IPL की सफलता का श्रेय ख़लील ने घरेलू क्रिकेट को दिया
चेन्नई के ख़िलाफ़ मैच में नई गेंद से दो विकेट चटकाकर ख़लील प्लेयर ऑफ़ द मैच बने

चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ मैच में नई गेंद से दो विकेट चटकाकर ख़लील अहमद ने चेन्नई को पहले तीन ओवर में ही बैकफ़ुट पर ला दिया। उन्होंने सबसे पहले विपक्षी कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को बाहर निकलती गेंद पर पवेलियन भेजा और फिर इनफ़ॉर्म रचिन रवींद्र को अपनी बैक ऑफ़ लेंथ गेंद से चकमा दिया। उन्होंने अपने पहले तीन ओवर के स्पेल में एक मेडन के साथ सिर्फ़ नौ रन देकर दो विकेट लिए।
इससे पहले उन्होंने पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ सीज़न के पहले मैच मे भी दो विकेट लिए थे, वहीं राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ क़िफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने चार ओवरों में सिर्फ़ 24 रन देकर एक विकेट हासिल किया था। उन्होंने इस सीज़न तीन मैचों में सिर्फ़ 7.33 की इकॉनमी से देते हुए 17.6 की औसत और 14.4 की शानदार स्ट्राइक रेट से पांच विकेट लिए हैं और फ़िलहाल वह लीग में सफल गेंदबाज़ों की सूची में संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं।
इस मैच में मुकेश कुमार और मथिसा पथिराना ने तीन-तीन विकेट लिया था, लेकिन नई गेंद से पहले ही ओवर से ही चेन्नई को बैकफ़ुट पर लाने के लिए ख़लील को प्लेयर ऑफ़ द मैच दिया गया। मैच के बाद प्रज़ेंटेशन के दौरान ख़लील ने अपनी इस सफलता का श्रेय घरेलू क्रिकेट को दिया।
उन्होंने कहा, "फ़िलहाल गेंद मेरा कहना मान रही है और इसके लिए मैंने घरेलू क्रिकेट के अंदर पिछले छह महीनों में काफ़ी मेहनत की है और काफ़ी मैच खेला है। ऐसा लग रहा है कि मैं जितना खेलता जा रहा हूं, उतना ही अपनी गेम को पहचान रहा हूं और अपनी कमियों को सही करने की कोशिश कर रहा हूं। घरेलू क्रिकेट ख़ासकर रणजी ट्रॉफ़ी और लाल गेंद की क्रिकेट खेलकर आपको अपने बारे में काफ़ी कुछ पता लगता है, जैसे- गेंद किस एंगल से छूट रहा है, कैसे गेंद के पीछे शरीर को लगाना है और कैसे दबाव में गेंदबाज़ी करनी है। इसके अलावा मैंने इस घरेलू सीज़न के दौरान अपनी फ़िटनेस पर भी काफ़ी ध्यान रखा हूं कि कैसे मैं खुद को फिट रख सकता हूं।"
बीते रणजी सीज़न अपनी घरेलू टीम राजस्थान की तरफ़ से सात में से छह मैच खेलते हुए ख़लील ने नौ पारियों में 25.78 की औसत से 14 विकेट चटकाए, जिसमें दो बार 4-विकेट हॉल शामिल था। इसके अलावा उन्होंने नौ विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी (लिस्ट-ए) मैचों में सिर्फ़ 4.67 की इकॉनमी से रन देते हुए 13 विकेट और पांच सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी (टी20) मैचों में 7.95 की इकॉनमी से रन देते हुए आठ विकेट लिए थे।
भारत की तरफ़ से IPL में ख़लील के नाम सबसे कम 35 मैचों में 50 विकेट पूरा करने का रिकॉर्ड है। हालांकि उनका पिछला सीज़न कुछ ख़ास नहीं गया था, जहां उन्होंने नौ मैचों में सिर्फ़ 9 विकेट लिए थे। लेकिन इस सीज़न से पहले ESPNcricinfo से ख़ास बात करते हुए उन्होंने अपनी फ़िटनेस पर काम करने और उसका लाभ IPL के सीज़न में लेने की बात की थी।
उन्होंने कहा था, "पिछले सीज़न के अनुभव पर मैंने यह सोच लिया था कि मुझे अपनी फ़िटनेस पर काम करते हुए अगले सीज़न में हर फ़ॉर्मैट के सभी मैच खेलने हैं। इसी कारण से मैं इसकी तैयारियों को लेकर काफ़ी गंभीर था। जैसे ही पिछले साल IPL ख़त्म हुआ तो उसके चार या पांच दिन के बाद ही मैंने अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। मेरा एक साधारण सा लक्ष्य यह था कि मैं इस घरेलू सीज़न का हर मैच खेलूंगा। साथ ही उस दौरान मैंने अपने रन-अप और स्विंग के ऊपर काफ़ी काम किया है। मैंने बाएं और दाहिने हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए कुछ नई रणनीतियों पर भी काम किया। इसके अलावा मैंने अपने पूरे दिनचर्या में खान-पान से लेकर, सोने -उठने के समय का भी ध्यान रखा।"
भारत की तरफ़ से 2018 में डेब्यू करते हुए 11 वनडे और 14 टी20आई खेल चुके ख़लील का लक्ष्य भारतीय टीम में फिर से वापसी करना है और वह अब टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, "बिलकुल, भारतीय टीम में वापसी करना मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है और मेरी नज़र अब भारत के लिए लंबे प्रारूप में डेब्यू करने पर होगी।"
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95
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