बल्ले और गेंद से मज़बूत होने के लिए रिहैब को मौक़ा मानते हैं दीपक चाहर
CSK के ऑलराउंडर मिल रहे समय का फ़ायदा उठाते हुए अपनी गति को बढ़ा रहे हैं साथ ही कुछ नए शॉट्स भी ईज़ाद कर रहे हैं

दिसंबर 2023 से दीपक चाहर ने कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन वह IPL में बतौर गेंदबाज़ और बल्लेबाज़ सुधार के साथ आने की तैयारी में जुटे हैं। वह इस समय का इस्तेमाल अपनी गेंदबाज़ी की गति बढ़ाने और बल्लेबाज़ी में नए शॉट्स का इज़ाद करने के लिए कर रहे हैं।
एतिहाद एयरवेज़ के चेन्नई सुपर किंग्स के नए आधिकारिक स्पांसर बनने पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे चाहर ने कहा, "जब आप सिर्फ़ खेल रहे होते हो तो आप ताक़त बढ़ा नहीं रहे होते हो, बल्कि आप अपने शरीर की ताक़त को घटा रहे होते हो। रिहैब मेरे लिए या किसी भी एथलीट के लिए सही समय होता है, अपनी ताक़त को बढ़ाने का। जब आपको डेढ़ या दो महीने मिलते हैं तो आप अपनी ताक़त बढ़ाने की सोचते हैं। जब आप ताक़त बढ़ाते हैं तो आपकी गति भी बढ़ जाती है।"
"तो हां जब मैं 2018 में खेला था तो मेरी गेंदबाज़ी की गति 140 किमी प्रति घंटा के क़रीब थी। जब आप लगातार खेल रहे होते हो तो आपको ट्रेनिंग का उतना मौक़ा नहीं मिलता है और आपकी गति कम हो जाती है। तो अपनी ताक़त बढ़ाने का यह सही समय है। मैं बल्ले और गेंद से अच्छा कर रहा हू और कुछ नए शॉट्स ईज़ाद करने की कोशिश कर रहा हूं, क्योंकि जब आप नंबर 8 या नंबर 9 पर आते हो तो आपको तीन से चार गेंद ही खेलने का मौक़ा मिलता है। तो आपको अलग तरह के शॉट्स खेलकर उन गेंदों का इस्तेमाल करना होता है।"
चाहर और शार्दुल ठाकुर की उपस्थिति से CSK को निचले क्रम पर गहराई मिलेगी। इसके बाद श्रीलंका के महीश थीक्षणा होंगे, जिन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी में काफ़ी सुधार किया है। स्टीवन फ़्ले़मिंग ने राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स में चाहर को बल्लेबाज़ी ऑलराउंडर के तौर पर स्काउट किया था और 2018 के एक मैच में एमएस धोनी ने नंबर 3 पर उनको पिंच हिटर के तौर पर इस्तेमाल किया था। इम्पैक्ट प्लेयर रूल आने से CSK को चाहर का इस्तेमाल करने की ज़रूरत होगी, लेकिन निचले क्रम में उनका कौशल शीर्ष क्रम को रिस्क लेने का लाइसेंस देगा।
चाहर ने हंसते हुए कहा, "केवल वही मैच था जब माही भाई ने अपने से पहले मुझे बल्लेबाज़ी दी थी और उस मैच में मैंने कुछ रन बनाए थे और हम वह मैच जीते थे। यह टीम के लिए अच्छा है कि उन्हें मेरी बल्लेबाज़ी की अधिक ज़रूरत नहीं है। माही भाई खु़द नंबर 8 पर आते हैं और मैं नंबर 9 पर बल्लेबाज़ी करता हूं और आप जानते हैं यह टीम को काफ़ी संतुलन देता है।"
"मैं आपको एक मैच का उदाहरण देता हूं। यह कोविड के दौरान दुबई में पहला मैच था। यह मुंबई के ख़िलाफ़ मैच था। हमने 24 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे औार हमने 160 रन पर ख़त्म किया। ऋतुराज गायकवाड़ और रवींद्र जाडेजा खेल रहे थे और उन्होंने 14वें ओवर से हिटिंग शुरू की। दूसरी टीम ऐसा नहीं कर सकती हैं क्योंकि उनकी बल्लेबाज़ी में गहराई नहीं होती। वे 18वें या 19वें ओवर तक जाते हैं और तब हिटिंग शुरू करते हैं। आप देर कर देते हैं और अधिक रन नहीं बनाते।"
धोनी और फ़्लेमिंग को संयोजन के साथ समस्या
स्पिन के ख़िलाफ़ मज़बूत न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों डैरिल मिचेल व रचिन रवींद्र और ठाकुर के आने से CSK के लाइनअप में लचीलापन आएगा और चाहर की नज़रों में इससे टीम प्रबंधन की दिक्कत बढ़ेंगी।
चाहर ने कहा, "हमारी नीलामी अच्छी गई थी और मैंने हाल ही में कहा था कि हमारा बहुत अच्छा संतुलन है और इससे माही भाई और फ़्लेमिंग को संयोजन बनाने में दिक्कत होगी। हमारे पास खेलने के लिए कई संयोजन हैं, तो वे दोनों ही इसका फ़ैसला करेंगे। 22 मार्च को संयोजन चुनना बहुत चुनौतीपूर्ण होगा।"
चाहर साउथ अफ़्रीका दौरे पर नहीं जा सके थे और अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ भी नहीं खेले थे क्योंकि उनके पिता की तबीयत ख़राब थी। टी20 विश्व कप से पहले अब भारत कोई टी20 नहीं खेलेगा तो आईपीएल ही उनके लिए आख़िरी मौक़ा है।
चाहर ने कहा, "मैं कहूंगा परिवार पहले है। अगर परिवार में इमरजेंसी है तो आप इसके सिवाए कुछ नहीं सोचोगे। जब आप इस तरह की परिस्थति को झेलते हो तो आपको नहीं पता आगे क्या होगा। जब मैं उस परिस्थिति से बाहर आया तो मैं सोच सकता था कि अब आगे क्या करना है। जब कोई भी मुझे अगली बार खेलते देखेगा तो उन्हें लगेगा कि इसके क्रिकेटर में सुधार हुआ है।"
CSK में चाहर को गेंदबाज़ी कोच ड्वेन ब्रावो का भी साथ मिलेगा, जिन्होंने पिछले साल तेज़ गेंदबाज़ों के साथ डेथ ओवर गेंदबाज़ी पर काम किया था। ब्रावो बाउंड्री पर तेज़ गेंदबाज़ों से लगातार बात करते दिखते थे।
चाहर ने कहा, "उनके पास बहुत अनुभव है। उनके नाम टी20 क्रिकेट में 600 [623] विकेट हैं। वह मुझे नई गेंद से अधिक नहीं सिखाते हैं, लेकिन जब गेंद पुरानी होती है तो वह कोचिंग शुरू करते हैं। वह गेंदबाज़ों की बहुत मदद करते हैं, ख़ासतौर से उन गेंदबाज़ों की जो डेथ में गेंदबाज़ी करते हैं। वह बल्लेबाज़ का माइंडसेट जानते हैं कि वह क्या सोच रहा है।"
"उस समय आपको खेल को समझने की ज़रूरत होती है, जहां हमारा माइंडसेट होगा और हमें बल्लेबाज़ का माइंडसेट समझना होगा। वह युवाओं के साथ वही करने की कोशिश कर रहे हैं।"
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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