रणनीति : गिल को कैसे रोक सकती है CSK? टॉस जीतने पर क्या करना होगा फ़ायदेमंद?
चेन्नई और गुजरात के बीच होने वाली इस ख़िताबी जंग से पहले रणनीति के विभिन्न आयामों पर नज़र
मांजरेकर : गिल को रोकने के लिए कौन सी चाल चली जाए ये धोनी बख़ूबी जानते हैं
चेन्नई और गुजरात के बीच अहमदाबाद में खेले जाने वाले आईपीएल 2023 के फ़ाइनल का प्रीव्यू संजय मांजरेकर के साथअंक तालिका में शीर्ष दो पर रहने वाली गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच इस सीज़न कुल दो मुक़ाबले खेले गए, जिनमें गुजरात ने दोनों बार टॉस जीता और चेन्नई ने दोनों बार 170 से अधिक रन स्कोर बोर्ड पर टांग दिए। दोनों ही मैचों में ऋतुराज गायकवाड़ टॉप स्कोरर रहे। हालांकि अहमदाबाद और चेन्नई में खेले गए दो मैचों के बीच सबसे बड़ा अंतर यह रहा कि मथीशा पथिराना और महीश थीक्षणा अब चेन्नई के आक्रमण का अहम हिस्सा हैं और यह दोनों ही गुजरात के ख़िलाफ़ पहला मुक़ाबला नहीं खेले थे।
चेन्नई और गुजरात के बीच इस समय सबसे बड़ा अंतर यही है कि एक तरफ़ गुजरात की टीम में संतुलन है तो वहीं चेन्नई के पास बड़े शॉट्स लगाने वाले अधिक बल्लेबाज़ होने की वजह से उनकी बल्लेबाज़ी में अधिक गहराई भी है।
गिल को कैसे रोका जाए?
चेन्नई ने शुभमन गिल को दोनों बार छोटी गेंद पर आउट किया लेकिन तब तक गिल 63 और 42 रन बना चुके थे। मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ जिस गेंद पर गिल का कैच छोड़ा गया वह स्लोअर लेंथ गेंद थी। गिल को रोकने के सबसे कारगर उपाय में एक उपाय यह है कि ऑफ़ स्टंप और मिडिल स्टंप गेंदों को मूव कराया जाए, इसके अलावा उन्हें स्टंप्स में स्लोअर गेंदें भी डाल कर उनकी परीक्षा ली जा सकती है।
गिल को रोकने की ज़िम्मेदारी दीपक चाहर की होगी जिन्होंने 2021 में गिल को 18 गेंदें डालकर उनका दो बार शिकार किया था और वह सिर्फ़ 21 रन ही बना पाए थे। लेकिन 2021 के गिल और इस सीज़न के गिल में बड़ा अंतर है। हालांकि इस साल भी चाहर ने गिल को 14 गेंदें की हैं और गिल ने उन गेंदों पर 17 रन बनाते हुए एक बार अपना विकेट चाहर की झोली में दिया है।
मैच अप्स से ज़्यादा मैच के चरण के आधार पर सोचना होगा
जब टीमें इतनी कंसिस्टेंट हों तब विपक्षी टीमों के खेमे के लिए कोई सरप्राइज़ बचा नहीं रह जाता है। रवींद्र जाडेजा के पास गेंदबाज़ी करने के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों की भरमार है और कमोबेश यही स्थिति रिस्ट स्पिनर नूर अहमद के साथ भी है जहां किसी ख़ास तरह के बल्लेबाज़ का सामने होना अधिक मायने नहीं रखता।
अगर ज़रूरत पड़ती है तो राशिद ख़ान और थीक्षणा पावरप्ले में एक ओवर करते दिखाई पड़ सकते हैं जबकि मिडिल ओवर्स में दो और डेथ में एक ओवर करते दिखाई पड़ सकते हैं। चाहर और मोहम्मद शमी नई गेंद के साथ गेंदबाज़ी करेंगे जबकि पथिराना और मोहित शर्मा बैक एंड से गेंदबाज़ी की कमान संभालेंगे।
टॉस जीतकर क्या करें?
अंतिम बार चेन्नई ने 6 मई को बल्लेबाज़ी की थी। इसके बाद से उन्होंने चार मैचों में तीन बार लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया है। उनका पिछला मैच हारने में ओस ने अहम भूमिका निभाई। हालांकि चेन्नई ने यह तीनों मैच चेन्नई और दिल्ली में जीते थे। जैसा कि गुजरात और मुंबई इंडियंस के बीच हुए क्वालिफ़ायर 2 में देखने को मिला, ओस न पड़ने की संभवाना के चलते टॉस जीतने वाली टीम बल्लेबाज़ी करने का निर्णय ले सकती है।
आईपीएल में अब तक किसी भी सीज़न में पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम ने इतने मैच (40) नहीं जीते हैं। संभवतः इम्पैक्ट प्लेयर के नियम ने टीमों को पार स्कोर तक पहुंचने में मदद की है।
हालांकि शुक्रवार को मुंबई पर जीत दर्ज करने वाली गुजरात की टीम बारिश की आशंका को देखते हुए बाद में बल्लेबाज़ी करना चाहती थी। हालांकि रविवार को अहमदाबाद में बारिश की संभावना काफ़ी कम है।
शमी पर एक ओवर तक नज़र बनाए रखें। अगर उन्हें गेंद में मूवमेंट प्राप्त नहीं हो रही है तो उनके ऊपर धाबा बोल दें। अगर गेंद में मूवमेंट प्राप्त हो रही है तो उन्हें अपना विकेट न देने का भरपूर प्रयास कीजिए।
जाडेजा ने भले ही पिछले मैच में डेविड मिलर को अपना शिकार बना लिया था लेकिन वह एक टर्निंग पिच थी। गुजरात को यह सुनिश्चित करना होगा कि जाडेजा एक साथ अपने चारों ओवर न डाल पाएं। हार्दिक का जाडेजा के ख़िलाफ़ ट्रैक रिकॉर्ड संतोषजनक नहीं है, ऐसे में जाडेजा के स्पेल के दौरान अगर कोई विकेट गिरता है तो बेहतर होगा कि वह ख़ुद से पहले मिलर को प्रमोट करें।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिसटेंट एडिटर हैं।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.