आंकड़े झूठ नहीं बोलते : माही अब नहीं मार रहा है !
पंजाब किंग्स की इस तिकड़ी के पास है जीत का मंत्र, डुप्लेसी-ऋतुराज जोड़ी नंबर-1

इंडियंन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अपने अंतिम पड़ाव की तरफ़ बढ़ रहा है लेकिन रोमांच मानो अब शुरू ही हुआ है। गुरुवार को डबल हेडर का पहला मुक़ाबला दुबई में खेला जाना है, आईपीएल का ये 53वां मैच चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) का आख़िरी लीग मुक़ाबला होगा। चेन्नई तो प्लेऑफ़ में पहुंच चुका है लेकिन पंजाब इस सीज़न शायद आख़िरी बार ही मैदान पर नज़र आएंगे। प्लेऑफ़ में पहुंचने का दरवाज़ा तो उनके लिए बंद हो चुका है, हालांकि एक छोटी सी खिड़की ज़रूर है लेकिन वहां से जाना उनके लिए बेहद मुश्किल है। वैसे इन दो किंग्स की लड़ाई में चेन्नई है सुपर किंग्स - चेन्नई और पंजाब के बीच अब तक 24 मुक़ाबले हुए हैं, जिनमें सुपर किंग्स के नाम 15 जीत है जबकि साल 2018 से अब तक खेले गए सात मैचों में पंजाब को पांच बार हार मिली है। चलिए जानते हैं क्या कहते हैं इस मैच के आंकड़े।
माही अब नहीं मार रहा है
बतौर कप्तान तो महेंद्र सिंह धोनी का जलवा अभी भी बरक़रार है और टीम को अपने परिचित अंदाज़ में उन्होंने प्लेऑफ़ में पहुंचाया है। लेकिन बतौर बल्लेबाज़ धोनी में अब वह बात नहीं रह गई, जिसके लिए कभी ये फ़िनिशर जाना जाता था। धोनी के बल्ले से आख़िरी अर्धशतक 2019 सीज़न में देखने को मिला था, उसके बाद से अब तक माही ने कोई 50+ का स्कोर नहीं किया है। 2020 में धोनी ने 12 पारियों में 25 की औसत और 116 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ़ 200 रन बनाए थे। इस सीज़न तो उनका स्ट्राइक रेट 100 के भी अंदर है, 2021 में माही ने नौ पारियां खेली हैं और इस दौरान उन्होंने 14 की औसत और 98 के स्ट्राइक रेट से महज़ 84 रन बनाए हैं।
हालांकि जब सामने पंजाब के गेंदबाज़ होते हैं तो उनका ये आंकड़ा थोड़ा बदल भी जाता है। 2019 से अब तक धोनी ने पंजाब के ख़िलाफ़ पांच मैचों की दो पारियों में 134 के स्ट्राइक रेट से 47 रन बनाए हैं और दोनों ही पारियों में वह नाबाद रहे हैं।
पंजाब की तिकड़ी के पास है जीत का मंत्र
पंजाब ने इस सीज़न अब तक पांच मैचों में ही जीत दर्ज की है, और ये तब आईं हैं जब उनके गेंदबाज़ों की इस तिकड़ी का प्रदर्शन शानदार रहा है। पंजाब को जब-जब जीत मिली है उस दौरान - लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने चार पारियों में 9.3 की ओसत और 5.3 की इकॉनमी से नौ विकेट लिए हैं। तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने पांच पारियों में 14.9 की ओसत और 6.1 की इकॉनमी से आठ विकेट लिए हैं। जबकि इन जीतों में अर्शदीप सिंह का भी प्रदर्शन बेहतरीन रहा है, अर्शदीप ने 7.8 की इकॉनमी और 14.6 की ओसत से चार पारियों में आठ विकेट लिए हैं।
चेन्नई की 'सुपर किंग्स' सलामी जोड़ी
चेन्नई सुपर किंग्स की इस सीज़न सबसे बड़ी ताक़त है उनकी सलामी साझेदारी, फ़ाफ़ डुप्लेसी और ऋतुराज गायकवाड़ ने 13 पारियों में 45 की औसत से 991 रन जोड़े हैं। हालांकि इस फ़ेहरिस्त में पहले विकेट के लिए पंजाब की सलामी साझेदारी ने भी 991 रन ही बनाए हैं, लेकिन चेन्नई ने जहां हर मैच में फ़ाफ़ डुप्लेसी और गायकवाड़ से ही पारी का आग़ाज़ कराया है तो पंजाब ने चार अलग-अलग सलामी जोड़ियों को भेजा है। यानी नौ रन और जोड़ते ही डुप्लेसी और ऋतुराज के बीच इस सीज़न 1000 रन की सलामी साझेदारी हो जाएगी।
इस साझेदारी में पहले हाफ़ में जहां रनों की ज़िम्मेदारी डुप्लेसी पर रहा करती थी, तो दूसरे हाफ़ में ऋतुराज ने डुप्लेसी को कहीं पीछे छोड़ दिया है। भारतीय चरण में डुप्लेसी ने 320 रन बनाए थे, जबकि यूएई लेग में उन्होंने 150 रन बनाए हैं। ऋतुराज ने इसके ठीक उलट भारत में खेले गए पहले चरण में 196 रन बनाए थे और अब दूसरे लेग में वह 325 रन बना चुके हैं। 521 रनों के साथ ऋतुराज ऑरेंज कैप की दौड़ में भी बने हुए हैं, उनसे आगे फ़िलहाल केएल राहुल ही हैं। प्लेऑफ़ में चेन्नई पहुंच चुकी है इसलिए ऋतुराज के पास ऑरेंज कैप जीतने का राहुल से ज़्यादा मौक़ा होगा।
सैयद हुसैन ESPNCricinfo हिंदी में मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं।@imsyedhussain
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