हार्दिक : मैंने अपनी ज़िंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं
मुंबई इंडियंस के मुख्य कोच महेला जयवर्दने ने कहा कि उनकी टीम जीत के साथ आग़ाज़ कर पिछले कई वर्षों के ट्रैक रिकॉर्ड को सुधारना चाहती है

पिछले सीज़न अंक तालिका में अंतिम स्थान पर रहने वाली मुंबई इंडियंस (MI) के लिए इस बार पहले मैच से पहले चुनौतियां कम नहीं हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ पहले मैच के लिए कप्तान हार्दिक पंड्या उपलब्ध नहीं हैं। उन्हें इस सीज़न के कुछ मैच जसप्रीत बुमराह के बिना खेलने हैं।
IPL 2020 से MI ने ख़िताब अपने नाम नहीं किया है और बड़ी नीलामी से पहले उन्होंने अपने कोर ग्रुप को रिटेन करने में विश्वास जताया था। नीलामी के दौरान MI ने ट्रेंट बोल्ट को अपने दल में वापस जोड़ा जो 2020 की विजेता टीम के सदस्य भी थे। वहीं महेला जयवर्दने भी मुख्य कोच के रूप में वापस आ गए हैं जिनके पहले कार्यकाल (2017-22) में MI ने तीन बार ट्रॉफ़ी अपने नाम की थी।
मुंबई में आयोजित MI के प्री सीज़न प्रेस कॉन्फ़्रेंस में जयवर्दने ने कहा, "पिछले सीज़न हमारे सामने कई चुनौतियां आईं लेकिन बड़ी नीलामी के बाद कई बदलाव भी हुए हैं। अब हम एक नई शुरुआत कर सकते हैं। हमारे पास एक ऐसा कोर ग्रुप है जो अनुभवी है और उन्हें टीम के वातावरण और खेलने की शैली के बारे में भली भांति जानकारी है। नए खिलाड़ियों के साथ-साथ कुछ पुराने खिलाड़ी भी हमसे वापस जुड़े हैं, जैसे ट्रेंट जो कि 2020 में हमारी सफलता की एक अहम कड़ी थे। इसलिए हमारा ध्यान तमाम कड़ियों को जोड़ने और अपने मज़बूत पक्ष को समझने और एक अच्छी शुरुआत करने पर है।"
यही कोर पिछले सीज़न भी था लेकिन तब MI के ड्रेसिंग रूम में मतभेद की ख़बरें और अफ़वाह भी उड़ी थीं। इसके साथ ही रोहित शर्मा की जगह टीम की कप्तानी कर रहे हार्दिक को स्थानीय प्रशंसकों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा था। पिछले सीज़न मार्क बाउचर टीम के कोच थे लेकिन जयवर्दने से पूछा गया कि वह पिछले सीज़न टीम के भीतर संवाद में आई कमी को लेकर क्या सोचते हैं। जयवर्दने 2024 तक MI के ग्लोबल परफ़ॉर्मेंस हेड थे।
जयवर्दने ने कहा, "टीम के भीतर संवाद अच्छा था। मैं भले ही मुख्य कोच नहीं था लेकिन मुख्य सेटअप का हिस्सा था, तो मुझे पता था कि क्या चल रहा है। हमारे लिए एकता के सूत्र में रहना ज़रूरी था। हमें अपने कोर ग्रुप पर गर्व है क्योंकि यह खिलाड़ी कई वर्षों से लगातार प्रदर्शन करते आए हैं और इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। IPL ट्रॉफ़ी जीतना आसान नहीं है और मुंबई ने लगातार सफलता हासिल कर दिखाया है। हमने इस साल कोर ग्रुप के साथ ही अन्य अनुभवी खिलाड़ियों को भी जोड़ा है। हमारे दल में सात ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अन्य फ़्रेंचाइज़ी के लिए भी ट्रॉफ़ी जीती है। मैं सभी चीज़ों को एक जगह रखने और सभी के भीतर से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलावने का प्रयास कर रहा हूं। मुझे पता है कि पिछले कुछ वर्षों में नियम बदलने से परिस्थितियां बदली हैं जिसे हम नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते लेकिन हमें इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि हम किस तरह की क्रिकेट खेलना चाहते हैं और हमें अन्य टीमों पर हावी होना है।"
