डॉमिंगो : आप 24/5 या 23/4 से टेस्ट नहीं जीत सकते
बांग्लादेश कोच ने गेंदबाज़ों की भी आलोचना की और कहा कि ढाका के विकेट पर 500 नहीं बनने चाहिए थे

बांग्लादेश कोच रसल डॉमिंगो ने ढाका टेस्ट में करारी हार के लिए बल्लेबाज़ों को ज़िम्मेदार ठहराया है। दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ के दूसरे टेस्ट में श्रीलंका ने बांग्लादेश को 10 विकेट से हराया और यह बांग्लादेश का गढ़ माने वाले शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम पर बांग्लादेश की तीसरी लगातार हार है।
डॉमिंगो ने अपनी टीम के गेंदबाज़ों की भी ग़लतियां निकाली और बताया कि तेज़ गेंदबाज़ों ने श्रीलंका के बल्लेबाज़ों को बहुत ज़्यादा मिडिल और लेग स्टंप लाइन पर गेंद डालकर रन लुटाए। उन्होंने इस बात पर भी अफ़सोस जताया कि साल की शुरुआत में न्यूज़ीलैंड में मिली ऐतिहासिक जीत से कई गेंदबाज़ इस मैच में नहीं खेले। तस्कीन अहमद और मेहदी हसन पहले से इस सीरीज़ से बाहर थे और शोरिफ़ुल इस्लाम चोटिल होने की वजह से चटगांव टेस्ट के बाद नहीं खेल पाए।
डॉमिंगो ने कहा, "अपने कोचिंग जीवन में मैंने कभी इतने रन मिडविकेट और फ़ाइन लेग के बीच में बनते नहीं देखे। हमारे गेंदबाज़ों ने बहुत सीधी दिशा में गेंदबाज़ी की और आसान रन दिए। मुझे नहीं लगता इस विकेट पर 500 रन बनने चाहिए थे। हमने गेंद के साथ पर्याप्त दबाव नहीं डाला। हमने न्यूज़ीलैंड में इबादत, शोरिफ़ुल, तस्कीन और मिराज़ [मेहदी] के साथ टेस्ट जीता था और इस मैच में इनमें केवल इबादत एकादश का हिस्सा थे। यह एक नया गेंदबाज़ी क्रम था।"
चटगांव में चोटिल होने की वजह से नईम हसन ढाका टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। उनकी जगह मोसद्देक हुसैन बतौर बैटिंग ऑलराउंडर खेले लेकिन उन्होंने ना तो गेंद से ना ही बल्ले से कोई ख़ास योगदान दिया। इस पर डॉमिंगो ने कहा, "हमें लगा मोसद्देक दिन में 15 ओवर दे सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मैं सिर्फ़ चार विशेषज्ञ गेंदबाज़ों के साथ मैच में जाना पसंद नहीं करता। हमें लगा था मोसद्देक, मिराज़ का काम कर पाएंगे क्योंकि वह ख़ूब सारे ओवर करते हैं, विकेट भी लेते हैं और बल्लेबाज़ी में भी योगदान देते हैं।"
मैच में निर्णायक फ़र्क़ बांग्लादेश की कमज़ोर बल्लेबाज़ी ने डाला। पहली पारी में जहां उनका स्कोर पांच विकेट के नुक़सान पर 24 था तो वहीं दूसरी पारी में 23 पर चार विकेट गिर चुके थे। डॉमिंगो ने कहा, "हमें कुछ अलग करना होगा भले ही बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव करने पड़े। आप 24/5 या 23/4 के स्कोर पर टेस्ट मैच नहीं जीत सकते। ऐसा पिछले छह-आठ महीनों में कई बार हुआ है और हमें इस रुझान को बदलना होगा। हम मैचों में मज़बूत स्थिति में आकर एक ख़राब सत्र के चलते पिछड़ जाते हैं। आप चार दिन के लिए अच्छा खेल सकते हैं लेकिन वह एक ख़राब सत्र आपको मैच से बाहर कर सकता है।"
बांग्लादेश के लिए कप्तान मोमिनुल हक़ का निजी फ़ॉर्म भी परेशानी का सबब बन बैठा है। उन्होंने अब सात लगातार पारियों में 10 का आंकड़ा नहीं छुआ है लेकिन डॉमिंगो ने अपने कप्तान के समर्थन में कहा, "वह ज़रूर दबाव और उम्मीदों का संपूर्ण भार महसूस कर रहे हैं। बांग्लादेश ने पिछले 10 या 15 सालों में टेस्ट क्रिकेट में बहुत क़ामयाबी नहीं देखी है और इसलिए टेस्ट कप्तान पर दबाव ज़्यादा ही रहता है। वह [मोमिनुल] एक साहसी इंसान और एक तगड़े खिलाड़ी हैं। शायद अगले एक हफ़्ते में उन्हें थोड़ा विश्राम करने की ज़रूरत है। मैं जानता हूं कि वह ज़बरदस्त वापसी करेंगे।"
सबसे बड़ी अचरज की बात थी कि पहले बल्लेबाज़ी करने के बावजूद बांग्लादेश ने मीरपुर की पिच का फ़ायदा नहीं उठाया। डॉमिंगो इस पर बोले, "यह बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के लिए अनुकूल पिच थी। एक तेज़ गेंदबाज़ ने इस पर 10 विकेट झटके। शाकिब अल हसन ने पारी में पांच विकेट लिए। हम विकेट के बारे में कोई शिक़ायत नहीं कर सकते।
मोहम्मद इसाम (@isam84) ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता हैं।
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