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कृष्णप्पा गौतम ने लिया क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास

37 साल के गौतम ने कर्नाटक के लिए लगभग 14 साल के घरेलू करियर में सभी फ़ॉर्मेट में मिलाकर लिए 394 विकेट

ESPNcricinfo स्टाफ़
22-Dec-2025 • 1 hr ago
K Gowtham punches in the air, Kolkata Knight Riders v Rajasthan Royals, IPL 2018, Eliminator, Kolkata, May 23, 2018

K Gowtham ने भारत के लिए खेला है एक वनडे  •  BCCI

कर्नाटक के पूर्व ऑफ़ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है।  उन्होंने सोमवार को इस बात की जानकारी एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस के जरिए दी जिसे KSCA के अध्यक्ष वेंकटेश प्रसाद की अगुवाई में कराया गया था।
37 साल के गौतम ने अपने करियर का अंत 394 विकेटों और 2783 रनों के साथ किया। उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी में एक शतक और पांच अर्धशतक लगाए। कर्नाटक के लिए सभी फ़ॉर्मेट में मिलाकर उनका करियर 14 सालों का रहा। 2018-19 उनके करियर का सबसे शानदार समय रहा जब उन्होंने कर्नाटक को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी जीतने में मदद की थी।
2021 में नेट गेंदबाज़ के तौर पर चुने जाने वाले गौतम को श्रीलंका दौरे पर लगभग आधी टीम को कोविड-19 की चपेट में आने के बाद पहला वनडे खेलने का मौक़ा मिला था। अपने इकलौते वनडे में में उन्होंने 49 रन देकर एक विकेट हासिल किया था।
हरभजन सिंह से मिलते-जुलते एक्शन के कारण उन्हें भज्जी का निकनेम दिया गया था। गौतम को राजस्थान रॉयल्स के लिए IPL में भी शुरुआती सफलता मिली जब 2018 में शेन वॉर्न ने उन्हें IPL प्रोजेक्ट बताया था।
गौतम IPL में रॉयल्स, पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस, लखनऊ सुपर जॉयंट्स और चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे और उन्होंने कुल मिलाकर 36 मैच खेलते हुए 8.24 की इकॉनमी से 21 विकेट हासिल किए थे।
गौतम ने दिसंबर 2023 में कर्नाटक के लिए आख़िरी प्रतियोगी मैच खेला था और जब कई सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर किया गया तो वह भी उसका हिस्सा थे। गौतम ने शुरुआत में राज्य बदलने के संकेत दिए थे और सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में ख़ुद को बनाए रखने के लिए महाराजा T20 में भी खेले थे। हालांकि, जब चयनकर्ताओं ने साफ़ कर दिया कि वे उनसे आगे सोच रहे हैं तो उन्होंने आगे बढ़ने का निर्णय लिया।
मैसूर वॉरियर्स के बैकरूम में गौतम की भूमिका अहम रही जहां वह 2025 संस्करण में प्लेयर और मेंटर की दोहरी भूमिका में थे। पिछले दो सालों में वह स्थानीय भाषा की कमेंट्री में भी काफ़ी सक्रिय थे।