हार्दिक ख़ुद भी पिछले एक साल में दो ICC ट्रॉफ़ी जीतने वाले भारतीय दल का हिस्सा थे और उन्होंने कहा कि पिछला एक साल उनके लिए काफ़ी मनोरंजक रहा। हार्दिक की कप्तानी में इस बार दो-दो भारतीय कप्तान - रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव खेलेंगे। जबकि टेस्ट के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह भी होंगे। हार्दिक ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उनका मार्गदर्शन करने के लिए उनके पास तीन-तीन कप्तान होंगे।
हार्दिक ने कहा, "मैं काफ़ी आत्मविश्वास से भरा हुआ हूं, मैं तब भी आत्मविश्वास से भरा हुआ था। जब चैंपियंस ट्रॉफ़ी खेल रहा था तब भी और अब भी आत्मविश्वास से भरा हुआ हूं। तो अगर आप मेरे आत्मविश्वास के बारे में पूछेंगे तो मैं हमेशा आत्मविश्वास से भरा हुआ मिलूंगा।
"मेरा जीवन काफ़ी उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन मैंने इस सबक को सीखते हुए काफ़ी लुत्फ़ उठाया है। इसने मुझे ना सिर्फ़ इस खेल बल्कि इस बारे में भी सिखाया है कि आगे की ज़िंदगी मेरे लिए कैसी रहने वाली है। यह एक नया साल है, काफ़ी बदलाव हुए हैं और काफ़ी नई चीज़ें भी जुड़ी हैं। चुनौतियां हमेशा रहेंगी और वह मुझे पसंद है, मेरे लिए यह ज़रूरी है कि जब टीम के खिलाड़ियों के सामने चुनौतियां आए तो मैं उन चुनौतियों से निपटने के लिए उनकी किस तरह मदद कर सकता हूं।"
MI के सामने इस सीज़न सबसे बड़ी चुनौती बुमराह से संबंधित रहने वाली है, वह अप्रैल में किसी समय टीम के साथ जुड़ सकते हैं। वह इस समय बेंगलुरु स्थित सेंटर फ़ोर एक्सिलेंस (पहले इसे NCA कहा जाता था) में BCCI की मेडिकल टीम की निगरानी में रिकवर कर रहे हैं। पिछला सीज़न टीम के लिए ख़राब जाने के बावजूद बुमराह सीज़न के तीसरे सर्वाधिक 20 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। बुमराह की अनुपस्थिति में MI के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में ट्रेंट बोल्ट, दीपक चाहर, कॉर्बिन बॉश, रीस टॉपली होंगे। इनके ऊपर ख़ासकर डेथ ओवर में बुमराह की कमी को भरने की ज़िम्मेदारी होगी, यह एक ऐसा चरण है जहां बुमराह का कोई सानी नहीं है।
हार्दिक ने कहा, "देखिए गेंदबाज़ी आक्रमण को लेकर हम निश्चित थे कि हमें इसमें अनुभव सुनिश्चित करना है। वानखेड़े में जैसी सतह रहती है उसे देखते हुए हमें गेंदबाज़ी आक्रमण में अनुभव की सख़्त ज़रूरत थी। मिच (सैंटनर), ट्रेंट, दीपक सभी अनुभव हैं, बूम (बुमराह) मुजीब (उर रहमान) और युवा खिलाड़ियों ने भी काफ़ी क्रिकेट खेली है।"
हार्दिक 23 मार्च को CSK के ख़िलाफ़ होने वाला पहला मुक़ाबला नहीं खेलेंगे। MI ने 2012 के बाद से अब तक एक बार भी सीज़न का अपना पहला मुक़ाबला नहीं जीता है।
जयवर्दने ने कहा, "हां हमारे सामने यह एक चुनौती है कि हमने कई वर्षों से जीत के साथ टूर्नामेंट का आग़ाज़ नहीं किया है। इसलिए हम इसे सुधारने की ओर देख रहे हैं।
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo के सहायक एडिटर हैं।
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