कोहली बनाम आर्चर के बीच हुई चिन्नास्वामी स्टेडियम में ज़ोरदार टक्कर
रोहित का ख़राब दौर जारी लेकिन मुंबई की नज़र भविष्य के सितारों पर

रविवार शाम को चिन्नास्वामी स्टेडियम के क्रिकेट प्रेमियों के लिए दोहरी ख़ुशी का मौक़ा था। एक तो विराट कोहली अपने घरेलू दर्शकों के सामने उतरे और दूसरा किंग कोहली ने मुंबई के तगड़े गेंदबाज़ जोफ़्रा आर्चर की गेंदों पर जमकर प्रहार किया। पिछले कुछ वर्षों में चाहे कोहली में बहुत कुछ बदल गया हो लेकिन जब उन्हें बराबरी वाली टक्कर मिलती है तो उनका बल्ला बोलने से नहीं चूकता ।
हालांकि यह वो आर्चर नहीं थे जिन्होंने वर्ष 2019 में स्टीवन स्मिथ को एक टक्कर में पछाड़ा था। पिछले लगभग दो साल तक चोटिल रहे आर्चर ने जब जनवरी 2023 में इंग्लैंड की टीम में वापसी की तो भी वे 80 फ़ीसदी ही फ़िट थे।
जब तेज़ गेंदबाज़ों को इतनी गंभीर चोट लगती है तो वे इतनी जल्दी अपने शरीर पर भरोसा नहीं करते कि अपनी पूरी ताकत लगा दें। हालांकि इस मैच में मौजूदा क्रिकेट के दोनों बड़े नाम आर्चर और कोहली भिड़ंत के लिए तैयार थे।
दोनों के बीच ये जंग 17 गेंदों तक चली। हालांकि आर्चर ने कैच लपकने का एक मौका छोड़ा दिया और चिन्नास्वामी के दर्शक फ्लॉप शो देखने से बच गए। लेकिन कोहली ने कोई मौक़ा नहीं छोड़ा और अपने पुराने अंदाज़ में खेल दिखाते हुए पहले एक धीमी गेंद पर सीधा छक्का लगाया । इसके बाद 140 किमी प्रति घंटे की बाउंसर को स्क्वेयर लेग के ऊपर से गेंद को हवा में उड़ाया और दर्शकों ने अपनी सांसें थाम ली। कोहली शास्त्रीय अंदाज़ में बल्लेबाज़ी कर रहे थे ।
इस टक्कर में आर्चर ने भी किसी कोशिश में कोई कमी नहीं रखी और उनकी सभी गेंदें 145 किलोमीटर प्रति घंटे या उससे अधिक की रफ़्तार की थी। इस दौरान एक ऐसी गेंद भी थी जो बैक ऑफ़ लेंथ पड़कर पिच को चूमती हुई और कोहली के पास से उछलते हुए निकल गई। लेकिन कोहली तो कोहली हैं, उन्होंने बिना किसी संघर्ष के ऐसी गेंदों को भी हुनर के साथ खेला ।
आईपीएल में रोहित शर्मा का मुश्किल दौर खत्म होते नहीं दिख रहा है। वर्ष 2021 के बाद से कम से कम 500 रन बनाने वालों में उनका 23.21 का औसत सबसे कम है। हालांक टी20 क्रिकेट को रन प्रति पारी से नहीं बल्कि रन प्रति गेंद के आधार पर आंका जाता है। तो चलिए ये भी देख लेते हैं। वर्ष 2021 से कम से कम 500 रन बनाने वालों में, उनका 122.18 का स्ट्राइक रेट, वेंकटेश अय्यर (120.82) और कोहली (121.40) के बाद तीसरा सबसे कम है। इस दौरान खेली गईं 28 पारियां में वे केवल एक अर्धशतक ही बना पाए हैं।
रोहित शर्मा वो खिलाड़ी हैं जिन्होंने कभी 18 गेंदों पर 4 रन से शुरू होकर 264 रन का विशाल स्कोर भी बनाया है। धीमी शुरुआत उनकी बल्लेबाज़ी का आधार है। लेकिन धीमी शुरुआत के बाद इन दिनों वे रफ़्तार नहीं पकड़ पा रहे हैं। उनकी पिछली 28 आईपीएल पारियों में से 11 पारियां 15 के स्कोर के पार करने से पहले ही समाप्त हो गईं। अधिक चिंता की बात यह है कि पिछले तीन वर्षों में तेज़ गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ उनका औसत 30.26 से गिरकर 24.7 हो गया है। स्ट्राइक रेट भी 141.42 से 119.65 हो गया है।
रविवार के मैच में रोहित 10 गेंदों में 1 रन ही बना पाए। हालांकि इस हार के बीच राहत भरी ख़बर यह रही कि टीम का भविष्य उज्जवल दिखाई दे रहा है। सिर्फ़ 20 साल के तिलक वर्मा ने 46 गेंदों में 84 रन बनाकर यह बात साबित कर दी। मुंबई की पूरी पारी में तिलक ही 16 से अधिक गेंदों का सामना कर पाए।
उम्मीद यही है कि रोहित जल्दी ही इस ख़राब दौर से निकलकर बेहतरीन वापसी करेंगे। कोहली भी ऐसे ही दौर से गुज़र चुके हैं और रविवार को वे टी20 शतक के क़रीब थे। मुंबई के कप्तान भी ऐसा ही कुछ जल्दी करेंगे, फिलहाल उनकी टीम के तीन युवा खिलाड़ियों ने सभी को प्रभावित किया है। तिलक के अलावा अरशद खान ने एक पैनी यॉर्कर पर फाफ डु प्लेसिस के पसीने छुटा दिए तो 18वें ओवर में 7 विकेट पर 123 रन के स्कोर से 171 तक ले जाने में नेहल वधेरा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अलगप्पन मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं.
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.