नर से प्रति 100 गेंद 20 रन कम बनाए।
यहां तक कि कोई भी बल्लेबाज़ वॉर्नर के उस शानदार दौर में उस गति से रन नहीं बना पाया। मौजूदा बल्लेबाज़ों में जिन्होंने 50 पारियों में कम से कम 2000 रन बनाए हैं, उनमें केवल ऋषभ पंत ही उनके नज़दीक पहुंचे जिन्होंने 74.10 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
तीन ऐशेज़ दौरे : एक यादगार तो दूसरा भूलाने वाला
ऐशेज़ में ओपनर के तौर पर वॉर्नर ने 39.22 की औसत से 1883 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया से केवल तीन ओपनर मार्क टेलर, बिल लॉरी और आर्थर मॉरिस ने ही ऐशेज़ में उनसे अधिक रन बनाए हैं। वॉर्नर ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 17 बार 50 से अधिक रन बनाए हैं, यानि हर तीन पारी में एक अर्धशतक।
हालांकि, वॉर्नर ने अपने घर में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ और भी अधिक रन बनाए हैं। घर में उन्होंने ऐशेज़ में 51.5 की औसत से 1237 रन बनाए हैं। इंग्लैंड में वह 26 की औसत से 651 रन बना पाए।
2015 ऐशेज़ वॉर्नर के लिए इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ रही। उन्होंने तब उस सीरीज़ में 46.4 की औसत से 418 रन बनाए थे। यह इंग्लैंड में ओपनर के तौर पर अच्छे आंकड़े थे। केवल चार अन्य ओपनर इंग्लैंड में ऐशेज़ सीरीज़ में वॉर्नर के पांच 50 से अधिक स्कोर कर पाए।
उनकी इंग्लैंड में पिछली ऐशेज़ भूला देने वाली रही। इस बार वह 10 पारियों में केवल 95 रन बना पाए, जहां स्टुअर्ट ब्रॉड ने उन्हें सात बार आउट किया। यह उनके लिए भूला देने वाली सीरीज़ थी, क्योंकि उस ऐशेज़ सीरीज़ में नंबर 1 से 7 तक बल्लेबाज़ी करने वाले बल्लेबाज़ों में किसी भी बल्लेबाज़ का औसत वॉर्नर के 10 रन प्रति विकेट से कम नहीं था।
ऑस्ट्रेलिया में पिछली ऐशेज़ भी वॉर्नर के लिए बुरी रही। उन्होंने सीरीज़ में अच्छी शुरुआत की और पहली दो पारियों में दोनों बार 90 से 100 के बीच रन बनाए, लेकिन इसके बाद वह जूझते दिखे। वॉर्नर अगली छह पारियों में केवल 84 रन ही बना पाए। उन्होंने उस सीरीज़ में 34.1 की औसत से 273 रन ही बनाए, जबकि घर में अपनी पहली दो ऐशेज़ में उन्होंने 60.3 की औसत से 964 रन बनाए थे।
घर में इससे पहले बेहतरीन था रिकॉर्ड
वॉर्नर हमेशा से ऑस्ट्रेलिया की तेज़ और बाउंसी विकेट के अच्छे बल्लेबाज़ रहे हैं। हाल की बुरी फ़ॉर्म से पहले वॉर्नर ने 53 मैच में 57.30 की औसत से 4929 रन बनाए थे, उनके 24 में से आठ टेस्ट शतक घर में आए।
2021 से वॉर्नर का ऑस्ट्रेलिया में 65.9 की औसत थी। 2020 तक घर में 3000 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में केवल कोहली, स्मिथ और गैरी सोबर्स की ही औसत वॉर्नर से ज़्यादा थी।
लेकिन अपने पिछले 10 घरेलू टेस्ट में वह 24.7 की औसत से केवल 445 रन ही बना पाए। उनके दो 90 के स्कोर उनकी 18 पारियों में वही दो अर्धशतक हैं, लेकिन इन पारियों में वह आठ बार दहाई का आंकड़ा छूने से पहले आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया में अपने पहले 43 टेस्ट की 75 पारियों में वॉर्नर केवल 12 बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके थे।
लेकिन वॉर्नर का मैदान के बाहर और अंदर का जूझना कुछ नया नहीं है। उन्होंने पहले भी मज़बूती के साथ वापसी की है। उन्होंने एडिलेड में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ नाबाद 335 रन बनाए जो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ का टेस्ट में दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। साथ ही प्रतिबंध और ख़राब ऐशेज़ के बाद उन्होंने वापसी करते हुए 154 रन भी बनाए।
उनका ऑस्ट्रेलिया के लिए 100 टेस्ट खेलना 36 की उम्र में उन्हें एक और वापसी के लिए प्रेरित करेगा। अगर वह ऐसा नहीं कर पाते हैं तो तब भी वह ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ ओपनरों में से एक रहेंगे और कह सकते हैं कि उनके दौर के सर्वश्रेष्ठ ओपनरों में से सर्वश्रेष्ठ।
शिवा जयरामन ESPNcricinfo में सीनियर स्टैट्स एनालिस्ट हैं @shiva_cricinfo
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