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कोहली : T20 में मैच को गहराई तक ले जाने की कला को खिलाड़ी भूलते जा रहे हैं

कोहली ने रनचेज़ के दौरान पार्टनरशिप बनाने और स्ट्राइक रोटेट करने की रणनीति के महत्व के बारे में बताया

रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने IPL 2025 में अब तक चार बार लक्ष्य का पीछा किया है। विराट कोहली ने इन सभी चार मैचों में अर्धशतक जड़े हैं और हर बार RCB ने जीत हासिल की है।
रविवार रात को दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ मुक़ाबला शायद उनका सबसे चुनौतीपूर्ण रन-चेज़ था। RCB के सामने 163 रनों का लक्ष्य था और कोहली ने धीमी पिच पर क्रुणाल पंड्या के साथ 119 रनों की साझेदारी में दूसरे छोर से सहयोगी की भूमिका निभाई। कोहली ने इस बात पर ज़ोर दिया कि "साझेदारी बनाना और उसे लंबा खींचना" बहुत महत्वपूर्ण है। ख़ासतौर पर इस सीज़न में यह और भी ज़्यादा ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि इस बार बल्लेबाज़ों के लिए शुरुआत से ही तेज़ी से रन बनाना मुश्किल रहा है।
कोहली ने कहा, "स्कोरबोर्ड पर कुल रन, परिस्थितियां कैसी हैं, कौन से गेंदबाज़ गेंदबाज़ी करने वाले हैं, कौन से गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ रन बनाना मुश्किल होगा - इन सभी चीज़ों पर मैं ध्यान देता हूं। मैं कोशिश करता हूं कि मेरे सिंगल और डबल्स नहीं रूकें। बीच-बीच में बाउंड्री भी आती रहे। ताकि खेल कहीं ठहरे नहीं। मेरा हमेशा फ़ोकस यही रहता है कि स्ट्राइक रोटेट करते रहना है, सिंगल-डबल लेते रहना है।"
कोहली ने ब्रॉडकास्टर से कहा, "मुझे लगता है खिलाड़ीT20 क्रिकेट में साझेदारी बनाने या पारी को गहराई तक ले जाने के महत्व को भूलते जा रहे हैं। इस साल आप देख रहे होंगे कि आप पहली गेंद से ही बड़े शॉट नहीं लगा सकते। आपको प्रोफ़ेशनलिज़्म दिखाना होता है, परिस्थिति को पढ़ना होता है और फिर ऐसी स्थिति में आना होता है जहां से आप गेंदबाज़ों पर दबदबा बना सकें।
"और इसके लिए साझेदारी बनानी पड़ती है। धीमी पिच पर अगर आप स्ट्राइक रोटेट करना नहीं जानते तो यह आसान नहीं होगा। यही मेरा तरीक़ा है। मैं परिस्थितियों का विश्लेषण करता हूं। समझता हूं कि बोर्ड पर स्कोर क्या है, स्थिति मुझसे क्या मांग रही है और फिर अपने कौशल से स्ट्राइक रोटेट करता हूं ताकि एक छोर पर खेल न रुक जाए।"
163 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए, RCB ने चार ओवर के भीतर ही 26 पर तीन विकेट गंवा दिए थे। क्रुणाल को इस मैच में ऊपर भेजा गया था। उन्होंने शुरुआत में थोड़ा संघर्ष किया, लेकिन बाद में वह काफ़ी अच्छी तरह से रन बटोरते रहे। पहले 21 गेंदों में 17 रन बनाने के बाद क्रुणाल ने 47 गेंदों पर 73 रन बनाए, जबकि कोहली 47 गेंदों पर 51 रन बनाकर दुष्मंथा चमीरा के ख़िलाफ़ सिक्सर लगाने की कोशिश में आउट हो गए।
कोहली ने कहा, "जब भी लक्ष्य का पीछा करने का मामला होता है या जब मैं बल्लेबाज़ी के लिए जाता हूं, तो मैं डगआउट से लगातार पूछता रहता हूं कि हम सही दिशा में हैं या नहीं, मेरी भूमिका क्या है, मुझे किस तरह की पारी खेलनी है। यह एक शानदार जीत थी। हम दबाव में थे, 26 पर 3 थे और फिर मैंने और क्रुणाल ने 100 रनों की साझेदारी की।"
कोहली ने इस सीज़न में चार रन-चेज़ में कुल 245 रन बनाए हैं, और इन मुक़ाबलों में उनका औसत भी 245 का है। रविवार रात पहली बार वह लक्ष्य का पीछा करते हुए आउट हुए। कुल मिलाकर उन्होंने दस मैचों में 443 रन बनाए हैं और इस चरण में वह सीज़न के सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं।