आंकड़े झूठ नहीं बोलते : पोलार्ड चले तो सीएसके की राह होगी मुश्किल
चेन्नई सुपर किंग्स बनाम मुंबई इंडियंस मैच से जुड़े रोचक आंकड़ें

चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस दोनों की ही इस सीज़न में बेहद ख़राब शुरुआत रही है और अब एक और हार से दोनों ही टीमों की स्थिति और ख़राब हो जाएगी। इसका मतलब कि दोनों ही टीमों को यहां से लगातार मैच जीतने होंगे।
कप्तान रोहित को हुआ हैं क्या?
मुंबई इंडियंस के इस सीज़न में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने की एक वजह रोहित शर्मा का ख़राब प्रदर्शन भी है। अब तक छह पारियों में उन्होंने केवल एक बार (पहले मैच में दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़) 30 रन से ज़्यादा का स्कोर किया है। इन छह पारियों में उन्होंने क्रमशः 41, 10, 3, 26, 28, 6 रन बनाए हैं।
यह पहला सीज़न नहीं है, पिछले कुछ सीज़न से रोहित ने 30 की औसत से भी रन नहीं बनाए हैं। 2017 में उन्होंने 23.8, 2018 में 23.8, 2019 में 28.9, 2020 में 27.7, 2021 में 29.3 के ही औसत से रन बनाए हैं।
ऋतुराज का बल्ला चला तो चलता ही रहेगा
पांच पारियों में ख़राब प्रदर्शन के बाद आख़िरकार ऋतुराज गायकवाड़ ने गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ 73 रनों की पारी खेली। 26 मैचों में ऋतुराज ने ओपनिंग की है, जिसमें से 30 से कम स्कोर पर वह 12 बार आउट हुए हैं।
एक अच्छा पैटर्न यह है कि ऋतुराज अगर नई गेंद को सही से खेल लेते हैं तो उन्होंने हर बार आईपीएल में 30 से ज़्यादा ही रन बनाए हैं। 14 बार जब ऋतुराज पावरप्ले में आउट नहीं हुए तो नौ बार वह 50 से ज़्यादा का स्कोर बनाने में क़ामयाब रहे हैं।
प्रिटोरियस को प्रिय खिलाड़ी बनाना होगा
क्रिस जॉर्डन का सीएसके के लिए यह सीज़न कुछ अच्छा नहीं गया है। चार मैचों में वह केवल दो ही विकेट ले पाए हैं। एक मैच में 5.8 की इकॉनमी को छोड़ दें तो जॉर्डन ने 11.3, 10.0, 15.1 के इकॉनमी से रन लुटाए हैं। जॉर्डन ने एक मैच में 3.5 ओवर में 58 रन दिए थे और एक भी विकेट नहीं लिया था, जो आईपीएल 2022 के दूसरी सबसे ख़राब गेंदबाज़ी आंकड़े हैं। ऐसे में सीएसके को ड्वेन प्रिटोरियस की वापसी करानी ही होगी।
एल क्लासिको कहिए जनाब
भले ही दोनों टीमों का यह सीज़न अच्छा नहीं जा रहा हो, लेकिन जब भी यह दोनों टीमें एक दूसरे के ख़िलाफ़ खेलती हैं तो इस मुक़ाबले में रोमांच चरम पर होता है। इसी वजह से इसे एल क्लासिको (सबसे बड़ा मुक़ाबला) भी कहा जाता है। यह नाम दोनों टीमों ने अच्छे आईपीएल रिकॉर्ड से कमाया है। कम से कम 100 मैच खेलते हुए जीत का सबसे अच्छा प्रतिशत सीएसके का है, जिन्होंने 201 मैच में 118 जीते और 82 हारे, जिससे उनकी जीत का प्रतिशत 59 है। वहीं मुंबई ने 223 मैचों में 127 जीते हैं और उनकी जीत का प्रतिशत 56.9 है।
ख़राब गेंदबाज़ी बन रही हार की वजह
इस आईपीएल में दोनों ही टीमों की क़िस्मत बराबर चल रही है। दोनों ही टीमों के गेंदबाज़ों ने इस आईपीएल में सबसे ख़राब इकॉनमी से रन दिए हैं। सीएसके ने 9 की इकॉनमी और मुंबई ने 9.6 की इकॉनमी से रन दिए। वहीं 180 रन से ज़्यादा रन ख़र्च करने वाली टीमों में भी इन दोनों का ही नाम है। छह मैचों में दोनों ने ही तीन-तीन बार 180 रनों से ज़्यादा दिए हैं।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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