मॉर्कल : बुमराह ने नेट्स पर अपनी लय से प्रभावित किया है
भारतीय गेंदबाज़ी कोच नीतीश कुमार रेड्डी की गेंदबाज़ी क्षमता को लेकर भी आश्वस्त हैं
Morkel: Nitish Kumar Reddy is someone who can 'bowl that magical ball'
India's bowling coach also praises Bumrah, saying he has been "blown away" by his rhythmभारत के गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मॉर्कल इंग्लैंड दौरे पर अब तक तीन अभ्यास सत्रों में जसप्रीत बुमराह की लय से काफ़ी प्रभावित हैं, हालांकि उन्होंने कहा कि बुमराह का वर्कलोड मैनेज करने के संबंध में टीम मैनेजमेंट काफ़ी सूझबूझ के साथ निर्णय करेगी।
इंग्लैंड रवाना होने से पहले भारतीय मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा था कि बुमराह सभी टेस्ट नहीं खेलेंगे और सीरीज़ की स्थिति और बुमराह की फ़िटनेस को देखते हुए यह निर्णय लिया जाएगा कि बुमराह कौन से तीन टेस्ट मैच खेलेंगे।
मॉर्कल ने बुधवार को कहा, "बुमराह को पता है कि उन्हें कैसे तैयारी करनी है और कैसे ख़ुद को तैयार करना है। पिछले तीन दिनों से उनकी ऊर्जा देखकर मैं काफ़ी प्रभावित हूं। यह देखना काफ़ी सुखदायक था और मैं यह देखकर ख़ुश हूं कि इस समय वह बेहद अच्छी स्थिति में हैं। हम उनको लेकर सूझबूझ के साथ निर्णय लेंगे लेकिन उन्हें अब तक गेंदबाज़ी से काफ़ी प्रभावित किया है।"
20 जून से हेडिंग्ली में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज़ से पहले भारतीय टीम 13 जून से बेकेनहैम में इंडिया ए के दल के साथ तीन दिवसीय इंट्रा-स्क्वाड मैच खेलेगी। पहले टेस्ट से पहले भारतीय टीम के सामने अपने तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण को सुनिश्चित करना है। बुमराह के अलावा उनके पास मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह और आकाश दीप का विकल्प है। वहीं शार्दुल ठाकुर और नीतीश कुमार रेड्डी तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के विकल्प के रूप में मौजूद हैं।
अगर भारत चौथे गेंदबाज़ी विकल्प के रूप में दूसरे स्पिनर या प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ी विकल्प के साथ नहीं जाती है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंर के रूप में शार्दुल ठाकुर और नीतीश कुमार रेड्डी में किसे मौक़ा मिलता है। हालांकि मॉर्कल को रेड्डी से काफ़ी उम्मीदें हैं।
"हमारे पास जितने गेंदबाज़ी विकल्प हों अच्छा है। उनके पास काफ़ी क्षमता है, वह वो जादुई गेंद डाल सकते हैं बस निरंतरता की आवश्यकता है। यह एक ऐसा पहलू है जहां हम काम करना चाहते हैं और यह उनके गेम के लिए भी अच्छा है। मेरी उनसे काफ़ी बार चर्चा हुई है जब मैंने उन्हें अधिक गेंद डालने के लिए चुनौती दी है।
टीम के सदस्यों ने ख़ुद सामने से आकर ज़िम्मेदारी ली है। उन्हें पता है कि यह एक मुश्किल दौरा रहना वाला है ऐसे में कोच के तौर पर हम यह देखकर ख़ुश हैं कि वे ख़ुद से ज़िम्मेदारी ले रहे हैं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में वरिष्ठ संवाददाता हैं।
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