गिल ने सराहा तेज़ गेंदबाज़ों का जज़्बा, बुमराह की वापसी की दी ख़बर
भारतीय कप्तान की ख़्वाहिश है कि उनके बल्लेबाज़ी प्रदर्शन से भारत यह सीरीज़ जीते
भारत के कप्तान शुभमन गिल ने हेडिंग्ली में शुरुआती हार के बाद एजबेस्टन में जीत दर्ज कर सीरीज़ बराबर करने के बाद अपने तेज़ गेंदबाज़ों के प्रदर्शन की सराहना की है। एजबेस्टन में यह भारत की पहली जीत है। इस मैदान पर भारत ने पहली बार 1967 में टेस्ट मैच खेला था और कभी जीत हासिल नहीं की थी।
आकाश दीप ने इस मैच में जसप्रीत बुमराह की जगह ली थी। उन्होंने अपने आठवें टेस्ट में पहली बार दस विकेट लेकर भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का नेतृत्व किया, जिसमें अंतिम पारी में 99 रन देकर 6 विकेट शामिल थे। मोहम्मद सिराज ने भी आकाश का बख़ूबी साथ निभाया और पहली पारी में छह विकेट लिए।
गिल ने मैच के बाद कहा, "उनका प्रदर्शन शानदार था। मुझे लगता है कि जिस तरह से हम शीर्ष क्रम को जल्दी निकाल पाए, वह हमारे लिए बहुत ज़रूरी था। दोनों गेंदबाज़ों ने शानदार गेंदबाज़ी की। मुझे लगा कि प्रसिद्ध को उतने विकेट नहीं मिले, जितने उन्हें मिलने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने भी बहुत ही अच्छी गेंदबाज़ी की।"
गिल ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि आकाश दीप ने पूरे दिल से गेंदबाज़ी की और जिन क्षेत्रों में और जिस लेंथ पर उन्होंने गेंद डाली, वह काफ़ी कारगर रहा। वह दोनों दिशाओं में गेंद को मूव करवा रहे थे। इस तरह की पिचों पर दोनों ओर मूवमेंट मिलना बहुत मुश्किल होता है और उन्होंने यह कर दिखाया। उन्होंने वाकई काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया।"
गिल ने पुष्टि की कि प्रमुख गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह तीसरे टेस्ट में वापसी करेंगे, जो 10 जुलाई से लॉर्ड्स में शुरू होगा। बुमराह को एजबेस्टन टेस्ट से आराम दिया गया था, जिसका मतलब है कि वह शेष तीन में से दो मैच खेलेंगे।
जब उनसे बुमराह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने तीसरे टेस्ट में बुमराह के खेलने पर हामी भरी। इसके अलावा उन्होंने कहा, "मैं लॉर्ड्स में खेलने को लेकर बहुत उत्साहित हूं, यह दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट स्टेडियम है। एक बच्चे के रूप में हर कोई वहां खेलने का सपना देखता है। मुझे लगता है कि वहां अपने देश का नेतृत्व करने से बड़ा और कोई सम्मान नहीं हो सकता।"
गिल अपनी बल्लेबाज़ी से भी संतुष्ट दिखे। उन्होंने एजबेस्टन में 269 और 161 का स्कोर खड़ा किया। उनका 430 रन का कुल स्कोर टेस्ट मैच में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है, जो केवल ग्राहम गूच के 1990 में भारत के ख़िलाफ़ बनाए 456 रन से पीछे है। इसके अलावा एक ही टेस्ट मैच में गिल दो 150+ स्कोर बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ भी बन गए।
उन्होंने कहा, "मैं अपनी बल्लेबाज़ी के साथ सहज महसूस कर रहा हूं। मैं निश्चित रूप से अपने खेल को लेकर आत्मविश्वासी महसूस कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि अगर मेरी भागीदारी से हम यह सीरीज़ जीत पाए, तो यह हमारे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।"
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