प्लेऑफ़ की सांप सीढ़ी : बेंगलुरु के लिए राह नहीं आसान
अग़र बेंगलुरु अगला मैच जीत भी गई तो मामला कठिन है

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, मैच 13, अंक 14, नेट रन रेट -0.323
बाक़ी मुक़ाबला : बनाम गुजरात टाइटंस
पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मिली बड़े अंतर की हार ने रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ़ में पहुंचने के सफर को और कठिन बना दिया है। गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ अग़र वह अपना आख़िरी मुक़ाबल जीतकर 16 अंक हासिल कर लेते हैं, तब भी उन्हें अन्य टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा क्योंकि ऐसा संभव है कि बाक़ी तीन टीमें भी 16 अंकों के साथ ही अंक तालिका को समाप्त करें। गुजरात टाइटंस, लखनऊ सुपर जायंट्स और राजस्थान रॉयल्स 16 से अधिक अंकों के साथ अंक तालिका को समाप्त कर सकती हैं जबकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, दिल्ली कैपिटल्स और सनराइज़र्स हैदराबाद 16 अंकों के साथ अंक तालिका को समाप्त कर सकती हैं।
दिल्ली 0.210 के नेट रन रेट और हैदराबाद -0.031 के नेट रन रेट के साथ पहले ही बेंगलुरु से नेट रन रेट के लिहाज़ से आगे है। यदि यह तीनों टीमें 16 अंकों के साथ तालिका को समाप्त करती हैं, तब दिल्ली और हैदराबाद में से कोई एक टीम प्लेऑफ़ के लिए क्वालिफ़ाई कर जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि अग़र बेंगलुरु अपना आख़िरी मुक़ाबले में 200 से अधिक रन बनाती है और उसे 100 रनों से जीत भी लेती तब भी उनका नेट रन रेट सुधर कर 0.071 ही होगा।
बेंगलुरु की टीम के लिए फ़ायदेमंद यही है कि वह अपना अगला मुक़ाबला जीते और यह उम्मीद करे कि दिल्ली, हैदराबाद और पंजाब तीनों ही टीमें अपने बाक़ी बचे हुए मुक़ाबलों में से कम से कम एक मुक़ाबला हारे ताकि वह आसानी से प्लेऑफ़ में प्रवेश कर सकें।
पंजाब किंग्स, मैच 12, अंक 12, नेट रन रेट 0.023
बाक़ी मुक़ाबले : बनाम दिल्ली, हैदराबाद
बेंगलुरु के ख़िलाफ़ मिली बड़ी जीत के बाद पंजाब का नेट रन रेट -0.231 से 0.023 पर तो ज़रूर पहुंच गया है लेकिन उन्हें अभी बहुत कुछ करना बाक़ी है। पंजाब के अगले दो मुक़ाबले दिल्ली और हैदराबाद के ख़िलाफ़ हैं। दिल्ली के भी 12 मैचों में 12 अक है, जबकि हैदराबाद भी शनिवार को कोलकाता को हराकर इसी स्थिति में पहुंच सकती है।
अग़र पंजाब अपने दोनों बचे मुक़ाबले जीत लेती है तब इसका मतलब होगा कि दिल्ली और हैदराबाद 14 अंकों से अधिक हासिल नहीं कर पाएंगे। ऐसी परस्थिति में सिर्फ़ बेंगलुरु ही 16 अंकों के साथ पंजाब की बराबरी कर पाएगी, लेकिन नेट रन रेट के लिहाज़ से पंजाब तब भी बेंगलुरु से आगे ही रहेगी। सरल शब्दों में, पंजाब की क़िस्मत यहां से पूरी तरह से सिर्फ़ उनके प्रदर्शन पर निर्भर करती है, यदि वह अपने दोनों मुक़ाबले जीत जाती है तब वह निश्चित तौर पर प्लेऑफ़ के लिए क्वालिफ़ाई कर जाएगी, इसके लिए पंजाब को किसी अन्य टीम के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
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