प्रशंसकों का इंतज़ार और कोहली का आगमन : चिन्नास्वामी पर शोर और सन्नाटे का द्वंद्व
प्रशंसक लंबे समय तक कोहली के आने का इंतज़ार करते रहे और जब कोहली पहुंचे तो प्रशंसकों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था

गुरुवार दोपहर को पौने पांच बजे तक एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के गेट्स पर प्रशंसकों का भारी हुजुम उमड़ा पड़ा था। सैकड़ों प्रशंसक बैरिकेड्स के पास मौजूद थे और वह कब्बन रोड की तरफ़ पुलिस की सायरन का इंतज़ार कर रहे थे जो टीम बस के आने का संकेत देता है और फिर वह गेट नंबर 10 की तरफ़ जाने के लिए बाएं मुड़ती है।
एक क्षण के लिए वे थम गए लेकिन बैंगनी और सुनहरे रंगी की वो यह बस नहीं थी जिसका वे इंतज़ार कर रहे थे। जैसी ही यह बस गुज़री प्रशंसक समय गिनने लगे। उन्होंने ऐसा सोचकर ख़ुद को समझाया कि बस RCB की बस आती ही होगी। हालांकि यह इंतज़ार एक घंटे से अधिक लंबा चला लेकिन यह इंतज़ार भी प्रशंसकों के उत्साह को कम नहीं कर पाया। आख़िरकार कई गाड़ियों के बीच से एक लाल और सुनहरे रंग की बस आई और अब प्रशंसकों का उत्साह अपने चरम पर था।
"विराट!, किंग!, कोहली!, बॉस!"
नारों की गूंज लहरों की तरह उठी लेकिन यह कब्बन रोड पर रुकी हुई ट्रैफ़िक के बीच कहीं गुम हो गई। अगर आप यह उम्मीद कर रहे थे कि मैच से पहले होने वाला नेट्स अभ्यास शांत होगा तो आप ग़लत थे। RCB के प्रशंसक जो अपने हीरो की शान में सफ़ेद कपड़ों में चिन्नास्वामी आना चाहते हैं उन्होंने इसे एक कार्यक्रम में तब्दील कर दिया। चिन्नास्वामी में विराट कोहली की हर उपस्थिति अपने साथ ऊर्जा लेकर आती है लेकिन यह अलग महसूस हो रही थी। यह ज़ाहिर तौर पर उस घोषणा के चलते हो रहा था जो उन्होंने इस सप्ताह की थी। लेकिन तमाम बाहरी शोरगुल के बावजूद एयरपोड्स लगाए मैदान पहुंचे कोहली, बिना किसी जल्दबाज़ी के, ड्रेसिंग रूम की सीढ़ियां चढ़ते अपने आसपास के माहौल में पूरी तरह से सहज दिखाई दे रहे थे।
अभ्यास से पहले कोहली बालकनी में आए और वहां मौजूद कई फ़ोटोग्राफ़रों ने बेहतरीन तस्वीरें लेने की कोशिश की। इसके तुरंत बाद कोहली ने अपना काम शुरू कर दिया। पैड पहनकर और तीन बल्लों के साथ मैदान में उतरते ही उन्होंने अजिंक्य रहाणे को पकड़ लिया, लेकिन फिर वे दो अलग-अलग दिशाओं में चले गए। कोहली मुख्य नेट पर बल्लेबाज़ी करने वाले पहले बल्लेबाज़ थे।
45 मिनट से अधिक समय तक वे वहीं रहे और फ़िल सॉल्ट के साथ बारी-बारी से नेट गेंदबाज़ों की फ़ौज का सामना किया, जब तक कि RCB के बाक़ी खिलाड़ी वार्म-अप के बाद शामिल नहीं हो गए। ड्राइव, कट, शॉर्ट-आर्म जैब की झड़ी लग गई - कोहली का नियमित क्षेत्र। और जब स्पिनर आए, तो कोहली ने ट्रैक पर डांस किया और अब मेलबर्न के उस शानदार फ़्लैट-बैट का मिनी-वर्जन दोहराया, जब सुयश शर्मा को लगा कि उन्होंने स्किडी लेंथ बॉल से उन्हें बीट दिया है।
जब तक कोहली बल्लेबाज़ी करते रहे, तब तक सब कुछ सामान्य ही रहा। अपने स्ट्रोक्स पर अडिग ध्यान, जब वे हिट्स को मिसटाइम करते तो मुंह बनाना, जब वे बीट हो जाते तो चिल्लाना "कम ऑन!" लेकिन जब उन्होंने अपना नेट सेशन खत्म किया और चलने के लिए अपना किट पैक किया, तो सभी नेट बॉलर जो मेहनत कर रहे थे, बारी-बारी से उनके पास आए और उनका अभिवादन किया। कोहली ने उन सभी का अभिवादन स्वीकार किया और वापस जाने के लिए मुड़े। तब वेंकटेश अय्यर ने उनकी पीठ थपथपाई।
जब कोहली वापस लौटे, तो सुरक्षा कर्मियों को विज्ञापन होर्डिंग्स और साइटस्क्रीन के पीछे घेरा बनाना पड़ा, अराजक तमाशा एक सामान्य शाम में बदल गया। कैमरों ने अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए एक और बल्लेबाज़ ढूंढ लिया, शायद आंद्रे रसेल और टिम डेविड से बड़ा कोई नहीं था, जिन्होंने दो अलग-अलग कोनों में एक साथ बल्लेबाज़ी की, ऐसा लग रहा था कि वे एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रहे थे।
लेकिन जब बड़े हिटर्स ने केंद्रीय मंच संभाला, तब भी एक शांत गूंज थी, जो एक घंटे पहले के अराजक तमाशे के विपरीत थी - यह इस बात का प्रमाण था कि शाम पहले से ही किसी और की थी।
शशांक किशोर ESPNcricinfo के वरिष्ठ संवाददाता हैं।
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