हार्दिक पंड्या : मुझे एम एस धोनी के हाथों हार मिलने का दुःख नहीं है
"ईश्वर मेरे प्रति दयालु रहा है लेकिन मुझे लगता है कि आज उसने धोनी को मुझसे थोड़ा अधिक दिया"
हां या ना : धोनी का टॉस जीतना ही चेन्नई के चैंपियन बनने की वजह रही
गुजरात के ख़िलाफ़ चेन्नई की ख़िताबी जीत से जुड़े अहम सवालों पर संजय मांजरेकर का फ़ैसलाअहमदाबाद में चेन्नई सुपर किंग्स के हाथों अंतिम गेंद पर मिली आईपीएल फ़ाइनल में हार के बाद गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा कि उन्हें एम एस धोनी के हाथों मिली हार का दुख नहीं है, जिन्हें वो अपना मेंटॉर मानते हैं।
बारिश से प्रभावित इस मैच में अंतिम दो गेंदों पर चेन्नई को जीत के लिए 10 रनों की ज़रूरत थी और रवींद्र जाडेजा ने मोहित शर्मा की गेंद पर पहले छक्का और बाद में चौका लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी।
पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन में हार्दिक ने कहा, "मैं उनके(धोनी) लिए काफ़ी खुश हूं। उनके भाग्य में यह जीत लिखी हुई थी। अगर मुझे हारना पड़े तो मुझे उनके हाथों हारने में कोई समस्या नहीं होगी। मैंने पिछले सीज़न कहा था कि अच्छे लोगों के साथ अच्छा होता है। वह उन सबसे अच्छे इंसानों में से एक हैं जिनसे मैं अब तक मिला हूं। ईश्वर मेरे प्रति दयालु रहा है लेकिन मुझे लगता है कि आज उसने उन्हें मुझसे अधिक दिया।"
पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद गुजरात ने 21 वर्षीय युवा खिलाड़ी साई सुदर्शन की 47 गेंदों पर 96 रनों की पारी की बदौलत 214 रन बनाए। हालांकि पहले बारिश और फिर गीला मैदान होने के चलते चेन्नई के सामने यह लक्ष्य 15 ओवरों में 171 रनों तक सीमित हो गया।
जब हार्दिक से पूछा गया कि क्या इस वजह से उनकी टीम के जीतने की संभवाना कम हो गई? इस पर उन्होंने कहा, "मैं एक ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो बहाने बनाने में विश्वास रखता हो। चेन्नई ने हमसे बेहतर खेला और जिस तरह से हमने बल्लेबाज़ी की वह काफ़ी लाजवाब था। विशेषकर साई का ज़िक्र करना ज़रूरी है क्योंकि इस स्टेज पर ऐसी पारी खेलना आसान नहीं है। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं और भविष्य में वह निश्चित तौर पर और अच्छा करेंगे।"
भले ही गुजरात लगातार दूसरी बार ट्रॉफ़ी जीतने से चूक गई लेकिन इस सीज़न उनके लिए कई चीज़ें काफ़ी सकारात्मक रही। शुभमन गिल ने 890 रन बनाए जोकि आईपीएल के किसी सीज़न में सबसे अधिक बनाए गए रनों की सूची में दूसरे नंबर पर है। मोहम्मद शमी ने सर्वाधिक 28 विकेट लिए जबकि उनके ठीक पीछे राशिद ख़ान और मोहित ने 27-27 विकेट झटके।
हार्दिक ने कहा, "मैं अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से काफ़ी खुश हूं। जिस तरह से शमी, मोहित और राशिद ने तैयारी की और अपनी रणनीति को अमली जामा पहनाया। उनकी सफलता सिर्फ़ उनकी सफलता है। कोचिंग स्टाफ़ से भी हमें भरपूर सहयोग मिला। खिलाड़ी अच्छी मनोस्थिति में रह सकें, इसे सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अपनी रातों की नींद त्याग दी। मैं इससे अधिक उनसे कुछ और नहीं मांग सकता।"
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